राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड पेपर लीक और अटके भर्ती परीक्षाओं के परिणाम को लेकर जानी जाती रही है, लेकिन अब पेपर लीक जैसे प्रकरणों पर आगामी दिनों में सर्जिकल स्ट्राइक भी देखने को मिले तो चौंकना मत. क्योंकि इस बार किसी APS या IAS को नहीं बल्कि पूर्व सैन्य अफसर को कर्मचारी चयन बोर्ड की कमान मिली है. पहली बार ऐसा हुआ है कि रिटायर्ड मेजर जनरल राज को RSSB का चेयरमैन बनाया गया है, जिनसे युवाओं की कई उम्मीदें जुड़ी है. राजस्थान तक से खास बातचीत करते हुए RSSB के नए चेयरमैन आलोक राज ने कहा कि बोर्ड में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने उन पर भरोसा जताया है और पुरी तरीके से फ्री हैंड किया है. यहां तक की खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें कहा कि किसी की सिफारिश ना सुने और सीएम की भी नहीं. उनकी पुरी कोशिश रहेंगी की पेपर लीक जैसे मामलों से निपटने के लिए सुरक्षा के कड़े कदम उठाने पड़ेंगे और सिस्टम में कहा कमी खामी है उसे सुधारना पड़ेगा. उनकी कोशिश होगी की अब एक भी पेपर लीक ना हो उसके लिए जो भी करना पड़े वो करेंगे. सेना के अनुभव को पेपर लीक से निपटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सेना में लड़ाई के जो सिद्धांत होते है वो हर जगह लागू होते है, जो यहां पर भी काम आएंगे. जब कोई नहीं सुनेगा तो सख्ताई करनी पड़ेगी. कैसे बच्चों के समय पर परीक्षा हो फिर उनके परिणाम जारी हो और पेपर लीक ना हो उसके लिए प्रयास करेंगे. वही जो अभ्यर्थी कर्मचारी चयन बोर्ड का घेराव कर प्रदर्शन करते है उनके लिए कोई ठोस समाधान निकाले का प्रयास किया जा रहा है. जैसे कोई भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी नहीं हुआ है तो आक्रोशित अभ्यर्थी धरना देते है, लेकिन उनकी कोशिश होगी की अब उन्हें प्रदर्शन ना करने पड़े इसके लिए वेबसाइट्स पर ऑनलाइन उनकी समस्या सुनकर समाधान कर सकें. ताकि उनका समय बर्बाद नहीं होगा और सीधे उन्हें वेबसाइट पर परिणाम दिखेगा. ‘CM has given me free hand, said don’t even accept my recommendation, take strict action’! – Alok Raj