Rajasthan Politics: 'मेरे शांत स्वभाव को कमजोरी ना समझे...', भजनलाल सरकार में मंत्री जोगाराम पटेल बैठक में भड़के!
भजनलाल सरकार बनने के 6 महीने के भीतर लोकसभा चुनाव के चलते कहीं ना कहीं सरकारी कामकाज की गति धीमी हो चुकी थी. वहीं, अब सरकारी कामों में तेजी दिख रही है. हालांकि इसी महीने डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सरकार को लेकर जरूर अटकलें तेज हो गई है.
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भजनलाल सरकार बनने के 6 महीने के भीतर लोकसभा चुनाव के चलते कहीं ना कहीं सरकारी कामकाज की गति धीमी हो चुकी थी. वहीं, अब सरकारी कामों में तेजी दिख रही है. हालांकि इसी महीने डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सरकार को लेकर जरूर अटकलें तेज हो गई है. वहीं, अब प्रदेश के कानून मंत्री अधिकारियों से नाराज दिख रहे हैं.
जयपुर के प्रभारी मंत्री जोगाराम पटेल ने रविवार को जयपुर कलेक्ट्रेट में बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को खरी-खोटी भी सुना दी. उन्होंने यहां तक कह दिया कि मेरे शांत स्वभाव को मेरी कमजोरी ना समझें.
इससे पहले मंत्री ने औचक निरीक्षण के दौरान जब अधिकारियों और कर्मचारी की खाली कुर्सियां देखी तो बैठक में उन्हें जमकर कोसा. साथ ही कहा कि यदि किसी बैठक या जरूर काम से जाना भी हो तो कार्यालय के बाहर नोटिस बोर्ड पर अंकित करके जाए. हालांकि बैठक के बाद मीडिया से मुख़ातिब होते हुए मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, सिर्फ निरीक्षण में जो खामी दिखी उसी को लेकर निर्देशित किया है.
बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन को लेकर सख्त लहजे में दिए निर्देश
उन्होंने बजट घोषणाओं को लेकर बैठक ली. जिसमें घोषणाओं की एक रिपोर्ट तैयार कर समय पर उसे क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि मेरे शांत स्वभाव को कमजोरी ना समझें और निश्चित समय में अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यालय में बैठ जनता के काम करें. कानून मंत्री ने कहा कि यह बजट 'आपणो अग्रणी राजस्थान’ की संकल्पना को साकार करने में मील का पत्थर साबित होगा. बजट में महिला, युवा, किसान और गरीब सहित सभी वर्गों को संबल दिया गया है, जिससे विकसित राजस्थान के सपने को मूर्त रुप मिल सकेगा. बजट घोषणाओं के त्वरित व प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय समन्वय समिति बनाकर सभी घोषणाओं को जल्द से जल्द धरातल पर उतारने का प्रयास किया जाएगा.