राजस्थान की राजनीति में रविंद्र सिंह भाटी (Shiv MLA Ravindra Singh Bhati) एक ऐसे उभरते हुए नेता हैं जो बड़े से बड़े नेताओं के लिए अनसुलझी पहेली बना हुआ. पहले वह बीजेपी से बागी होकर शिव की जनता के भरोसे विधानसभा लड़े और जीते भी. अब फिर से उसी जनता के भरोसे लोकसभा चुनाव में भी जैसलमेर-बाड़मेर लोकसभा सीट (barmer jaisalmer seat 2024) से दावेदारी पेश की. हालांकि उसकी किस्मत EVM में कैद है. लेकिन इसी बीच भाटी को कई धमकियां मिल रही हैं जिसको लेकर उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं. > जयपुर में भी सर्व समाज के लोगों ने प्रदर्शन कर रविंद्र सिंह भाटी को Z+ सुरक्षा देने की मांग की. समर्थकों का कहना है कि उनके चहेते नेता को धमकियां मिल रही हैं लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. उलटे उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रही है. इसको लेकर सर्व समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है. भाटी और समर्थकों पर पुलिस ने दर्ज की थी FIR दरसअल, 27 अप्रैल को बालोतरा एसपी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन के बाद पुलिस ने पचपदरा थाने में निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र भाटी (Ravindra singh bhati [https://www.rajasthantak.com/politics/story/ravindra-singh-bhati-in-trouble-as-soon-as-elections-are-over-fir-registered-in-this-case-994614-2024-04-30]) समेत 32 नामजद लोगों और करीब 700 अन्य के खिलाफ राजकार्य में बाधा, हाईवे जाम और धारा 144 का उल्लंघन करते हुए मामला दर्ज किया था. उसके बाद से रविंद्र सिंह भाटी पुलिस के रवैये को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं. रविंद्र भाटी की सीट पर सट्टा बाजार ने चौंकाया! फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi satta market) बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर कांग्रेस पार्टी की मजबूत स्थिति का दावा कर रहा है. यानी बीजेपी के कैलाश चौधरी और निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी के बीच टक्कर में कांग्रेस पार्टी को फायदा होता हुआ नजर आ रहा है. ऐसे में अब ये सवाल सबके मन में तैरने लगा है कि रविंद्र सिंह भाटी बाड़मेर-जैसलमेर सीट से जीत पाएंगे या नहीं?