बनारस का दिल है ‘अस्सी घाट’, घूमने जाने से पहले जान लें ये बातें!

News Tak Desk

यह एक वर्ल्ड फेमस घाट है. यहां पर्यटक शाम की गंगा आरती का आनंद लेने आते हैं. वैसे तो बनारस में घाटों की लाइन लगी हुई है, लेकिन घूमने-फिरने और पिकनिक मनाने के हिसाब से अस्सी घाट बेहद लोकप्रिय हैं. ऐसे में अगर आप बनारस घूमने का प्लान बना रहे हैं तो... 

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उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित बनारस का अस्सी घाट हिंदुओं के लिए काफी महत्व रखता है. यह घाट गंगा नदी के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है. आपको बता दें कि यह घाट असी और गंगा नदियों के संगम पर बसा हुआ है. यह एक वर्ल्ड फेमस घाट है, यहां विदेशी सैलानियों का ऐसा जमावड़ा रहता है, मानो फॉरेन में आ गए हो. यहां गंगा नदी में सूर्योदय और सूर्यास्त का अद्भुत नजारा मन मोह लेता है. यहां पर्यटक शाम की गंगा आरती का आनंद लेने आते हैं. वैसे तो बनारस में घाटों की लाइन लगी हुई है, लेकिन घूमने-फिरने और पिकनिक मनाने के हिसाब से अस्सी घाट बेहद लोकप्रिय हैं. ऐसे में अगर आप बनारस घूमने का प्लान बना रहे हैं तो अपनी लिस्ट में अस्सी घाट का नाम जरूर शामिल कर लें. 

अस्सी घाट से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां

  • एक पौराणिक कथा के अनुसार, देवी दुर्गा ने राक्षस शुम्‍भा-निशुम्‍भा का वध करने के बाद यहीं अपनी तलवार को फेंका था. माना जाता है कि वह तलवार जिस स्‍थान पर गिरी, वहां से अस्‍सी नदी का क्षेत्र शुरू हो जाता है.
  •  इस घाट का वर्णन कई हिंदू धार्मिक ग्रंथों और पुराणों जैसे- मत्‍स्‍य पुराण, अग्नि पुराण, काशी कांड और पद्म पुराण आदि में मिलता है.
  •  इस घाट पर पीपल के वृक्ष के नीचे भगवान शिव की शिवलिंग है और भगवान अस्‍सींगमेश्‍वारा का मंदिर भी है जिन्‍हें दो नदियों के प्रवाह और संगम का देवता माना जाता है.
  • अस्सी घाट बनारस के पांच तीर्थों में से एक है.
  • अस्सी घाट के बारे में एक और पौराणिक कथा प्रचलित है कि भगवान शिव के एक रूप भगवान रूद्र ने गुस्से में आकर इसी जगह पर 80 दैत्यों का वध कर दिया था और इसी वजह से यह जगह अस्सी के नाम से विख्यात हो गया. 
  • अस्सी घाट की सबसे खास बात यह है कि यदि आप यहां खड़े हो जाएं तो आपको बनारस के सभी घाट आसानी से दिख जाते हैं. 
  • अस्सी घाट पर ही संत कवि गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की थी. 
  • अस्सी घाट पर लक्ष्मी नारायण मंदिर बना हुआ है, जो कि नागर शैली में अपनी अनोखी स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है. 

कैसे पहुंचें अस्सी घाट?

अस्सी घाट पहुंचने के लिए आप अपने सुविधानुसार फ्लाइट, ट्रेन या बस किसी भी माध्यम का उपयोग कर सकते हैं. 

फ्लाइट से- बता दें, यहां का नजदीकी हवाई अड्डा लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा है. ये हवाई अड्डा देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. ऐसे में यहां पहुंचने के बाद आप कैब या बस के माध्यम से अस्सी घाट पहुंच सकते हैं.

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ट्रेन से- आपको बता दें, बनारस में उतरो जंक्शन (BSB) या मंडुआडीह रेलवे स्टेशन (MUV) दोनों अस्सी घाट से 5-6 किमी की दूरी के भीतर स्थित हैं. ऐसे में आप इन रेलवे स्टेशनों से कैब, ऑटो या बस के माध्यम से अस्सी घाट पहुंच सकते हैं.

सड़क मार्ग से- देश के प्रमुख शहरों से अस्सी घाट पहुंचने के लिए रोड कनेक्टिविटी बेहद सुगम है. ऐसे में आप आसानी से बस, कैब या निजी वाहन के माध्यम से यहां पहुंच सकते हैं.

 

 

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