भागलपुर के दिग्गज टुनटुन साह और सीमा साह ने थामा वीआईपी का दामन, मुकेश सहनी ने दिलाई सदस्यता
Bihar News: भागलपुर के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष टुनटुन साह और पूर्व मेयर सीमा साह ने वीआईपी जॉइन कर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है.
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Bihar News: बिहार की सियासत में एक नया मोड़ आया है. भागलपुर जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह और उनकी पत्नी, भागलपुर की पूर्व मेयर सीमा साह ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) की सदस्यता ग्रहण कर ली है. उनके साथ सैकड़ों समर्थकों ने भी वीआईपी का दामन थामा. यह कदम बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकता है. आइए जानते हैं, इस मिलन समारोह की खास बातें और वीआईपी की आगे की रणनीति.
टुनटुन साह और सीमा साह के आने से वीआईपी को नई ताकत
पटना में आयोजित एक भव्य मिलन समारोह में वीआईपी प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने टुनटुन साह, सीमा साह और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई. मुकेश सहनी ने कहा कि टुनटुन साह और सीमा साह की समाजसेवा में अपनी अलग पहचान है. उनके संघर्ष और मेहनत ने भागलपुर में उन्हें खास मुकाम दिलाया है. सहनी ने भरोसा जताया कि इनके आने से न सिर्फ भागलपुर बल्कि पूरे बिहार में वीआईपी और मजबूत होगी.
अति पिछड़े समाज को मिलेगा बड़ा मौका
मुकेश सहनी ने ऐलान किया कि आगामी चुनावों में वीआईपी आधी सीटों पर अति पिछड़े समाज के लोगों को उम्मीदवार बनाएगी. उन्होंने कहा, "भाजपा कभी नहीं चाहती कि अति पिछड़ा समाज आगे बढ़े. लेकिन हमारा मकसद है बेहतर बिहार बनाना, जिसमें हर वर्ग को उसका हक मिले." सहनी ने यह भी बताया कि महागठबंधन 243 सीटों पर पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगा और मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा.
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चुनाव आयोग पर साधा निशाना
मुकेश सहनी ने मतदाता पुनरीक्षण को लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. सहनी ने सवाल उठाया, "लोकसभा चुनाव उसी मतदाता सूची से हुआ था, अगर वह गलत थी तो एनडीए के जीते सांसद इस्तीफा क्यों नहीं देते?" उन्होंने बिहार की जनता को आगाह करते हुए कहा कि केंद्र के नेता भले ही आएं, लेकिन बिहार के लोग अब झांसे में नहीं आएंगे.
टुनटुन साह का संकल्प
वीआईपी में शामिल होने के बाद टुनटुन साह ने कहा कि उनका मकसद बिहार को प्रगति के पथ पर ले जाना है. उन्होंने मुकेश सहनी के संघर्ष को सलाम करते हुए कहा, "मैं उनका छोटा भाई बनकर उनकी नाव का केवट बनूंगा और उनकी नैया को पार करूंगा." टुनटुन साह ने वीआईपी के सिद्धांतों और मुकेश सहनी की आदर्शवादी राजनीति की तारीफ की.
मिलन समारोह में दिखी एकजुटता
इस समारोह में वीआईपी के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनमें नुरुल होदा, देव ज्योति, डॉ. सुनील कुमार, रौशन सहनी और इफ्तेखार अहमद शामिल थे. यह आयोजन वीआईपी की बढ़ती ताकत और एकजुटता का प्रतीक बन गया.