एक हथिनी के लिए Jio का बहिष्कार क्यों कर कर रहे हैं कोल्हापुर वाले, क्या है महादेवी की कहानी?

रूपक प्रियदर्शी

हथिनी माधुरी महादेवी के लिए कोल्हापुर वालों ने मुकेश अंबानी के Jio, वनतारा और पेटा इंडिया को कोल्हापुर वालों ने टारगेट पर ले लिया है. मामले में महाराष्ट्र सरकार की भी एंट्री हो गई है.

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तस्वीर: इंडिया टुडे.
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महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हथिनी को माधुरी या महादेवी पुकारा जाता है. इस हथिनी की उम्र 36 साल है जो जैन मठ में 34 सालों से रह रही थी.  अचानक हथिनी माधुरी महादेवी पूरे देश में वायरल है. बॉम्बे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हथिनी माधुरी को कोल्हापुर से वनतारा शिफ्ट किया गया है. 

लोग Jio से दूसरी टेलीकॉम कंपनी में पोर्ट करा रहे सिम

हथिनी को वापस लाने के लिए कोल्हापुर के लोगों ने आंदोलन छेड़ा हुआ है. निशाने पर आ गई है रिलायंस की टेलीकॉम कंपनी जियो जिसके बॉयकॉट की मुहिम चल पड़ी है. दावा किया जा रहा है कि बड़ी संख्या में लोग हथिनी के समर्थन में जियो कनेक्शन को दूसरी टेलीकॉम कंपनी में पोर्ट करा रहे हैं. 

क्या है हथिनी की कहानी? 

कोल्हापुर एक गांव नांदणी में जैन मठ है. इसी मठ में महादेवी नाम की हथिनी को 1992 में लाया गया था. हथिनी के वनतारा में जाने के विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के प्रमुख और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने बताया कि पिछले 700 सालों से जैन में मठ में हाथी पालने की परंपरा है. एक नागरिक के मुताबिक इस हथिनी का पूरे कोल्हापुर में रुतबा था. महादेवी रोज मठ से बाहर निकलकर 'फेर-फटका' लगाती थी. लोग इसे शुभ मानते थे. लोगों का इससे काफी लगाव था. उसे देखते ही लोग कहने लगते थे...देखो- 'नादणी की महादेवी' आ गई. 

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हालांकि पेटा ने आरोप लगाया कि हथिनी को जैन मठ में कैद करके रखा गया है. वो अकेलेपन का शिकार है. उसे प्रतिबंधित नुकीले अंकुश से कंट्रोल किया जाता है. उससे गांव में घुमा-घुमाकर भीख मंगवाई जाती है. बच्चों को उसके सूंढ में लपेटवाया जाता है और उसका परिवहन में...जुलूस में इस्तेमाल किया जाता है. जंजीरों में जकड़ गया. उसके पैर सड़ने, नाखून बढ़ने, थकी एड़ियां और गठिया जैसी शिकायत सामने आई.

पेटा का आरोप है कि हथिनी ने अकेलेपन से हताश होकर मानसिक आघात के कारण हिंसक प्रतिक्रिया देने लगी. 2017 में उसने मठ के प्रमुख पुजारी पर हमला कर दिया. इसके बाद उनकी मौत हो गई. महादेवी को इस घटना के बाद ही जंजीरों से जकड़ा जाने लगा. 

हाईकोर्ट ने वनतारा शिफ्ट करने का दिया आदेश 

कोल्हापुर जिले के शिरोल तालुका स्थित जैन मठ में हथिनी महादेवी को लेकर पेटा इंडिया ने आवाज उठाया. पेटा की याचिका पर सुनवाई करते हुए 16 जुलाई को बॉम्बे हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि कोल्हापुर में रह रही हथिनी को रिलायंस के वाइल्डलाइफ रिहैबिलिटेशन सेंटर वनतारा गुजरात में शिफ्ट किया जाए. वनतारा मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी चलाते हैं जो पशुप्रेमी हैं. पीएम मोदी भी वनतारा देखने जा चुके हैं.

पूरे कैंपेन में वनतारा, अंबानी, जियो और पेटा को विलेन की तरह पेश किया जा रहा है. मामला इतना बढ़ चुका है कि महाराष्ट्र सरकार सुप्रीम कोर्ट जाने वाली है ये कहने के लिए हथिनी माधुरी महादेवी को वापस कोल्हापुर भेज दीजिए. हल्ला इसलिए भी ज्यादा बढ़ रहा है कि माधुरी को किसी सरकारी रिहैब में भेजने की बजाय अंबानी के वनतारा में क्यों भेजा गया. 

सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा 

तब से हथिनी को ले जाने और वापस लाने की लड़ाई तेज हुई. विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. 29 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने हथिनी को वनतारा शिफ्ट करने के बॉ़म्बे हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा. सारी कानूनी लड़ाई हार जाने के बाद कोल्हापुर के लोगों ने विरोध का रास्ता अपनाया. कोल्हापुर और महाराष्ट्र का जैन समाज माधुरी महादेवी को वनतारा शिफ्ट करने के खिलाफ जोरदार लड़ाई लड़ रहा है. राजनीतिक लोग भी इस लड़ाई में कूद चुके हैं. जैन समाज का दावा है कि स्थानीय लोगों से पूछे या विश्वास में लिए बिना ऐसा फैसला लिया गया. 

कोर्ट के आदेश पर कोल्हापुर से माधुरी महादेवी को वनतारा ले जाने के लिए गाड़ी आई तो उसका विरोध हुआ. लोगों ने सिगनेचर ड्राइव चलाया. जियो कनेक्शन पर गुस्सा उतारा. धरना प्रदर्शन दिया. दावा किया गया कि कोल्हापुर में पहले कभी इतना बड़ा प्रोटेस्ट नहीं हुआ.

डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने कंपनी पोर्ट करा ली 

राजू शेट्टी ने बताया कि हाथी को वापस लाने को लेकर कोल्हापुर, सांगली, सतारा वालों ने सोमवार को 45 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकाली. इस पदयात्रा में 30 हजार से ज्यादा लोग जुटे. वंतारा के विरोध में लोगों ने जियो का बहिष्कार करते हुए डेढ़ लाख Jio के नंबर दूसरी कंपनी में पोर्ट करा लिए. 

सीएम फडणवीस ने मठ वालों के साथ की बैठक 

फिर भी महादेवी वनतारा पहुंचा दी गई. वनतारा वाले उसके वीडियो शेयर कर रहे हैं कि कैसे वो आनंद में है. कोल्हापुर और जैन समाज का गुस्सा थम नहीं रहा है तो महाराष्ट्र सरकार को एक्शन में आना पड़ा. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नंदिणी मठ के लोगों के साथ बैठक की. सीएम फडणवीस ने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी कि माधुरी को वापस कोल्हापुर वापस लाया जाए. 

सरकार एक स्पेशल मेडिकल टीम बनाएगी जो माधुरी का मेडिकल केयर करेगी. माधुरी के रखरखाव के लिए एक पूरा प्लान सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जाएगा. सरकार लीगल लड़ाई में वनतारा के खिलाफ नंदिणी मठ का साथ देगी. अभी कोई गारंटी नहीं कि हथिनी माधुरी वापस कोल्हापुर लौटाई जाएगी या अंबानी के वनतारा में ही रहेगी.

इनपुट: News Tak डेस्क

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