Mhow Violence Case: पहले से रची गई थी महू हिंसा की साजिश, FIR में बड़े खुलासे, 13 गिरफ्तार

Mhow violence: FIR की मानें तो हमलावरों ने पहले से ही पत्थर जमा कर रखे थे और जुलूस में शामिल लोगों को धमकी दी थी. कहा था कि अगर यहां से आगे गए तो जान से हाथ धो बैठोगे. पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा.

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महू में हिंसा की साजिश पहले ही रची गई थी.
महू में हिंसा की साजिश पहले ही रची गई थी.
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मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू कस्बे में टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत का जश्न अचानक हिंसा में बदल गया. महू हिंसा के बाद सरकार एक्शन में आ गई है और पुलिस ने अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में तीन FIR दर्ज की गई हैं, जिनमें 17 नामजद आरोपियों समेत कुल 50 लोगों के खिलाफ नामजद और 50 अन्य पर केस दर्ज किया गया है. 

FIR की मानें तो हमलावरों ने पहले से ही पत्थर जमा कर रखे थे और जुलूस में शामिल लोगों को धमकी दी थी. कहा था कि अगर यहां से आगे गए तो जान से हाथ धो बैठोगे. पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा.

कैसे शुरू हुआ विवाद?

9 मार्च 2025 यानि रविवार की रात करीब 11:30 बजे महू के मोती महल चौराहे पर भारत की जीत के जश्न में जुलूस निकाला जा रहा था. तभी, अकबर का तकिया, पत्ती बाजार, टाल मोहल्ला और बत्तख मोहल्ला के 17 नामजद आरोपियों समेत अन्य लोगों ने अचानक जुलूस पर हमला कर दिया. शिकायतकर्ता गजराज उर्फ पप्पू कौशल ने FIR में बताया कि जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जा रहा था, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने पहले से योजना बनाकर पथराव शुरू कर दिया. आरोपियों ने धमकी दी, 'आज तो बच गए, लेकिन आगे जुलूस निकाला तो जान से खत्म कर देंगे.'

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FIR में क्या खुलासे हुए?

FIR में साफ तौर पर कहा गया है कि आरोपियों ने पहले से साजिश रची थी.

जुलूस पर अचानक पथराव: पहले से जमा किए गए ईंट-पत्थरों से हमला किया गया.

वाहनों में तोड़फोड़: हमलावरों ने गजराज की बस (MP-09-FA-4148) और उनके भाई कालू की बसों (MP-09-FA-8522, MP-30-P-0383) में भी तोड़फोड़ की।

जख्मी हुए लोग: हमले में गजराज के कंधे, शरद के पैर और कंधे, आशीष के चेहरे, सुमित और रजीत के हाथ-पैर पर गंभीर चोटें आईं.

पुलिस की कार्रवाई, अब तक क्या हुआ?

SP (ग्रामीण) हितिका वासल ने बताया कि इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और CCTV फुटेज के जरिए अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है. 

- 50 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई है.

- 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

- दोनों पक्षों की 7 FIR दर्ज की गई हैं, जिनमें 50 से ज्यादा नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है.

- महू में अब हालात सामान्य, लेकिन पुलिस सतर्क.

- हिंसा के बाद इलाके में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. बाजार खुल गए हैं और लोगों की आवाजाही जारी है, लेकिन पुलिस सतर्क बनी हुई है.

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क्या हिंसा पहले से प्लान की गई थी?

FIR के मुताबिक, हमलावरों ने पहले से योजना बनाकर पत्थर और ईंटें जमा कर रखी थीं. जैसे ही भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को हराया, महू में हिंसा भड़क उठी. पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि क्या यह एक सोची-समझी साजिश थी. महू में भारत की जीत के जश्न के दौरान हुई हिंसा ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया था, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से हालात काबू में हैं. पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.

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