अर्चना तिवारी की गुमशुदगी पर परिवार का दर्द छलका, बोले- बोगियों में कैमरा होता तो सब पता चल जाता
7 अगस्त को इंदौर से कटनी जा रही अर्चना तिवारी 9 दिन से लापता है, उसका मोबाइल आखिरी बार नर्मदापुरम में मिला था. पुलिस और एसडीआरएफ ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला, इसलिए अब पूरे देश में उसकी तलाश जारी है.
ADVERTISEMENT

Archana Tiwari Missing case: अर्चना तिवारी कहां गईं क्या जमीन निगल गई या फिर आसमान खा गया. अर्चना तिवारी के लापता हुए 9 दिन हो गए. वो सात अगस्त को इंदौर से कटनी के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते से ही गायब हो गई. अर्चना के मोबाइल का आखिरी लोकेशन नर्मदापुरम में मिला.
आरपीएफ की टीम लगातार सर्च अभियान चला रही है. नर्मदा नदी में भी एसडीआरएफ ने तलाशी की, लेकिन जब कहीं से कोई सुराग हासिल नहीं हुआ तो फिर रानी कमलापति स्टेशन जीआरपी ने देशभर के SHO और SP को सर्चिंग आदेश जारी कर दिया.
नहीं मिला कोई भी सुराग
घरवालों का कहना है कि पुलिस तो तलाशी अभियान चला रही है, लेकिन अर्चना कहां है इसका अभी तक कोई सुराग ही नहीं मिल पाया.
यह भी पढ़ें...
घरवाले मायूस हैं. वो तो अपनी बिटिया के सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना भी कर रहे हैं. साथ ही साथ रेलवे पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं, पूछ रहे हैं कि रेलवे की बोगियों में सीसीटीवी क्यों नहीं लगा. अगर लगा होता तो पता जरूर चल जाता कि आखिर अर्चना के साथ क्या हुआ ?
फिलहाल अर्चना तिवारी के सकुशल मिलने की हर कोई प्रार्थना कर रहा है, लेकिन जैसे दिन गुजर रहा है. अर्चना के घरवालों की डर बढ़ता ही जा रहा है. घरवाले किसी अनहोनी की आशंका से घबराए हुए हैं. आपको बता दें कि इंदौर में सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना 7 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के लिए इंदौर से कटनी के लिए नर्मदा एक्सप्रेस के एसी कोच बी3 में सवार हुई थी. इसके बाद से उसकी लोकेशन मिसिंग है. सीट पर उसका बैग मिला... लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है..
ये भी पढ़ें: इंदौर से ट्रेन में बैठने के बाद बीच रास्ते में गायब हुई अर्चना तिवारी, भाई ने बताई असली कहानी