महामंडलेश्वर बनीं ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े से निकाला गया, सामने आई ये वजह
आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के खिलाफ भी कार्रवाई की है. त्रिपाठी को भी किन्नर अखाड़े से निकाल दिया गया है. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी पर आरोप है कि उन्होंने ममता कुलकर्णी को अखाड़े में शामिल किया था.
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फिल्म अभिनेत्री रह चुकीं ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद विवाद गहरा गया. इधर विवाद बढ़ने पर किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने उन्हें अखाड़े से निष्कासित कर दिया है. उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के खिलाफ भी कार्रवाई की है. त्रिपाठी को भी किन्नर अखाड़े से निकाल दिया गया है.
लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी पर आरोप है कि उन्होंने ममता कुलकर्णी को अखाड़े में शामिल किया था. उनकी जानकारी के बिना उन्हें महामंडलेश्वर बनाया गया था. प्रयागराज किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर विवाद पर मां पवित्रा नन्द गिरी ने कहा था कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को कोई नहीं हटा सकता है. वो जैसी है वैसी रहेंगी. ये अटकलें चलती रहेंगी. ममता कुलकर्णी का स्वागत है. जो भी अफवाह है हम खारिज करते हैं.
गौरतलब है कि 25 जनवरी को प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी सनातन धर्म में शामिल हो गईं थीं. उन्होंने किन्नर अखाड़े में विधि विधान से संन्यास दीक्षा के बाद महामंडलेश्वर बनीं थीं. उनका नया नाम यामाई ममता नंद गिरी हो गया है. किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, जूना अखाड़ा के जगदगुरू गर्गाचार्य, मुचकुन्द पीठाधीश्वर स्वामी महेन्द्रानंद गिरि महराज और महामंडलेश्वर स्वामी जय अम्बानंद गिरी महराज ने महामंडलेश्वर श्री यामाई ममता नंद गिरी को आशीर्वाद दिया था.
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