Barmer: रविंद्र भाटी को चुनाव हराने के बाद लोगों के बीच पहुंचे उम्मेदाराम बेनीवाल, सांसद बनते ही खेल दिया बड़ा दांव!
राजस्थान के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने ना सिर्फ हैरान किया, बल्कि बीजेपी को परेशान भी किया. देश की हॉट सीट पर जहां चर्चा निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) की थी, वहां जीत कांग्रेस के खाते में गई. सबसे चर्चित बाड़मेर -जैसलमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल ने निर्दलीय रविंद्रसिंह भाटी को हरा दिया.
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राजस्थान के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने ना सिर्फ हैरान किया, बल्कि बीजेपी को परेशान भी किया. देश की हॉट सीट पर जहां चर्चा निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) की थी, वहां जीत कांग्रेस के खाते में गई. सबसे चर्चित बाड़मेर -जैसलमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल ने निर्दलीय रविंद्रसिंह भाटी को हरा दिया. जबकि यहां केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी तीसरे नंबर पर रहे. अब सांसद बनने के बाद उम्मेदाराम बेनीवाल अलग-अलग धार्मिक स्थलों के दर्शन कर रहे हैं.
आज 6 जून गुरुवार को नवनिर्वाचित सांसद के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमाराम चौधरी और हरीश चौधरी भी मौजूद थे. तीनों नेता बाड़मेर शहर स्थित श्री चंचलप्राग मठ पहुंचे और वहां आशीर्वाद लिया.
मेघवाल समाज के लिए उम्मेदाराम ने की 1 करोड़ रुपए की घोषणा
इस दौरान उन्होंने ऐसा कुछ हुआ, जिसकी चर्चा पूरे संसदीय क्षेत्र में होने लगी. उम्मेदाराम ने साधु-संतों की बीच 1 करोड़ रुपए की घोषणा की. सांसद निधि कोटे का यह फंड मेघवाल समाज में शिक्षा के क्षेत्र के लिए दिया गया. जीत के बाद उम्मेदाराम की इस पहली घोषणा के बाद बायतु विधायक हरीश चौधरी ने भी अपने विधायक कोटे से बायतु में मेघवाल समाज के लिए 3 करोड़ की घोषणा की.
दरसअल, बाड़मेर में JMM यानी जाट, मेघवाल और मुसलमान वोटर्स के फेक्टर ने कांग्रेस की जीत में बड़ी भूमिका निभाई है. इसी की बदौलत कांग्रेस 10 साल बाद इस सीट पर फिर से कब्जा करने में सफल रही है. दोनों नेताओं की कुल 4 करोड़ रुपए की घोषणा को इसी जातीय समीकरण से जोड़कर देखा जा रहा है.
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