मानव तस्करी का शिकार हुई अर्चना तिवारी! 11 दिन पहले ट्रेन से हुई थी लापता, अब तक नहीं मिला कोई सुराग
Archana Tiwari Missing Case Update: सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी 7 अगस्त को ट्रेन से लापता हो गईं, जिनकी अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
ADVERTISEMENT

अर्चना तिवारी को गायब हुए आज 11 दिन हो गए है. 7 अगस्त को नर्मदा एक्सप्रेस से इंदौर से कटनी जाते वक्त अचानक ट्रेन से गायब हुई थी, पुलिस इस मामले की छान-बीन कर रही है लेकिन अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है.
बेटी के घर वापस नहीं आने से परिवारवाले काफी तनाव में हैं और अब उन्होंने एक बड़ा दावा किया है. परिवारवालों को शक है कि अर्चना या तो मानव तस्करी का शिकार हो गई है या फिर जहर खुरानी गैंग ने उसे निशाना बना लिया है.
परिवार को क्या शक है?
दरअसल अर्चना के अचानक यूं गायब हो जाने से अलग अलग लोग अपनी अलग अलग थ्योरी लगा रहे हैं. कोई कह रहा है कि उसपर जानवर ने हमला कर दिया होगा, तो किसी का कहना है कि वो भाग गई है. लेकिन परिजनों का दावा है कि ये मामला सामान्य गुमशुदगी का नहीं है.
यह भी पढ़ें...
अर्चना के परिवार वालों के अनुसार ये मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है. इसके अलावा उनका जहर खुरानी गैंग पर भी शक है. परिवारवालों का कहना है कि एक अन्य यात्री को भी उसी दिन जहर खुरानी का शिकार बनाया गया था, जो बाद में पीथमपुर में मिला.
परिजनों का कहना है कि इन दोनों घटनाओं के बीच का संबंध साफ इशारा करता है कि अर्चना के साथ भी कोई साजिश हुई है.
क्या कह रही है पुलिस?
फिलहाल रेलवे पुलिस (जीआरपी) इस मामले की जांच कर रही है और उनका कहना है कि सर्च ऑपरेशन लगातार चल रहा है. अर्चना को लेकर ऑल इंडिया सर्चिंग के आदेश भी दिए जा चुके हैं. लेकिन उसकी गुमशुदगी के 11 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है.
परिजनों ने की सीबीआई जांच की मांग
11 दिनों से अपनी बेटी के घर वापस आने की उम्मीद लेकर बैठे अर्चना के घरवाले अब सीधा मुख्यमंत्री मोहन यादव से अपील कर रहे हैं कि इस केस की सीबीआई से जांच कराई जाए.
उनका कहना है कि यह मामला बहुत बड़ा है. हमारी बेटी को रेलवे पुलिस के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता. हमें लगता है कि इस मामले की जांच सीबीआई को करनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके.
पढ़ाई में होशियार, प्रेम प्रसंग से इनकार
परिवार और जानने वालों ने अर्चना के किसी भी तरह के प्रेम प्रसंग से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि वो पूरी तरह पढ़ाई में ध्यान देती थी और किसी भी तरह के प्रेम प्रसंग से उसका कोई लेना-देना नहीं था. इसलिए परिवार इस एंगल को पूरी तरह नकार रहा है.
क्या है पूरा मामला?
एलएलएम कर चुकी अर्चना तिवारी इंदौर में सिविल जज की तैयारी कर रही थीं, रक्षाबंधन मनाने के लिए उसने 7 अगस्त को नर्मदा एक्सप्रेस के एसी कोच B3 से कटनी जाने की ट्रेन पकड़ी.
घर नहीं पहुंचने पर परिवार वालों ने गमशुदगी का एफआईआर दर्ज करवाया और जांच से पता चला कि उसका मोबाइल लोकेशन आखिरी बार नर्मदापुरम में मिला था. सहयात्रियों का कहना है कि वो रानी कमलापति स्टेशन तक नजर आई थीं, लेकिन उसके बाद वो अपनी सीट से गायब हो गई.
ये भी पढ़ें:पोता तड़पता रहा, ड्रिप पकड़कर खड़ी रही दादी, सतना जिले के अस्पताल की ऐसी हालत मरीज भगवान भरोसे