रिटायरमेंट के लिए सेफ और टैक्स-फ्री फंड चाहिए? EPF+ VPF से ऐसे बनाएं 4 करोड़ से ज्यादा
VPF यानी Voluntary Provident Fund के जरिए नौकरीपेशा लोग बिना रिस्क के साढ़े 4 करोड़ तक का टैक्स फ्री रिटायरमेंट फंड बना सकते हैं. जानिए कैसे?
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हर नौकरी पेशा व्यक्ति चाहता है कि रिटायरमेंट के वक्त उसके पास एक बड़ा फंड हो, जिससे न सिर्फ उसका भविष्य सुरक्षित हो, बल्कि वह जीवन के बड़े खर्चों को बिना किसी तनाव के पूरा कर सके. अब सवाल यह है कि बाजार के उतार-चढ़ाव से दूर रहते हुए सुरक्षित निवेश के जरिए ऐसा फंड कैसे तैयार किया जाए? इसका जवाब है- वीपीएफ (Voluntary Provident Fund).
सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुमन की कहानी ऐसे ही लाखों युवाओं को रास्ता दिखाती है, जो करियर की शुरुआत में ही मजबूत फाइनेंशियल प्लानिंग करना चाहते हैं. उन्होंने तय किया है कि वे रिटायरमेंट के लिए एक रिस्क-फ्री, टैक्स-फ्री और हाई-रिटर्न विकल्प चुनेंगी. उनके लिए VPF एक शानदार विकल्प बनकर सामने आया है.
VPF क्या है और क्यों है बेहतर?
- वॉलेंट्री प्रॉविडेंट फंड (VPF), EPF का विस्तार है.
- EPF में बेसिक सैलरी का 12% योगदान अनिवार्य होता है.
- VPF में आप अपनी मर्जी से बेसिक+DA का 100% तक योगदान कर सकते हैं.
- यह पूरी तरह से सरकार समर्थित और सुरक्षित योजना है.
- VPF पर वही ब्याज दर मिलती है जो EPF पर मिलती है. फिलहाल 8.25% ब्याज दर मिल रहा है.
सुमन का PF + VPF कैलकुलेशन
सुमन की उम्र 28 साल है. सुमन की बेसिक सैलरी और DA मिलाकर ₹35,000 है. वे रिटायरमेंट तक एक बड़ा फंड बनाना चाहती है. चूंकि EPF और VPF दोनों मिलाकर ढाई लाख से ज्यादा निवेश होने पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल हो जाएगा. ऐसे में दोनों को मिलाकर सुमन ने मंथली ₹20,833 और सालाना ₹2,50,000 निवेश का लक्ष्य रखा है.
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योगदान | मासिक | वार्षिक |
EPF (12%) | ₹4,200 | ₹50,400 |
VPF (टैक्स फ्री सीमा तक) | ₹16,633 | ₹1,99,600 |
कुल निवेश | ₹20,833 | ₹2,50,000 |
EPF और VPF के इस निवेश पर सुमन को लगभग ₹4 करोड़ से ज्यादा का रिटायरमेंट फंड (32 साल में अनुमानित, 8.25% ब्याज दर पर कंपाउंडिंग के अनुसार) मिलेगा. साथ ही टैक्स बेनिफिट (80C के तहत) भी मिलेगा.
VPF के फायदे
- शेयर बाजार की रिस्क से दूर.
- बैंक FD से ज्यादा ब्याज.
- 80C के तहत टैक्स बचत.
- EPF के साथ ऑटोमैटिक ट्रैकिंग.
- कंपाउंडिंग से लंबी अवधि में फंड ग्रोथ.
ध्यान दें
- फाइनेंशियल ईयर के बीच में VPF बंद नहीं किया जा सकता.
- 5 साल से पहले निकासी पर ब्याज टैक्सेबल होगा.
- EPF+VPF में ₹2.5 लाख से ज्यादा वार्षिक योगदान पर ब्याज टैक्स के दायरे में आएगा.
निष्कर्ष
अगर आप भी सुमन की तरह एक सुरक्षित और बड़े रिटर्न वाला रिटायरमेंट फंड चाहते हैं तो VPF को नजरअंदाज न करें. यह योजना नौकरी की शुरुआत में ही निवेश की आदत डालने, टैक्स बचाने और भविष्य को मजबूत बनाने का बेहतरीन तरीका है.