गहलोत ने पायलट से मतभेद के सवाल पर दिया ये जवाब, मोदी-शाह पर भी बोला हमला
Gehlot vs Pilot: सीएम अशोक गहलोत ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से मतभेद के सवाल पर भी जबाव दिया. उन्होंने कहा कि हर जगह मनमुटाव होता है. किस पार्टी में नेताओं के बीच मतभेद नहीं है. कर्नाटक में भी बीजेपी के सीएम और अन्य […]
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Gehlot vs Pilot: सीएम अशोक गहलोत ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से मतभेद के सवाल पर भी जबाव दिया. उन्होंने कहा कि हर जगह मनमुटाव होता है. किस पार्टी में नेताओं के बीच मतभेद नहीं है. कर्नाटक में भी बीजेपी के सीएम और अन्य नेताओं के बीच मतभेद दिखाई देते है.
इस मौके पर उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मोदी-शाह अब घबरा गए हैं. उन्हें बस चुनाव ही नजर आता है. जबकि प्रधानमंत्री के सामने पूरे देश की समस्या होनी चाहिए, लेकिन पीएम मोदी और शाह की फितरत है कि चुनाव जीतना है, चाहे नगर निगम का चुनाव है. हैदराबाद में भी रोड शो हुआ.
साल 2014 में पीएम मोदी ने जो वादे किए थे, उसे सुनना चाहिए. उनके वादे तो पूरे नहीं हुए, फिर कोई मतलब नहीं चर्चा का. उस दौरान उन्होंने 2जी घोटाला, कोयला घोटाला का जो आरोप लगाया था. लोकपाल को लेकर अन्ना-केजरीवाल का जो आंदोलन हुआ, वह बीजेपी और बीजेपी का प्रायोजित खेल था. उस आधार पर यूपीए को बदनाम किया और बीजेपी की सरकार आ गई. उन वादों पर अब कोई बात नहीं करता. बीजेपी ने 15 लाख रुपए के वादे को ही जुमला बता दिया.
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कांग्रेस सरकार गिराने के लिए किया करोड़ो का इंवेस्टमेंट
सीएम ने देशभर में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए बीजेपी पर षड़यंत्र रचने के भी आरोप लगाए. गहलोत ने कहा कि इनका मॉडल ऑफ गवर्नेंस का नया ट्रेंड है कि चुनी हुई सरकार को हॉर्स ट्रेडिंग करके गिराओ. कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में ऐसा ही हुआ. राजस्थान में पूरी ताकत लगा ली और करोड़ो रुपए का इंवेस्टमेंट लगाया, लेकिन पैसा डूब गया. वो पैसा वापस नहीं दिया और ना देने वाले हैं.
राइट टू हैल्थ बिल पूरे देश में हो लागू
उन्होंने कहा कि बुढ़ापे में व्यक्ति कहां जाएगा, इसके लिए जरूरी है कि सोशल सिक्योरिटी लागू हो. राइट टू हेल्थ बिल को राजस्थान में लागू किया गया है. मैंने मांग की है कि इसे देशभर में लागू किया जाना चाहिए. अगर शिक्षा-स्वास्थ्य पर सरकारें ध्यान दें तो मानव संसाधन बेहतरीन हो जाएगा.
इस दौरान महंगाई राहत कैंप को लोकप्रिय बताते हुए कहा कि हमारे यहां कैंप में जनता आ रही है. बीजेपी के आरोप है कि वादा करते हैं लेकिन निभाते नहीं. गोवा-यूपी में बीजेपी खुद वादे निभा नहीं पाए. सुना है कि कर्नाटक चुनाव में भी अब वादे कर दिए है.
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