करणी सेना का इंदौर में जाेरदार प्रदर्शन, सीएम शिवराज को सद्बुद्धि के लिए दिया धरना
MP Karni Sena Protest: करणी सेना ने इंदौर में 22 सूत्रीय मांगों और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सद्बुद्धि देने के उद्देश्य से बाॅम्बे हॉस्पिटल चौराहे पर सैकड़ों करणी राजपूत सेना द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान 4 थानों का पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा. करणी सेना के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारी प्रमुख […]
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MP Karni Sena Protest: करणी सेना ने इंदौर में 22 सूत्रीय मांगों और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सद्बुद्धि देने के उद्देश्य से बाॅम्बे हॉस्पिटल चौराहे पर सैकड़ों करणी राजपूत सेना द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान 4 थानों का पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा. करणी सेना के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारी प्रमुख मांगों में आर्थिक रूप से आरक्षण एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन और गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने सहित 22 सूत्रीय मांगें रखी गई है.
करणी सेना के जिला अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर राघव ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार राजपूत समाज की मांगों को नजरअंदाज करती है तो आने वाले दिनों में दुगनी ताकत से आंदोलन प्रदर्शन होगा और उग्र आंदोलन होगा. उन्होंने कहा कि लड़ाई सत्ता परिवर्तन की कभी नहीं रही है, लेकिन यदि शासन हमारी बातों को नहीं मानती है. आने वाले 2023 विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन देखने को मिलेगा.
अनुराग सिंह ने कहाकि 8 अक्टूबर से राजपूत समाज द्वारा जीवन सिंह के द्वारा भोपाल में महा जनआंदोलन किया जा रहा है, जिसमें 25 से 30 लाख राजपूत समाज के लोग शामिल हुए थे, दरअसल राजपूत समाज द्वारा अपनी 22 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेश भर में जन आंदोलन किया जा रहा है. प्रशासन के अधिकारियों ने 2 घंटे में जवाब देने की बात कही थी और उनकी बात को माना और शांति पूर्वक में बैठे रहे लेकिन आज 5 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. राज्य सरकार का कोई अधिकारी मिलने तक नहीं आया, नाराज सैकड़ों करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहे पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
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4 थानों का पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा
इस दौरान प्रदर्शनकारियों को देखते हुए 4 थानों का पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा. वह एसीपी जैन राठौर ने बताया कि फिलहाल शांतिपूर्वक राजपूत करणी सेना का प्रदर्शन चल रहा है. अपने कुछ मांगों को लेकर इंदौर के मुंबई हॉस्पिटल चौराहे पर शांतिपूर्वक आंदोलन किया है. उनका कहना है कि हम विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शांतिपूर्ण प्रदर्शन रहेगा. अगर यदि राजपूत समाज शांतिपूर्ण प्रदर्शन करता है तो शासन का उनका सहयोग रहेगा. उनकी मांगों को संबंधित अधिकारियों को पहुंचा दी जाएगी.