मुंबई की 6 लोकसभा सीटों में से 3 पर सीटों पर सेना बनाम सेना की लड़ाई, जानिए कहां कौन भारी?
वैसे तो मुंबई में कांग्रेस और शिवसेना दोनों पार्टियां साल 2019 तक पारंपरिक रूप से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रही है. 2024 के चुनाव में दोनों दलों के बीच गठबंधन में है
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Mumbai Lok Sabha Election: देश में लोकसभा का चुनाव चल रहा है. सात फेज में होने वाले लोकसभा चुनाव के तीन फेज संपन्न हो चुके है. इन तीन चरणों में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 24 सीटों के लिए मतदान हो चुके है. महाराष्ट्र में इस बार का लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प नजर आ रहा है. चुनाव के दिलचस्प होने की वजह भी खास ही है. प्रदेश में इस बार शिवसेना बनाम शिवसेना और NCP बनाम NCP की लड़ाई देखने को मिल रही है. शरद पवार, उद्धव ठाकरे, एकनाथ शिंदे से लेकर अजित पवार तक सभी अपनी साख बचाने की लड़ाई लड़ रहे है. ऐसे में चौथे चरण में होने वाले देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के 6 सीटों के चुनाव के लिए सियासी बिसात बिछ चुकी है. इनमें से 3 सीटों पर जहां एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) आमने-सामने है, वहीं दो सीटें ऐसी हैं जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. इसके साथ एक सीट ऐसी है जहां शिवसेना (यूबीटी) और भाजपा के बीच मुकाबला है. आइए आपको बताते हैं मुंबई की 6 सीटों पर किनके-किनके बीच है मुकाबला.
मुंबई में लोकसभा की 6 सीटें है जिनमें मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-मध्य, मुंबई उत्तर-पूर्व और मुंबई उत्तर-पश्चिम. ये महाराष्ट्र की उन 13 सीटों में से है जहां 20 मई को पांचवें चरण में मतदान होगा.
तीन सीटों पर 'शिंदे बनाम उद्धव'
मुंबई दक्षिण में उद्धव ठाकरे के मौजूदा सांसद अरविंद सावंत का मुकाबला शिंदे के नेतृत्व वाली सेना की यामिनी जाधव होगा. बता दें कि, यामिनी जाधव मुंबई के बायकुला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. मुंबई दक्षिण-मध्य में सेना (यूबीटी) नेता अनिल देसाई का मुकाबला शिंदे के नेतृत्व वाली सेना के राहुल शेवाले से हैं. देसाई राज्यसभा सांसद रहे हैं, वहीं शेवाले यहां से मौजूदा लोकसभा सांसद हैं. बात मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट की करें तो यहां ठाकरे खेमे के अमोल कीर्तिकर का मुकाबला सत्तारूढ़ सेना के रवींद्र वायकर से होगा. वायकर जो पहले सेना (यूबीटी) में थे, हाल ही में उसे छोड़ शिंदे खेमे में शामिल हुए हैं. वह वर्तमान में मुंबई में जोगेश्वरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
मुंबई उत्तर-मध्य सीट पर कांग्रेस ने अपनी विधायक वर्षा गायकवाड़ को मैदान में उतारा है जो पार्टी की मुंबई इकाई की अध्यक्ष हैं. यहां वर्षा गायकवाड़ का मुकाबला प्रसिद्ध वकील उज्ज्वल निकम से है जिन्हें बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं मुंबई उत्तर से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता पीयूष गोयल का मुकाबला कांग्रेस के भूषण पाटिल से है. वहीं मुंबई नॉर्थ-ईस्ट में बीजेपी के मिहिर कोटेचा का मुकाबला सेना यूबीटी के संजय दीना पाटिल से है.
पहली बार कांग्रेस को वोट करेंगे ठाकरे
वर्षा गायकवाड़ ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. जहां ठाकरे ने उन्हें अपना समर्थन देने का वादा किया और कहा कि उन्हें एक सांसद के रूप में दिल्ली भेजा जाएगा. दिलचस्प बात ये है कि, चुनावी इतिहास में घोषित रूप से ये पहला मौका होगा जब ठाकरे परिवार किसी कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देगा क्योंकि बांद्रा स्थित उनका गहर मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत ही आता है.
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'शिवसेना और कांग्रेस में बन गई है बॉन्डिंग'
वैसे तो मुंबई में कांग्रेस और शिवसेना दोनों पार्टियां साल 2019 तक पारंपरिक रूप से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रही है. 2024 के चुनाव में दोनों दलों के बीच गठबंधन में है जिस पर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश अकोलकर ने कहा, 'प्रतिद्वंद्वी होने के बावजूद, दोनों दलों में सत्ता हासिल करने के लिए कई मौकों पर रणनीतिक समझ दिखी है, खासकर मुंबई नागरिक निकाय में. वर्तमान में जमीनी स्तर पर जो तस्वीर उभर रही है, उसके अनुसार शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस कैडर के बीच जमीनी स्तर पर अच्छी पकड़ बन गई है.'
इसका ताजा उदाहरण ये है कि, मुंबई उत्तर-मध्य से उम्मीदवार वर्षा गायकवाड़ ने अपने प्रचार अभियान में लोकसभा क्षेत्र में आने वाली सभी शिवसेना शाखाओं का दौरा किया और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले कैडर का 'आशीर्वाद' मांगा. इसके बदले में उनके लिए हमेशा उपलब्ध रहने और शहर से संबंधित मुद्दों के लिए लड़ने का वादा भी किया. परिणामस्वरूप शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने उनका हर जगह जोरदार स्वागत किया गया. वैसे आपको बता दें कि, 2014 के बाद से ही कांग्रेस मुंबई की सभी लोकसभा सीटें हार रही है और 2019 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में वह इस रीजन की 36 विधानसभा सीटों में से केवल पांच सीटें जीतने में सफल हो सकी थी.
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