कौन हैं बी. सुदर्शन रेड्डी, जिन्हें विपक्ष ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया

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INDIA ब्लॉक ने SC के पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया

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Former Supreme Court Judge Sudershan Reddy
Former Supreme Court Judge Sudershan Reddy
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विपक्षी गठबंधन INDIA ने आज यानी 19 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विपक्षी गठबंधन की तरफ से बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया. रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज है.

खड़गे ने कहा कि ‘बी. सुदर्शन रेड्डी भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक हैं. उनका एक लंबा और प्रतिष्ठित कानूनी करियर रहा है.

कौन हैं बी. सुदर्शन रेड्डी?

जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को आंध्र प्रदेश के रंगा रेड्डी ज़िले के आकुला मायलारम गांव में हुआ था. किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रेड्डी ने साल 1971 में उस्मानिया यूनिवर्सिटी से क़ानून की पढ़ाई पूरी की और हैदराबाद में वरिष्ठ अधिवक्ता के. प्रताप रेड्डी के सानिध्य में सिविल और संवैधानिक मामलों की प्रैक्टिस शुरू की.

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8 अगस्त 1988 को उन्हें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का गवर्नमेंट प्लीडर नियुक्त किया गया. इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार के लिए एडिशनल स्टैंडिंग काउंसिल की भी जिम्मेदारी निभाई.

1991- जस्टिस के तौर पर की करियर की शुरुआत 

सुदर्शन रेड्डी ने साल 1991 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में जज के तौर पर न्यायिक करियर की शुरुआत की. इसके बाद में वे सुप्रीम कोर्ट के जज बने और कई अहम फैसलों में शामिल भी रहे हैं 

SC से रिटायमेंट लेने के बाद रेड्डी को गोवा का पहला लोकायुक्त नियुक्त किया गया, यहां उन्होंने अपनी छवि एक सख्त और ईमानदार अधिकारी के रूप में स्थापित की. रेड्डी भ्रष्टाचार के मामलों में बिना दबाव के जांच की और पारदर्शिता की पैरवी भी कर चुके हैं. 

इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खड़गे ने बताया कि ‘ बी सुदर्शन रेड्डी आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायाधीश, गुवाहाटी HC के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर भी अपनी सेवा दे चुके हैं. इसके साथ ही, वे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के लिए भी काम करते रहे हैं.

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