RSS चीफ मोहन भागवत ने किया Woke शब्द का इस्तेमाल, क्या होता है इसका मतलब?
मरियम-वेबस्टर डिक्शनरी के अनुसार ‘stay woke’ and ‘woke’ शब्द 2014 में उस दौरान बड़े स्तर पर चर्चित हुआ, जब अमेरिका में 18 वर्षीय एक ब्लैक युवक माइकल ब्राउन की अमेरिकी पुलिस अधिकारी द्वारा हत्या कर दी गई थी.
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना दिवस के मौके पर सरसंघचालक मोहन भागवत ने अपने भाषण में ‘वोक’ शब्द का इस्तेमाल किया. दशहरे पर दी गई मोहन भागवत की यह स्पीच फिलहाल चर्चा में है. मोहन भागवत ने अपनी इस स्पीच में कम्युनिस्ट और मार्क्सवादी विचारधारा वालों पर निशाना साधा. उन्होंने इस तबके पर देश की शिक्षा, संस्कार, राजनीति और तमाम संस्थाओं को भ्रष्ट करने का आरोप लगाया. भागवत ने कहा कि ऐसे लोग खुद को वोक (Woke) यानी कि जागृत बताते हैं. सवाल यह है कि ये वोक होना क्या होता है?
इससे पहले भी बीजेपी के पूर्व महासचिव राम माधव इस शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं. उन्होंने 2002 के गुजरात दंगों पर आधारित बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री से उपजे विवाद के दौरान लिखा था कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के पीछे वोकिज़्म (Wokeism) और पतन की ओर जा रहा एक मीडिया संस्थान है’. आइए आज समझते हैं कि वोक क्या है.
क्या होता है वोक (Woke) का मतलब?
माना जाता है कि वोक शब्द की उत्पत्ति अमेरिका में हुई. कुछ सालों से यह शब्द अकादमिक-सांस्कृतिक बहसों के दौरान इस्तेमाल हो रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक शुरुआत में इस शब्द का इस्तेमाल ब्लैक कम्युनिटीज के बीच हुआ. इसे Awake शब्द से निकाला गया है. यानी हिंदी में कहें, जो जागृत या जगा हुआ. बाद में ब्लैक कम्यूनिटी के संगीतकारों ने भी इसका खूब प्रयोग किया. Woke शब्द का इस्तेमाल ब्लैक कम्युनिटीज के बीच होने के कारण इसकी एक नस्लीय पहचान बन गई. इस शब्द को 2017 में ऑक्सफोर्ड इंग्लिश और मरियम-वेबस्टर डिक्शनरी में जोड़ा गया था.
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मरियम-वेबस्टर डिक्शनरी के मुताबिक वोक शब्द अफ्रिकन अमेरिकन वर्नाकुलर इंग्लिश (AAVE) आधारित बोलियों से निकला है. शाब्दिक अर्थों के अलग इस शब्द के काफी गहरे मायने हैं. वोक शब्द अक्सर वहां इस्तेमाल होता है, जहां यह बताना हो कि कोई अपने अधिकारों, अपनी आजादी को लेकर जागरूक है और अपने ऊपर मंडराते खतरों को लेकर सजग है.
ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के समय सर्च में हुई वृद्धि
मरियम-वेबस्टर डिक्शनरी के अनुसार ‘stay woke’ and ‘woke’ शब्द 2014 में उस दौरान बड़े स्तर पर चर्चित हुआ, जब अमेरिका में 18 वर्षीय एक ब्लैक युवक माइकल ब्राउन की अमेरिकी पुलिस अधिकारी द्वारा हत्या कर दी गई थी. तब वोक शब्द पुलिस की बर्बरता और ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन के इर्द-गिर्द की चर्चा से जुड़ा रहा. 2020 में अमेरिकी ब्लैक शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के समय भी इस शब्द से जुड़े सर्च में काफी इजाफा देखा गया.