अघोरी बाबा को आया ऐसा सपना कि जेंडर चेंज कराने केदारनाथ से पहुंचे इंदौर, हैरान करने वाला है मामला
Aghori Baba Gender Change in Indore: केदारनाथ के एक 27 वर्षीय नागा साधू अघोरी जेंडर चेंज कराने इंदौर आए हैं. जहां पर उनका प्राइवेट अस्पताल भंडारी में ऑपरेशन हुआ है. दरअसल, बाबा को अर्द्धनारीश्वर बनने का सपना आया था, जिसके बाद बाबा ने जेंडर चेंज कराने का फैसला किया.
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Aghori Baba Gender Change in Indore: केदारनाथ के एक 27 वर्षीय नागा साधू अघोरी जेंडर चेंज कराने इंदौर आए हैं. जहां पर उनका प्राइवेट अस्पताल भंडारी में ऑपरेशन हुआ है. दरअसल, बाबा को अर्द्धनारीश्वर बनने का सपना आया था, जिसके बाद बाबा ने जेंडर चेंज कराने का फैसला किया. अघोरी बाबा केदारनाथ से इंदौर पहुंचे. यहां पर उनकी सर्जरी हो गई है. यह सर्जरी कई घंटे तक चली. अर्द्धनारीश्वर के जुनून वाले यह अघोरी बाबा सालों से खुद की ऐसी कार में घूमते हैं.
इस कार में दर्जनभर मानव खोपडियां हैं. वे माला भी खोपडियों की ही पहनते हैं. हॉस्पिटल की ओटी में जाने के पहले बाबा की ये माला डॉक्टर ने निकला दी है. लोगो ने जैसे ही अघोरी बाबा की डरावनी कार लोगों ने देखी तो वह देखता ही रह गया. कार पर हर जगह अर्द्धनारीश्वरी लिखा है. बाहर खोपडियों के कई फोटो हैं. कार के आगे 'अघोरी नागा साधू डेंजर' लिखा हुआ है.
अंदर डैश बोर्ड पर पर कई खोपडियां और तांत्रिकी सामग्रियां रखी हैं. कार के एक हिस्से में खुद का खोपडियों की माला पहने बड़ा फोटो है. साथ ही देवी-देवाओं के भी फोटो हैं. अस्पताल में जेंडर चेंज करने की उनकी बात करीब कई महीनों से चल रही है.
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अर्द्धनारीश्वर बनने का आया था सपना
गुरुवार को उनकी सर्जरी प्लान की गई. अस्पताल की तरफ से बताया गया कि "कुछ साल पहले अर्द्धनारीश्वर बनना है. वे नागा अघोरी साधु बन गए. कई महीनों की बातचीत में फीमेल बनने की इच्छा जताई थी. सर्जरी के लिए सारे सर्टिफिकेट बनवाकर लाए. इसके साथ ही आधार कार्ड, पेन कार्ड सहित सभी दस्तावेज बताए. सर्जरी के पहले बाबा ने खुद ही साइन की और लिखा कि मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए मैं ही जिम्मेदार हूं."
एक हफ्ता एडमिट रहेंगे बाबा
दोपहर को हुई सर्जरी देर शाम तक चली. अघोरी बाबा से मिलने के लिए उनके कुछ परिचित अस्पताल में प्रयास करते रहे लेकिन बाबा ने हॉस्पिटल में सब को मना किया था. कोई उनसे नहीं मिलेगा, इसके चलते किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है. बाबा करीब 1 हफ्ते एडमिट रहेंगे. इसके बाद उनका स्वस्थ परीक्षण करने के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.