24 घंटे में अपन बयान से उपेंद्र कुशवाहा ने मारी पलटी, अपनी हार के लिए NDA को बताया था जिम्मेदार!
Bihar Politics: उपेंद्र कुशवाहा की पलटी पर कांग्रेस का बड़ा बयान सामने आया और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शिशिर कौण्डिल्य ने कह दिया कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार के सियासी छोटे भाई हैं इसलिए उपेंद्र कुशवाहा पर नीतीश की संगत का असर है और वह भी नीतीश की तरह पलटी मारना सीख गए हैं.
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Bihar Politics: उपेंद्र कुशवाहा बिहार यात्रा पर हैं, लेकिन उनके बयानों से सुर्खियां बटोर रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने एनडीए की वजह से अपने चुनाव में हार जाने का बयान दिया, लेकिन 24 घंटे में ही उन्होंने अपना बयान पलट दिया और कहा कि जनता राजद के प्रपंच में फंस गई इसलिए उनकी हार हुई. उपेंद्र कुशवाहा के पलटने के बाद कांग्रेस ने उनपर तंज कसा है.
BJP ने कौन सा स्क्रू टाइट किया कि 24 घंटे में पलट गए कुशवाहा - कांग्रेस
कुशवाहा की पलटी पर कांग्रेस का बड़ा बयान सामने आया और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शिशिर कौण्डिल्य ने कह दिया कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार के सियासी छोटे भाई हैं इसलिए उपेंद्र कुशवाहा पर नीतीश की संगत का असर है और वह भी नीतीश की तरह पलटी मारना सीख गए हैं. साथ ही कांग्रेस ने यह भी सवाल उपेंद्र कुशवाहा से पूछ दिया कि उपेंद्र जी बता दे कि भाजपा ने कौन सा स्क्रू टाइट किया कि 24 घंटे में उपेंद्र कुशवाहा पलटी मारने पर मजबूर हो गए.
मेरी राजनीति को खत्म करने की साजिश थी- उपेंद्र कुशवाहा
शुक्रवार को अपनी बात रखते हुए बिहार यात्रा के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने दो और बड़ी बातें कहीं उन्होंने कह दिया कि उनकी राजनीति को ही खत्म करने की एक बड़ी साजिश रची गई थी साथ ही उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा कि उनको सांसद बनने से विरोधी रोकना चाहते थे. लेकिन सबके रोकने के बावजूद भी वह राज्यसभा सांसद बनकर सदन तक तो वो पहुंच ही गए
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चाह कर भी काराकाट की हार भूल नहीं पा रहे उपेंद्र कुशवाहा?
काराकाट के हार की कसक उपेंद्र कुशवाहा के दिल से मिट ही नहीं रही. बिहार लोकसभा चुनाव का नतीजा आए अब महीनो गुजर चुके हैं. फिर भी उपेंद्र कुशवाहा लोकसभा चुनाव में काराकाट में हुए अपने हश्र को भूल नहीं पा रहे हैं. बता दे की काराकाट लोकसभा चुनाव में जहां महा गठबंधन की तरफ से राजाराम सिंह ने जीत दर्ज की थी वही भोजपुरी अभिनेता और निर्दलीय उम्मीदवार पवन सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे. उपेंद्र कुशवाहा तीसरे नंबर पर फिसल गए थे और यह बात उपेंद्र कुशवाहा आज भी पचा नहीं पा रहे हैं.
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