सीएम शिवराज का किसानों के मुद्दे पर ‘दोहरा’ वार, कमलनाथ ने ऐसे किया पलटवार

एमपी तक

MP Politics: मध्य प्रदेश में चुनावी साल है और राजनीतिक सरगर्मी तेज होती दिखाई दे रही है. प्रदेश की राजनीति के दो शीर्ष चेहरे सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ के बीच तल्खी बढ़ रही है. शिवराज कमलनाथ से लगातार सवाल पूछ रहे हैं और कमलनाथ उस पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. […]

ADVERTISEMENT

Shivraj Singh chauhan Kamal Nath indore statement mp news Shivraj Singh chauhan Kamal Nath indore statement tea seller born with a golden spoon in his mouth
Shivraj Singh chauhan Kamal Nath indore statement mp news Shivraj Singh chauhan Kamal Nath indore statement tea seller born with a golden spoon in his mouth
social share
google news

MP Politics: मध्य प्रदेश में चुनावी साल है और राजनीतिक सरगर्मी तेज होती दिखाई दे रही है. प्रदेश की राजनीति के दो शीर्ष चेहरे सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ के बीच तल्खी बढ़ रही है. शिवराज कमलनाथ से लगातार सवाल पूछ रहे हैं और कमलनाथ उस पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. शिवराज ने इस बार किसान सम्मान निधि को लेकर एक साथ दो सवाल दागे हैं. इस पर कमलनाथ ने उल्टा सवाल पूछ लिया, कहा- मेरा सीधा सवाल है की पीएम सम्मान निधि में लाखों किसानों के पास पैसा वापस करने का नोटिस क्यों आ रहा है?

सीएम शिवराज ने कहा, ‘मैं कमलनाथ जी से पहला सवाल यही पूछ रहा हूं कि मैं तो आज किसानों के खाते में पैसे डालूंगा. लेकिन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जब प्रधानमंत्री जी पैसा दे रहे थे तब कमलनाथ जी आपने सारे किसानों के नाम, वो मांगते रहे जो पात्र किसान हैं उनकी सूची भेज दो आप लटकाते रहे. आपका क्या बिगड़ रहा था… अगर किसानों के खाते में प्रधानमंत्री जी का 6 हजार रुपए आता सूची अपूर्ण दी… दी ही नहीं! हमने आते ही हमने उस सूची हो पूर्ण किया और 80 लाख किसान इस योजना में जुड़ गए.”

सीएम ने तंज कसते हुए कहा- ‘कमलनाथ जी ये बताओ की नाम जोड़े क्यों नहीं…? यह तो ऐसा काम था कि हींग लगे न फिटकरी लेकिन आपको तकलीफ क्या थी. दिक्कत ये है कि वह जवाब नहीं देते इधर-उधर घुमाते रहते हैं.’

यह भी पढ़ें...

Exclusive: कमलनाथ ने MP Tak पर बताया शिवराज को शिकस्त देने का इस बार क्या है प्लान?

मुख्यमंत्री का दूसरा सवाल-
सीएम शिवराज ने कहा- ‘आज एक सवाल और मैं पूछ रहा हूं “आपने कहा था किसानों को उनकी उपज का भुगतान 3 दिन के अंदर जिस तरह किसान चाहेगा कर दिया जाएगा.’ ‘कमलनाथ जी भुगतान करना तो दूर मुझे वो दिन याद है जब किसान मुझे मंडियों में ले जाते थी कि यह हमारी धान इतने दिनों से रखी हुई है, उठा ही नहीं रहे हैं कई बार पानी गिर गया तो बोरियों में उग जाती थी. 3 दिन के अंदर भुगतान का तो छोड़ो आपने तो खरीदी तक पूरी नहीं की!’

मैं सवाल इसलिए पूछ रहा हूं. क्योंकि कमलनाथ जी झूठ बोलते हैं. कांग्रेस झूठे वादे करती है ताकि सनद रहे ये जो कहते हैं वो नहीं करते.

Exclusive: MP Tak पर CM शिवराज ने सरकारी नौकरियों को लेकर किया बड़ा ऐलान

कमलनाथ ने कहा- शिवराज जी, क्या सवाल कम पड़ गए थे?
कमलनाथ ने पूछा, “शिवराज जी आज दो सवाल पूछने से पहले यह तो बता देते कि कल सवाल कम पड़ गए थे, यह हिम्मत जवाब दे गई थी. मेरा सीधा सवाल है की पीएम सम्मान निधि में लाखों किसानों के पास पैसा वापस करने का नोटिस क्यों आ रहा है? क्या आपने जानबूझकर किसानों को कर्ज के जाल में फसा देने के लिए यह चाल चली है?”

क्या इस रकम की रिकवरी किसानों से ना करके आप अपनी जेब से करेंगे?
कमलनाथ ने दूसरे सवाल पर कहा, ‘मैंने किसानों को गेहूं पर ₹160 बोनस दिया था. आपकी सौदेबाजी की सरकार बनते ही आप ने किसानों का बोनस बंद कर दिया. किसानों से आपको इतनी दुश्मनी क्यों है? इसका जवाब मध्य प्रदेश के किसान आप से चाहते हैं?

सिंधिया ने अटकलों को किया खारिज, कहा- हमारे CM शिवराज सिंह, उन्हीं के नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे

कमलनाथ ने सवाल न पूछने पर किया तंज
कमलनाथ ने ट्विटर पर शिवराज पर गुरुवार यानि 2 फरवरी को सवाल नहीं पूछने पर तंज किया. उन्होंने कहा- ‘सुबह का भूला अगर शाम को घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते. शिवराज जी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर आपने मुझसे हर रोज सवाल पूछने की घोषणा की थी. मैंने उसी दिन आपको समझाया था कि मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं, जनकल्याण के काम करना है.’  उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा- ‘आज सूर्यास्त तक जब आपका कोई सवाल नहीं आया तो मैं समझ गया आखिरकार आज आपकी बुद्धि के कपाट खुल गए’ अब एक काम और करिए. अपनी पार्टी का घोषणा पत्र ध्यान से पढ़िए और उसे अपनी घोषणा मशीन का निवाला बनने से बचाइए.’

BJP जोड़ तोड़ क्यों करती है? वीडी शर्मा का जवाब- ‘हमने कभी नहीं किया, एमपी को बचाने के लिए’…

‘प्रदेश के नौजवान, किसान, श्रमिक, बेरोजगार, माताएं और बहनें जो सवाल कर रही हैं, उन्हें गौर से सुनिए और विदाई से पहले उनसे किए वादे निभाइये.’

    follow on google news
    follow on whatsapp