Explained: राज, हॉन्टेड जैसी फिल्में बनाने वाले विक्रम भट्ट को उदयपुर पुलिस ने पकड़ा, 30 करोड़ की ठगी का मामला क्या है?

Vikram Bhatt Case Explained: उदयपुर पुलिस ने फिल्ममेकर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी को एक व्यवसायी से करोड़ों रुपये की ठगी के आरोप में मुंबई से हिरासत में लिया है. आरोप है कि बायोपिक और चार फिल्मों के नाम पर 44 करोड़ रुपये लिए गए, जिनमें से करीब 30 करोड़ धोखे से हड़प लिए गए. केस में कुल 8 आरोपी हैं.

Vikram Bhatt Case Explained
Vikram Bhatt Case Explained
social share
google news

Vikram Bhatt Case Explained: राजस्थान पुलिस ने रविवार को फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेताम्बरी भट्ट को मुंबई में हिरासत में लिया है. उन पर उदयपुर के व्यवसायी और इंदिरा आईवीएफ के संचालक डॉ. अजय मुर्डिया ने करोड़ों की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने दोनों को मुंबई के यारी रोड इलाके के गंगा भवन अपार्टमेंट से हिरासत में लिया है. अब पूछताछ के लिए दोनों को उदयपुर लाया जा रहा है.

इस केस में दिनेश कटारिया नाम के शख्स का अहम रोल रहा है, जो इस केस की पहली कड़ी है. कटारिया ने ही मुबंई में अजय मुर्डिया और विक्रम भट्ट की पहली मीटिंग करवाई थी. इसी के बाद फिल्म बनाने की बातें शुरू हुई. 

कैसे हुई अजय मुर्डिया और दिनेश कटारिया की मुलाकात?

डॉ. अजय मुर्डिया संगीत और कला के क्षेत्र में रुचि रखते हैं. इसी शौक के चलते उनका संपर्क दिनेश कटारिया से हुआ. दिनेश कटारिया ने दावा किया कि उनके मुंबई फिल्म जगत में अच्छे संपर्क हैं. अजय मुर्डिया ने दिनेश के सहयोग से अपनी स्वर्गीय पत्नी की पुण्यतिथि पर भजन गायक अनूप जलोटा को बुलवाया था. 

यह भी पढ़ें...

बायोपिक बनाने के झांसे से हुई शुरुआत

इसी कार्यक्रम के बाद, दिनेश कटारिया ने अजय मुर्डिया को प्रोत्साहित किया कि वे अपनी स्वर्गीय पत्नी की स्मृति में अपनी बायोपिक बनवा लें. दिनेश ने कहा कि इससे उनके काम की जानकारी पूरे भारत में फैलेगी और फिल्म से चार-पांच गुना मुनाफा होगा. अजय मुर्डिया ने दिनेश कटारिया पर विश्वास किया और बायोपिक बनाने का निर्णय लिया.

मुंबई में विक्रम भट्ट से पहली मुलाकात

दिनेश कटारिया ने अजय मुर्डिया को बताया कि उन्होंने विक्रम भट्ट से बायोपिक बनाने की बात कर ली है. 25 अप्रैल 2024 को अजय मुर्डिया दिनेश कटारिया के साथ मुंबई के वृंदावन स्टूडियो गए और विक्रम भट्ट से मिले.

मुलाकात के दौरान, अजय मुर्डिया ने स्पष्ट किया कि उन्हें फिल्म निर्माण का कोई व्यावहारिक ज्ञान नहीं है. इस पर विक्रम भट्ट ने उन्हें विश्वास दिलाया कि वह फिल्म से जुड़े सभी काम संभाल लेंगे.

"आप बस रुपया भेजते रहना... दिनेश यहां मुंबई में आपके रुपयों के खर्चों की निगरानी रखेगा व उसके कहने पर ही आप हमें भुगतान करना, इससे लेन-देन में पारदर्शिता बनी रहेगी." - विक्रम भट्ट

विक्रम भट्ट ने अजय मुर्डिया को एक और फिल्म 'महाराणा (रण)' में भी पैसा लगाने का लालच दिया, जिससे बड़े मुनाफे का वादा किया गया.

बातचीत में विक्रम भट्ट ने कहा कि उनकी पत्नी श्वेताम्बरी भट्ट भी फिल्म बनाने का काम देखती हैं. इसके बाद, विक्रम भट्ट ने अपनी पत्नी की कंपनी VSB, LLP को इस काम में पार्टनर बना लिया.

दो फिल्मों के लिए 40 करोड़ की डील

शिकायत में कहा गया है कि 24 मई 2024 को अजय मुर्डिया की फर्म 'इंदिरा इन्टरप्राइजेज' और विक्रम भट्ट की पत्नी श्वेताम्बरी भट्ट की फर्म 'VSB, LLP' के बीच दो फिल्मों 'बायोपिक (15 करोड़) और 'महाराणा (25 करोड़)' के निर्माण के लिए 40 करोड़ रुपये का समझौता हुआ.

समझौते के बाद, अजय मुर्डिया ने 31 मई 2024 को 2.50 करोड़ रुपये वीएसबी प्रोडक्शन एलएलपी के खाते में ट्रांसफर कर दिए.

बजट बढ़ाकर चार फिल्मों बनाने की बात

समझौते के कुछ दिनों बाद, विक्रम और श्वेताम्बरी भट्ट उदयपुर आए और अजय मुर्डिया से 7 करोड़ रुपये और निवेश करने को कहा. आरोप है कि उन्होंने झांसा दिया कि केवल 7 करोड़ रुपये और देने पर चार फिल्में (कुल 47 करोड़ में) बनाई जा सकती हैं , और मुनाफा 100 से 200 करोड़ तक हो सकता है.अजय मुर्डिया ने उनके दिलाए गए विश्वास पर भरोसा कर सहमति दी और 21 जून 2024 को 7 करोड़ का अतिरिक्त समझौता (Addendum Term Sheet) किया गया.

लगातार भुगतान हुआ तो शक बढ़ा

समझौते के बाद, अजय मुर्डिया वेंडरों के बिलों का भुगतान करते रहे. उन्होंने पाया कि विक्रम और श्वेताम्बरी भट्ट बिना किसी अप्रूवल के केवल मेल भेजकर भुगतान करवा देते थे, जिससे बिलों की सत्यता पर संदेह हुआ.

इसके बाद अजय मुर्डिया ने एक प्रक्रिया बनाई, जिसके तहत बिलों की सत्यता की जांच के बाद दिनेश कटारिया की अप्रूवल पर ही भुगतान किया जाने लगा.

फिर कुछ दिनों बाद. स्टाफ के नाम पर भी 77,86,979 रुपये ट्रांसफर करवाए गए और चेक के माध्यम से 10,50,000 रुपये निकाले गए. इस पर संदेह जताने पर दिनेश कटारिया ने अजय मुर्डिया को आश्वस्त किया.

धोखे से वीएफएक्स भुगतान

आरोप है कि विक्रम भट्ट ने धोखे से 'न्यूब स्टूडियो एलएलपी' के साथ किए गए वीएफएक्स (VFX) सर्विस एग्रीमेंट में इंदिरा एन्टरटेन्मेट की चार फिल्मों के साथ अपनी एक फिल्म 'हैक्ड-2' को भी जोड़ लिया. इस तरह उन्होंने अजय मुर्डिया के पैसो से अपनी निजी फिल्म का भी वीएफएक्स करवा लिया. कुल 2.45 करोड़ रुपये न्यूब स्टूडियो को ट्रांसफर किए गए.

शूटिंग रोककर ब्लैकमेल करने का आरोप

जब अजय मुर्डिया या उनकी मैनेजर वनिता ओझा ने अधिक राशि के बिलों पर आपत्ति जताई तो विक्रम और श्वेताम्बरी भट्ट फिल्मों की शूटिंग रोककर भुगतान करने के लिए कथित मजबूर करते थे.

तय 47 करोड़ के बजट में से अजय मुर्डिया ने अब तक कुल 42,70,82,232 रुपये का भुगतान कर दिया था. इसके बावजूद, एक फिल्म रिलीज हुई. दूसरी फिल्म पूरी हुई, तीसरी फिल्म ('विश्व विराट') केवल 25% बनी और चौथी फिल्म की शूटिंग शुरू भी नहीं हुई.

एकाउंटेंट ने खोली पोल

यह पूरा घोटाला तब उजागर हुआ जब विक्रम भट्ट के ऑफिस में काम करने वाले एकाउंटेंट राकेश नारायण पाणिग्राही ने 23 अक्टूबर 2025 को उदयपुर आकर अजय मुर्डिया से मुलाकात की.

एकाउंटेंट ने बताया कि सभी ने अजय मुर्डिया को फिल्म निर्माण की जानकारी न होने का फायदा उठाया और षड्यंत्र रचकर करोड़ों रुपये वेंडरों को भुगतान करवाकर, वेंडरों को मामूली कमीशन/राशि देकर धोखाधड़ी से अवैध रूप से हड़प लिए हैं.

8 आरोपियों पर मामला दर्ज

FIR में दावा किया गया है कि 44,28,04,690 रुपये का भुगतान करवाया गया, जिसमें से लगभग 30 करोड़ रुपये धोखाधड़ी कर अवैध रूप से हड़प लिए गए हैं. इस मामले में विक्रम भट्ट और श्वेताम्बरी भट्ट सहित कुल 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है. एफआईआर में अन्य आरोपियों में दिनेश कटारिया, मेहबूब अंसारी, मुदित बुट्टन, कृष्णा विक्रम, गंगेश्वर श्रीवास्तव और अशोक दुबे शामिल हैं. इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की धाराओं 318(4), 316(2), 336(3), 340(2) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

ट्रांजिट रिमांड की तैयारी

पुलिस ने विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी को हिरासत में लेने के बाद मुंबई में उनका मेडिकल कराया है. जांच अधिकारी (IO) ने दोनों के ट्रांजिट रिमांड के लिए बांद्रा कोर्ट में आवेदन किया था. जिसके बाद पुलिस को पुलिस को 9 दिसम्बर दोपहर 2 बजे तक का ट्रांजिट रिमांड मिल गया है. इस अवधि तक पुलिस को आरोपियों को उदयपुर कोर्ट में पेश करना है.

कौन हैं फिल्ममेकर विक्रम भट्ट?

फिल्ममेकर विक्रम भट्ट हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने निर्देशक और लेखक हैं. 1990 के दशक से बॉलीवुड में सक्रिय विक्रम भट्ट ने रोमांटिक ड्रामा, सस्पेंस और हॉरर फिल्मों की एक अलग पहचान बनाई है. उनकी कुछ सफल फिल्में, गुलाम, राज, 1920, हॉन्टेड 3D, अनामिका और क्रिएचर 3D रही हैं. खासतौर पर राज और 1920 को इंडस्ट्री में हॉरर जॉनर की बेहतरीन फिल्मों में माना जाता है. अपनी यूनिक स्टोरीटेलिंग और थ्रिलर टच के कारण विक्रम भट्ट आज भी दर्शकों में लोकप्रिय हैं.

यह भी पढ़ें: 'पूरा गांव BJP का है फिर भी सड़क नहीं..', टोंक में मंत्री दिलावर के सामने फूटा ग्रामीण का दर्द, लेकिन मिनिस्टर से ऐसे जवाब की उम्मीद नहीं थी

    follow on google news