भारत के S-400 सुदर्शन चक्र ने पाकिस्तानी मिसाइलों को आसमान में ही कर दिया धुआं-धुआं, सामने आया ये वीडियो
S-400 Sudarshan Chakra Video: भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम करने के लिए S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग किया. इस अत्याधुनिक प्रणाली ने आसमान में ही दुश्मन के हमलों को नष्ट कर भारत के शहरों को बचा लिया.
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S-400 Sudarshan Chakra Video: पहलगाम में हुए हमले(Pahalgam Terror Attack) का भारत ने जो करारा जवाब दिया है उसे पूरा पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान ने 07-08 मई की रात भारत के करीब 15 ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की जिसके जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने बीती रात अपने अत्याधुनिक S-400 सुदर्शन चक्र एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल कर पाकिस्तान की ओर से भारत की ओर बढ़ रहे लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया.
S-400 बना आसमान का अभेद्य सुरक्षा कवच
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए हैमर, स्कैल्प और अन्य अत्याधुनिक प्रिसिजन हथियारों का इस्तेमाल किया था. इस अभियान में भारत की वायु सुरक्षा के कवच के रूप में S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ प्रणाली ने अहम भूमिका निभाई थी. यह एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मन की किसी भी संभावित जवाबी कार्रवाई को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार था, जिससे भारतीय लड़ाकू विमानों को सुरक्षित रहकर मिशन को अंजाम देने में मदद मिली.
हालिया हमलों में भी S-400 ने अपनी प्रभावशीलता दोहराई. पाकिस्तान की ओर से भेजे गए ड्रोनों और मिसाइलों को इस प्रणाली ने सीमा पर ही मार गिराया, जिससे भारतीय शहर किसी बड़े नुकसान से बच गए. भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों पुराना शत्रुतापूर्ण इतिहास रहा है और दोनों देश कई बार युद्ध भी लड़ चुके हैं, ऐसे में इस तरह की सुरक्षा प्रणाली भारत की रणनीतिक मजबूती का प्रतीक बन गई है.
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क्या है S-400 वायु रक्षा प्रणाली?
S-400 वायु रक्षा प्रणाली एक अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस नेटवर्क है, जिसे किसी विशेष क्षेत्र में हवाई खतरों से सुरक्षा देने के लिए तैनात किया जाता है. यह प्रणाली दुश्मन के लड़ाकू विमान, क्रूज़ और बैलिस्टिक मिसाइल, साथ ही ड्रोन जैसे खतरों को हवा में ही पहचानकर निशाना बना सकती है. भारतीय वायुसेना की सबसे शक्तिशाली डिफेंस क्षमताओं में शामिल S-400, दुश्मन की किसी भी हवाई गतिविधि को समय रहते नष्ट करने में सक्षम है. इसकी मारक क्षमता 40 से लेकर 400 किलोमीटर तक है, जो इसे बेहद खतरनाक और कारगर बनाती है. भारत ने इस प्रणाली को रूस से खरीदा था, और इसे खास तौर पर चीन और पाकिस्तान से मिलने वाले संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है.
यहां देखें वीडियो:
भारत की प्रतिक्रिया
07 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर पर आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को केंद्रित, संयमित और गैर-आक्रामक बताया था. इस दौरान स्पष्ट रूप से कहा गया कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया है. हालांकि, यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा.
पाकिस्तान की नापाक कोशिश नाकाम
07-08 मई की रात को पाकिस्तान ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे उत्तरी और पश्चिमी भारत के सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की. इन हमलों को भारतीय वायुसेना की एकीकृत काउंटर UAS ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया. हमलों के मलबे को कई स्थानों से बरामद किया जा रहा है, जो पाकिस्तानी हमलों के सबूत हैं.
लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम नष्ट
आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया. सूत्रों के मुताबिक सियालकोट, लाहौर और एक अन्य शहर में पाकिस्तानी सेना की एयर डिफेंस इकाइयों को भारी नुकसान हुआ है. भारत की यह कार्रवाई उसी क्षेत्र और उसी तीव्रता के साथ की गई, जैसी पाकिस्तान ने की थी.
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