बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी पहुंचे उदयपुर, एक सवाल के जवाब में बोले- मुझे माफ करो…
BJP president CP joshi in udaipur: बीजेपी (bjp) की पहली लिस्ट जारी होने के बाद पार्टी का चुनावी कैंपेन भी तेज हो गया है. अब कार्यकर्ताओं को अगली लिस्ट का इंतजारहै. इस बीच मेवाड़ की हॉट सीट उदयपुर शहर पर प्रत्याशी को लेकर अटकलें भी कम नहीं है. पार्टी के दिग्गज नेता रहे गुलाबचंद कटारिया […]
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BJP president CP joshi in udaipur: बीजेपी (bjp) की पहली लिस्ट जारी होने के बाद पार्टी का चुनावी कैंपेन भी तेज हो गया है. अब कार्यकर्ताओं को अगली लिस्ट का इंतजारहै. इस बीच मेवाड़ की हॉट सीट उदयपुर शहर पर प्रत्याशी को लेकर अटकलें भी कम नहीं है. पार्टी के दिग्गज नेता रहे गुलाबचंद कटारिया को असम राज्यपाल बनाए जाने के बाद यह सीट खाली हो चुकी है. इसी बीच कई नाम भी सामने आ रहे हैं. जिसमें एक नाम बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी (cp joshi) का भी है.
जब सीपी जोशी रविवार शाम को उदयपुर पहुंचे तो उनसे इस बात को लेकर सवाल भी पूछ लिया गया. दरअसल, आज बीजेपी कार्यालय में सीपी जोशी संगठन के प्रमुख पदाधिकारी की बैठक ले रहे थे. क्योंकि 16 अक्टूबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरा होना है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी 156 से ज्यादा सीटों पर जीतकर राज्य में सरकार बनाएगी. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राज्य और गुलाबचंद कटारिया की मुलाकात को लेकर भी उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि सामान्य शिष्टाचार मुलाकात थी. वे खुद भी गुलाबचंद कटारिया से मिलकर आए हैं. इस तरह की मुलाकातें पहले भी होती रही है. उदयपुर शहर से विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे माफ़ करो.
डोटासरा को दी चुनौती
इस दौरान सीपी जोशी ने कहा कि गहलोत सरकार की सुरक्षा नहीं कर पाई. युवाओं को धोखा दिया और तुष्टिकरण में कोई कमी नहीं रखी है. सांसदों को चुनाव लड़ने पंर जोशी ने कहा यदि मोदी और सांसद नहीं होते तो गहलोत जी मंजीरा बजा रहे होते. उन्होंने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को चुनौती देते हुए कहा कि उनमें दम हैं तो जनता के बीच आए और केंद्र सरकार की योजनाओं को छोड़ दें और बताएं कि 5 साल में क्या किया?
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गहलोत सरकार पर जमकर लगाए आरोप
गहलोत सरकार ने 5 साल में सिर्फ भ्रष्टाचार किया है और युवाओं का भविष्य बर्बाद किया है. राजस्थान में ऐसा दिन कभी नहीं दिखे की भगवा पताका लहराने पर एफआईआर हो जाए. पहली बार ऐसा हुआ कि इस पर सरकार बैन लगा दे. हिन्दू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने का ये काम जनता कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती.