राहुल पंजाब आए तो गैरमौजूद नवजोत सिंह सिद्धू की किसने लगा दी Attendance?
नवजोत सिंह सिद्धू 20 साल से ज्यादा की राजनीति में कई पार्टियां बदल चुके हैं, लेकिन पंजाब कांग्रेस में उनकी गैरमौजूदगी फिर सुर्खियों में है. राहुल गांधी जब बाढ़ग्रस्त पंजाब पहुंचे तो राजा वडिंग सहित नेता दिखे, पर सिद्धू नदारद रहे.
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नवजोत सिंह सिद्धू को राजनीति करते 20 साल से ज्यादा हो गए. बीजेपी, आप, कांग्रेस-तीन-तीन पार्टियां बदली. सीएम बनने का जुनून था, लेकिन न तो सीएम बन पाए, न कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम रहने दिया. 2022 के चुनावों में कांग्रेस ऐसे निपटी कि नवजोत सिंह सिद्धू सक्रिय राजनीति से ही कट लिए. अब क्रिकेट मैच के दौरान कमेंट्री बॉक्स में नजर आते हैं या कपिल शर्मा के एंटरनेटमेंट शो में. बस नहीं दिखते तो कांग्रेस की राजनीति में.
पंजाब में ऐसी बाढ़ आई कि देश का दिल दहल गया. सब तरफ से मदद के हाथ उठे. बिहार चुनावों से राहुल गांधी ने फुर्सत पाई तो पंजाब का हाल देखने पहुंच गए. ट्रैक्टर बैठकर बाढ़ की विपदा झेल रहे लोगों तक पहुंचे. राहुल के आसपास तमाम कांग्रेस नेता मौजूद थे. राजा वडिंग राहुल के ड्राइवर बनकर ट्रैक्टर चला रहे थे, लेकिन पंजाब कांग्रेस के सबसे बड़े और चर्चित नेता नवजोत सिंह सिद्धू नहीं दिखे.
गैरमौजूद सिद्धू की अटेंडेंस लगाने के लिए पत्नी नवजोत कौर मोर्चे पर नजर आईं. नवजोत कौर ने राहुल गांधी की तारीफों के पुल बांध दिए. कहा कि हमारे लीडर राहुल गांधी का अमृतसर आना बहुत बड़ी मोटिवेशन है. उनको हड़काया जो घर में बैठे हैं या पार्टी कर रहे हैं.
बीजेपी से आए सिद्धू और कांग्रेस में सब बदलने लगा
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बरसों तक अकेले पंजाब कांग्रेस की कमान टाइट पकड़ी हुई थी. बीजेपी से नवजोत सिंह सिद्धू के कांग्रेस आने के साथ चीजें बदलनी लगीं. सिद्धू फुल टाइम पॉलिटिशियन बनने आए. चुनाव जीते. सरकार में मंत्री बने, लेकिन कैप्टन के अंडर काम नहीं करना था.
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कैप्टन के खिलाफ चली थी मुहिम
कैप्टन के खिलाफ मुहिम चली. माना गया कि गांधी परिवार तक सीधी पहुंच का फायदा उठाकर सिद्धू ने कैप्टन की गद्दी हिलाई. एक दिन ऐसा आया जब कांग्रेस ने कैप्टन से जाने के लिए कह दिया. सिद्धू आधी लड़ाई जीतकर हार गए क्योंकि कैप्टन की जगह हाईकमान ने सिद्धू को नहीं दी. चरणजीत चन्नी को बचे हुए टर्म के लिए सीएम बनाया. किसी तरह गिरती-पड़ती कांग्रेस ने 2022 का चुनाव लड़ा और बुरी तरह हार हुई. तब से सिद्धू कांग्रेस में होकर भी कांग्रेस में नहीं दिखे. अपनी पुरानी ग्लैमर की दुनिया में लौट गए.
राहुल गांधी पंजाब पहुंचे तो सिद्धू की खोजबीन हुई. नवजोत कौर ने खुद को सिद्धू की तरह पेश किया. कहा कि सिद्धू ने पहले से कहीं कमिटमेंट दिया हुआ है जिसके लिए काम कर रहे हैं. नवजोत कौर ने गिना दिया कि बाढ़ के पानी में उतरे बिना भी कितना कुछ कर रहे हैं नवजोत सिंह सिद्धू.
पंजाब में 2027 में होने हैं विधानसभा चुनाव
पंजाब में कांग्रेस का बुरा समय चल रहा है. 2022 तक सत्ता में रहने वाली पार्टी विधानसभा में एकदम गायब हो गई. हालांकि लोकसभा चुनावों में पंजाब में कांग्रेस ने कमाल किया. सबसे ज्यादा 7 सीटें कांग्रेस को ही आईं. बीजेपी, अकाली दल नुकसान में रहे, लेकिन मोटा फायदा आम आदमी पार्टी ले गई. पंजाब में अगला चुनाव ज्यादा दूर नहीं. 2027 में विधानसभा चुनाव होने है. लोकसभा चुनाव के हिसाब से कांग्रेस मजबूत दिखती है, लेकिन विधानसभा चुनाव के मामले में पार्टी का मामला बेहद कमजोर चल रहा है.
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