उत्तरकाशी : छठे दिन भी जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन, अब तक 1126 लोग निकाले गए सुरक्षित, भूवैज्ञानिकाें की टीम करेगी आपदा के कारणों की जांच
Uttarkashi News: उत्तरकाशी जिले में आई आपदा के बाद से छठे दिन भी रेस्क्यू जारी है. इस दौरान अब तक 1126 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. वहीं इस बीच आपदा के कारणों का पता लगाने के लिए भूवैज्ञानिकों की टीमों को उत्तरकाशी और पौड़ी जिलों में भेजा गया है.
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Uttarkashi News: उत्तरकाशी जिलें में आई आपदा के बाद लगातार छठे दिन भी राहत और बचाव का काम जारी है. इलाके में मौसम साफ है, यही वजह है कि हर्षिल और धराली में हेलीकॉप्टरों से एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है. जानकारी ने अनुसार अब तक कुल 1126 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. इनमें से शनिवार को 480 लोगों को हर्षिल और नेलांग से निकालकर मातली,जोलीग्रांट और चिन्यालीसौड़ पहुंचाया गया.
वहीं, आज शाम 5:20 बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा कंट्रोल रूम से रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा करेंगे. इस बीच गंगोत्री हाईवे पर डबरानी-गंगनानी के पास वैली ब्रिज का स्ट्रक्चर तैयार हो गया है. ऐसे में ये उम्मीद जताई जा रही है कि लिमचीगाड़ से आगे जल्द ही आवाजाही शुरू हो सकती है. बता दें कि लिमचीगाड़ पुल के तैयार होने से धराली तक पहुंचने में आसानी होगी और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आएगी.
हर्षिल में फंसे लाेगों को किया रेस्क्यू
उत्तरकाशी से हर्षिल तक हवाई मार्ग खुल चुका है. ऐसे में यहां फंसे टूरिस्टों और मजदूरों का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. वहीं, धराली में रोड बनाने का काम जारी है. हालांकि, गंगनानी के आगे करीब 5 किलोमीटर सड़क बह जाने की वजह से अभी भी संपर्क कटा हुआ है. धराली और हर्षिल में सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है. मौसम खराब होने की वहज से कई बार बीच बीच में हवाई रेस्क्यू का काम रोकना पड़ रहा है, लेकिन रेस्क्यू टीम लगातार मोर्चे पर जुटे हैं.
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तालमेल बनाकर काम करने के निर्देश
उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने बताया कि सभी संबंधित एजेंसियों को तालमेल बनाकर काम करने और प्रभावित इलाकों को सेक्टरों में बांटने के निर्देश दिए हैं. जिससे कि रेस्क्यू काम में तेजी आ सके. SDRF के IG अरुण मोहन जोशी को इस दौरान चल रहे ऑपरेशन का नोडल अधिकारी बनाया गया है.
डीजल और रसोई गैस की हो रही नियमित
इस बीच हर्षिल घाटी में बिजली ठीक कर दी गई है. हर्षिल और धराली में डीजल और रसोई गैस की नियमित सप्लाई सुनिश्चित की जा रहा है.सड़क मार्ग बाधित होने के कारण खाने-पीने का सामान खच्चरों के जरिए पहुंचाया जा रहा है.
भूवैज्ञानिकों की टीम को जांच के लिए भेजा
आपदा के कारणों का पता लगाने के लिए भूवैज्ञानिकों की टीमों को उत्तरकाशी और पौड़ी जिलों में भेजा गया है. ये टीमें एक हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी. इसके अलावा, मुख्य सचिव ने धराली में जल पुलिस के लिए नावें भेजने का आदेश दिया है. इससे नदी और जलमार्गों में सर्च ऑपरेशन को और प्रभावी ढंग से चलाया जा सके.