BJP जिन सीटों पर जीती वहां पहले फेज में घटी वोटिंग, योगेंद्र का सवाल- मोदी लहर खत्म! क्या वाकई?
2019 के पहले फेज में 102 सीटों पर 69.9 फीसदी मतदान हुआ था, वहीं इस बार के पहले फेज में पिछले बार के मुताबिक 4.6 फीसदी कम मतदान देखने को मिला है यानी की 65.3 फीसदी.
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First phase Voting: लोकसभा चुनाव के पहले फेज के चुनाव खत्म हो गए हैं. 21 राज्यों की 102 सीटों पर मतदान हुए. 2019 के मुकाबले इस बार के चुनाव के पहले फेज में वोटिंग प्रतिशत कम दर्ज किया गया है. 2019 के पहले फेज में 102 सीटों पर 69.9 फीसदी मतदान हुआ था, वहीं इस बार के पहले फेज में पिछले बार के मुताबिक 4.6 फीसदी कम मतदान देखने को मिला है यानी की 65.3 फीसदी. पहले फेज में वोटिंग को लेकर राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने सोशल मीडिया X पर कुछ आंकड़े शेयर किये हैं. देखिए क्या कहते हैं उनके आंकड़े.
योगेंद्र यादव द्वारा साझा किए गए आंकड़ो में इस बार के पहले फेज के मतदान में 4.6 फीसदी की गिरावट आई है. यानी कि पिछले बार के आम चुनाव के मुताबिक इस बार पहले फेज में 76 लाख मतदाताओं ने वोट नहीं किया है. पिछली बार की 102 सीटों पर हुए पहले फेज के मतदान में जिन सीटों पर बीजेपी के नेतृत्व वाली NDA को जिन सीटों पर जीत मिली थी उन सीटों पर इस बार 5.9 फीसदी कम वोटिंग हुई है, वहीं दूसरे दलों द्वारा जीती गई सीटों पर 3.2 फीसदी कम मतदान देखने को मिला है.
एक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने बताया कि उनके अनुसार पहले फेज की वोटिंग समाप्त होने के बाद ये फेज इंडिया ब्लॉक के हक में गया है. लेकिन फिर भी उन्हें और अच्छा करने की जरूरत है. योगेंद्र यादव का मानना है कि 2019 के मुकाबले इंडिया ब्लॉक को इस बार 10-15 सीटें ज्यादा मिल सकती हैं.
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गर्मी, स्थानीय हिंसा और खास मांगों के चलते कम डाले गए वोट!
इंडिया टूडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2024 लोकसभा चुनाव के पहले चरण में उम्मीद से कम मतदाताओं ने वोट डाला. पहले फेज की जिन 102 सीटों पर मतदान हुआ उनमें से 93 सीटों पर मतदाताओं की संख्या 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में कम थी. विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी, स्थानीय हिंसा और खास क्षेत्रीय मांगों ने मतदाताओं के उत्साह को कम किया है.
2024 के लोकसभा चुनावों में, मौजूदा पार्टियों ने अपने संसदीय क्षेत्रों में अलग-अलग मतदान परिवर्तन देखे. 40 सीटों वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 39 सीटों पर मतदान प्रतिशत में कमी देखी गई, वहीं 15 सीटों वाली कांग्रेस की 12 सीटों पर मतदान में गिरावट दर्ज की गई.
डीएमके की 24 सीटों में से इस बार 21 सीटों पर मतदाता ने कम वोट डाले और 23 सीटों पर अन्य पार्टियों द्वाकी 21 सीटों पर मतदान में कमी देखी गई. देखा जाए तो इस चरण के दौरान मौजूदा पार्टियों वाले क्षेत्रों में मतदाता भागीदारी में गिरावट दर्ज की गई है. 22 अप्रैल को फिर आंतरिक मणिपुर संसदीय क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ जिनपर 19 अप्रैल को EVM के साथ छेड़छाड़ या फिर तोड़फोड़ की खबर सामने आई थी. पहले चरण में चुनाव कराने वाले मतदान केंद्रों पर भी पहले के मुकाबले कम मतदान हुआ है.

इस ग्राफ में 2019 और 2024 में हुए पहले फेज के मतदान में कितनी गिरावट आई उसको लेकर जानकारी दी गई है.