उत्तराखंड आपदा पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का तुरंत एक्शन, धराली पहुंचकर राहत कार्यों की कमान संभाली
उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल क्षेत्र में 5 अगस्त को आई भीषण आपदा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तिरुपति दौरा रद्द कर दिया. इसके बाद सीएम ने तुरंत देहरादून लौटकर राहत और बचाव कार्यों की कमान संभाली और जरूरी निर्देश दिए.
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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल क्षेत्र में 5 अगस्त को आए भीषण आपदा के बाद राज्य सरकार ने तत्काल और प्रभावी कदम उठाए. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत एक्शन लेते हुए अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए. दरअसल, आपदा के समय सीएम किसी कार्यक्रमें के चलते तिरूपति में थे. ऐसे मे हादसे की जानकारी मिलते ही उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया देहरादून पहुंच गए. यहां पहुंचने पर सीएम सीधा राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. इस बीच प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी फोन पर मुख्यमंत्री से बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
तत्काल प्रतिक्रिया और राहत कार्य
आपदा की सूचना मिलते ही, जिला प्रशासन ने सेना, NDRF, SDRF, पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और ITBP के साथ मिलकर र रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान पहले ही दिन 130 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया. मुख्यमंत्री ने प्रभावितों के लिए भोजन, पानी और रहने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए. इस बीच प्रभावितों को एयरलिफ्ट करने और बचाव कार्य में वायु सेना के एमआई-17 की मदद लेने के निर्देश भी जारी किए गए.
प्रशासनिक और वित्तीय सहायता
सरकार ने राहत कार्यों की निगरानी के लिए गढ़वाल आयुक्त श्री विनय शंकर पांडेय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया. इसके अलावा, उत्तरकाशी में डीएम रह चुके अपर सचिव डा मेहरबान सिंह बिष्ट, श्री अभिषेक रोहिल्ला और श्री गौरव कुमार को अहम जिम्मेदारी दी. अपर सचिव श्री विनीत कुमार को उत्तरकाशी में ही कैंप करने के आदेश जारी किए गए.
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300 पुलिसकर्मियों काे किया रवाना
बचाव कार्यों को सुचारू रखने के लिए, 2 आईजी, 3 एसपी , एक कमाडेंट और 11 डिप्टी एसपी और 300 पुलिसकर्मियों सहित 40वीं वाहिनी पीएसी और आईआरबी के 140 जवानों को भी उत्तरकाशी रवाना किया गया. देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जिले के आरक्षी से लेकर निरीक्षक स्तर के 160 पुलिस कार्मिकों को भी उत्तरकाशी भेजा गया. इसके साथ ही 5 अगस्त को देर शाम राज्य आपदा मोचन निधि से आपदा राहत एवं बचाव कार्य के लिए बीस करोड़ की धनराशि जारी की गई. वहीं, विभिन्न विभागों के सचिवों की टीम को 06 अगस्त 2025 को धराली-हर्षिल पहुंचने के निर्देश जारी हुए.
मुख्यमंत्री का मौके पर दौरा और समीक्षा
मौसम खराब होने के बावजूद, 6 अगस्त को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी धराली पहुंचे. उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की, उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया और राहत कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने बचाव कर्मियों से भी मिलकर उनका हौसला बढ़ाया. मुख्यमंत्री ने मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे कर्मियों से भी भेंट की. उन्होंने अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से राहत सामग्री प्रभावितों तक पहुंचाने के निर्देश दिए.
केंद्र सरकार ने की मदद
राज्य सरकार की मांग पर, केंद्र सरकार ने चंडीगढ़, सरसावा और आगरा से 2 चिनूक और 2 एमआई-17 हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए. इन हेलीकॉप्टरों का उपयोग भारी उपकरणों को पहुंचाने और सड़क यातायात बहाल करने में किया गया. स्वास्थ्य विभाग ने घायलों के उपचार के लिए दून मेडिकल कॉलेज, कोरोनेशन अस्पताल और एम्स ऋषिकेश में बेड आरक्षित किए और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उत्तरकाशी भेजी.
नेटवर्क को बहाल करने का कार्य शुरू
इस दौरान जिला प्रशासन ने सीएम के निर्देश पर इंटर कॉलेज हर्षिल, जीएमवीएन और झाला में राहत शिविर शुरू किए गए. क्षेत्र में बिजली और संचार नेटवर्क को बहाल करने का कार्य शुरू हुआ. एनआईएम और एसडीआरएफ ने लिम्चागाड में अस्थायी पुल निर्माण के कार्य आरंभ किया. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले के प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया.
अधिकारियों को हर समय अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए. हर्षिल पहुंचकर मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से मुलाकात की और हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया. बचाव दल ने सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल समेत दस जवानों का धराली से रेस्क्यू किया. सेना के दो घायलों केा हेलीकाॅप्टर से हायर सेंटर भेजा गया. दो अन्य को सड़क मार्ग से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया.
अन्य जिलों की स्थितियों का भी लिया जायजा
मुख्यमंत्री उत्तरकाशी ने रात्रि विश्राम किया. इस दौरान जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र उत्तरकाशी में मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की. कई जगह मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति में भारी उपकरणों को भी एयरलिफ्ट कर मौके पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए. मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी जिले के अलावा अन्य जिलों में भी आपदा से उपजी स्थितियों की समीक्षा की और जरूरी निर्देश जारी किए.
सीएम ने प्रभावितों का जाना हाल-चाल
वहीं, 7 अगस्त को मातली उत्तरकाशी से हर्षिल के बीच शटल सेवा शुरू की गई. यूकाडा के आठ हेलीकाॅप्टर शटल सेवा में शामिल किए गए. रेस्क्यू अभियान के तहत प्रभावितों को हेलीकाॅप्टर से मातली आईटीबीपी परिसर लाने का काम शुरू हुआ. मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मातली में रेस्क्यू कर लाए गए प्रभावितों का हाल-चाल जाना. उत्तरकाशी के अस्पताल में भर्ती प्रभावितों से भी मुख्यमंत्री ने मुलाकात की. मुख्य सचिव श्री आनंद वर्धन ने राज्य आपातकालीन परिचालन सेवा केंद्र देहरादून से राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की.
इन लाेगों को किया गया रेस्क्यू
इस बीच 7 अगस्त 2025 की दोपहर तक 274 लोगों को गंगोत्री एवं अन्य क्षेत्रों से हर्षिल तक सुरक्षित लाने में सफलता मिली. इनमें से 131 गुजरात, 123 महाराष्ट्र, 21 मध्य प्रदेश, 12 उत्तर प्रदेश, सात दिल्ली, छह राजस्थान, पांच असम, पांच कर्नाटक, तीन तेलंगाना, एक पंजाब राज्य से संबंधित थे. दिनांक-07 अगस्त 2025 की शाम तक कुल 135 लोगों को रेस्क्यू कर उनके सुरक्षित गंतव्यों तक पहुंचाया जा चुका था. हर्षिल में रेस्क्यू कर लाए गए 274 लोगों को वहीं पर रखा गया था. विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए देहरादून एयरपोर्ट से 125 केवीए क्षमता का एक जनरेटर हर्षिल क्षेत्र के लिए सफलतापूर्वक एयरलिफट किया गया.
मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वे
इसी दिन मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी से पौड़ी के आपदा प्रभावित क्षेत्र सैंजी पहुंचे और स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने प्रभावितों से मुलाकात की. प्रभावितों को राहत राशि भी वितरित की गई. इसके अलावा, थलीसैंण तहसील के बांकुडा सहित अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों का मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वे किया.