INDIA अलायंस को लेकर बदल रहे नीतीश के भी सुर! बिहार में चल क्या रहा है?

अभिषेक

नीतीश एक तरफ INDIA अलायंस के ऐक्टिव नहीं होने को लेकर कांग्रेस को कोस रहे हैं, दूसरी तरफ बिहार की गठबंधन सरकार में खींच-तान जारी है. JDU और RJD दोनों की आपस में ही शिक्षक भर्ती पर क्रेडिट लेने की होड़ है.

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Nitish Kumar
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News Tak: बिहार CM नीतीश कुमार ने कहा है कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) में ज्यादा काम नहीं हो रहा है. नीतीश कुमार की ये तल्ख टिप्पणी पटना में लेफ्ट पार्टी के एक कार्यक्रम में देखने को मिली है. नीतीश ने साफ कहा कि सभी मिलकर कांग्रेस को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होकर काम कर रहे थे लेकिन उनको (कांग्रेस को) कोई चिंता नहीं है.

नीतीश कुमार भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) की रैली में बोल रहे थे. बात सिर्फ इतनी ही नहीं है. बिहार में नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच भी तालमेल गड़बड़ होने के संकेत मिल रहे हैं. क्या INDIA गठबंधन के लिए ये चिंता की बात है?

क्या है नीतीश का बयान?

नीतीश कुमार ने कहा कि,’जो देश के इतिहास को बदल रहे है उनको हटाने के लिए हमने पटना में सभी दलों के साथ बातचीत करके सबको एकजुट किया. हमने INDIA अलायंस बनाया, लेकिन अभी काम ज्यादा नहीं हो रहा. अभी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे है, कांग्रेस उसी में लगी हुई है, उसको अभी कोई सुध नहीं है. जबकि हम उसे ही आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होकर लगे हुए थे लेकिन आजकल वो चुनाव में लगी हुई है. जब चुनाव खत्म हो जाएगा तो खुद ही बुलाएंगे.

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क्या बिहार में सब ठीक है?

नीतीश एक तरफ INDIA अलायंस के ऐक्टिव नहीं होने को लेकर कांग्रेस को कोस रहे हैं, दूसरी तरफ बिहार की गठबंधन सरकार में खींच-तान जारी है. JDU और RJD दोनों की आपस में ही शिक्षक भर्ती पर क्रेडिट लेने की होड़ है. दोनों दलों के बीच पोस्टर वार भी चल रहा. शिक्षक भर्ती में चयनित एक लाख बीस हजार से ज्यादा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के लिए गुरुवार 2 नवंबर को पटना में एक मेगा कार्यक्रम आयोजित किया गया है. पटना में नीतीश के पोस्टरों की तो बाढ़ है, लेकिन उनमें उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नदारद हैं.

नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पिछले दिनों INDIA अलायंस की धुरी बनकर सामने आए. माना जाता है कि इनके प्रयासों के बाद ही ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी इस गठबंधन का हिस्सा बनी. ऐसे वक्त में जब कांग्रेस पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों में उलझी है, नीतीश कुमार की तल्खी गठबंधन के लिए ठीक संकेत नहीं हैं.

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