Rajasthan: साइकिल वाले सांसद बनेंगे केंद्रीय मंत्री! IAS की नौकरी छोड़ चौथी बार बनें MP, जानें कौन हैं अर्जुनराम मेघवाल

राजस्थान तक

Rajasthan: केन्द्र में रविवार शाम सवा 7 बजे एनडीए सरकार रविवार को शपथ ले रही हैं. इसके साथ ही मंत्रिमंडल का भी गठन हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में राजस्थान से 3 सांसदों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है. इनमें गजेंद्र सिंह शेखावत, भागीरथ चौधरी और अर्जुनराम मेघवाल का नाम शामिल है.

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Arjun Ram Meghwal
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Rajasthan: केन्द्र में रविवार शाम सवा 7 बजे एनडीए सरकार रविवार को शपथ ले रही हैं. इसके साथ ही मंत्रिमंडल का भी गठन हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में राजस्थान से 3 सांसदों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है. इनमें गजेंद्र सिंह शेखावत, भागीरथ चौधरी और अर्जुनराम मेघवाल का नाम शामिल है. आइए आज आपको अर्जुनराम मेघवाल की सियासत की कहानी बताते हैं कि कैसे आईएएस अधिकारी से कानून मंत्री  तक का सफर तय किया. मेघवाल चौथी बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं.

अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर सीट से जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस के गोविंद राम मेघवाल को 54 हजार से ज्यादा वोट से मात दी थी. अर्जुन राम मेघवाल को 5,61097 वोट मिले वोट मिले जबकि गोविंद राम मेघवाल को 5,06,588  को वोट मिले थे.

चौथी बार बनें सांसद

इस सीट को अर्जुन राम मेघवाल का गढ़ कहा जा सकता है. वो बीकानेर सीट से लगातार साल 2009 से जीत हासिल कर रहे हैं. 2009 के लोकसभा चुनाव में  कांग्रेस के रेवत राम पंवार को हराकर वो बीकानेर से सांसद बने थे. इसके बाद उन्होंने 2014, 2019 और  2024 के लोकसभा चुनाव में अपने जीत को सिलसिला बरकरार रखा. 

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IAS की नौकरी छोड़ चुके

कानून एवं न्याय मंत्री का पद संभाल चुके केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आईएएस की नौकरी छोड़ सत्ता का रास्ता चुना था. अर्जुन राम मेघवाल की राजनीति पारी शुरू करने की कहानी बेहद ही दिलचस्प है. उन्हें साल 1994 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री का ओएसडी बनाया गया था. फिर अपने बेहतरीन काम के चलते वो कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते गए और फिर एडीएम, आईएएस और जिला कलेक्टर भी हुए. जिला कलेक्टर के पद से रिटायरमेंट के बाद वो राजनीति में आए.उसके बाद वो बीजेपी में शामिल हुए.  

मोदी के करीबी नेताओं में गिनती

बीजेपी ने मेघवाल को 2009 में लोकसभा चुनाव में बीकानेर से टिकट दिया. इस मौका का भरपूर इस्तेमाल करते हुए उन्होंने बड़ी जीत हासिल की. जिसके बाद यह जीत का सिलसिला अब तक बरकरार है.  2014 का चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने उन्हें लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी का मुख्य सचेतक बनाया. इसी कार्यकाल में लोक सभा अध्यक्ष ने उन्हें लोक समिति के अध्यक्ष के रूप में भी नामित किया था. फिर 2019 का चुनाव जीतने के बाद वो केंद्र की बीजेपी सरकार में संसदीय मामलों और भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री बने.

अर्श से फर्श तक का रहा है सफर

अर्जुन राम मेघवाल का जन्म 7 दिसंबर 1954 को हुआ. अर्जुन राम मेघवाल की शादी महज 13 साल की उम्र में हो गई थी. उनके पिता बुनकर थे. मेघवाल ने पिता से उन का यह हुनर सीखा और खुद पिता संग यह काम किया, लेकिन पढ़ाई भी जारी रखी. अर्जुन राम मेघवाल सादा जीवन जीना पसंद करते हैं, उन्हें एक सरकारी गाड़ी मिली हुई है लेकिन वो अभी भी साइकिल से संसद जाना पसंद करते हैं.

रिपोर्ट: नेहा मिश्रा, इंटर्न, राजस्थान तक
 

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