हिजाब विवाद में नया अपडेट: नुसरत परवीन को जॉइनिंग के लिए मिली मोहलत, सिविल सर्जन ने बताई पूरी डिटेल
Bihar Hijab Controversy Update: हिजाब विवाद के बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने एक लेटर जारी कर नुसरत परवीन के जॉइनिंग को अब 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है. आपको बता दें कि नुसरत के अलावा 11 और डॉक्टरों ने अब तक नौकरी जॉइन नहीं की है. वहीं पटना के सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह ने पूरे मामले पर विस्तार से जानकारी दी है.

बिहार में 15 दिसंबर को हुए हिजाब विवाद ने राज्य के साथ-साथ देश की राजनीति को गरमा दिया है और यह थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. हिजाब विवाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर विपक्ष लगातार निशाना साध रहा है और वहीं सत्ता पक्ष उनका बचाव करते हुए दिखाई दे रहा हैं. 20 दिसंबर को नुसरत परवीन के नौकरी नहीं जॉइन करने के बाद इस विवाद को और हवा मिल गई है. लेकिन सरकार ने अब एक बड़ा फैसला लेते हुए नुसरत परवीन की जॉइनिंग डेट 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है. इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार ने एक लेटर भी जारी किया है. आपको बता दें कि नुसरत परवीन के अलावा 11 और डॉक्टरों ने नौकरी जॉइन नहीं की है. विवाद और डेडलाइन बढ़ने के बिहार तक पटना के सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह के पास पहुंचा और उनसे खास बातचीत की. आइए विस्तार से जानते हैं पूरी डिटेल और सिविल सर्जन ने क्या-कुछ बताया?
31 दिसंबर तक बढ़ाई गई जॉइनिंग डेट
आपको बता दें महिला डॉक्टर नुसरत परवीन को 20 दिसंबर को नॉकरी जॉइन करना था. शनिवार यानी 20 दिसंबर को शाम 6 बजे तक नुसरत का इंतजार किया गया लेकिन वह वहां नहीं पहुंची. अब पटना के सिविल सर्जन अविनाश कुमार ने कहा कि, हम लोगों के पास राज्य स्वास्थ्य समिति से एक लेटर मिला है जिसमें लिखा हुआ है कि नियुक्ति का डेट(Joining Date) 20 तक था उसे 31 दिसंबर कर दिया गया है. अब वे 31 दिसंबर तक जॉइन कर सकती है और उनकी जॉइनिंग में कोई भी परेशानी नहीं होगी.

क्या पहली बार बढ़ाई गई जॉइनिंग डेट?
जब हमारे संवाददाता ने उनसे पूछा की ऐसा पहली बार हुआ है कि जॉइनिंग डेट आगे बढ़ाया गया है? इस पर सिविल सर्जन ने कहा कि, नहीं, पूर्व में भी आवश्यकता के अनुसार जॉइनिंग का डेट बढ़ाया जाता रहा है. यह कोई नई बात नहीं है और मेरी जानकारी के मुताबिक 12 डॉक्टरों ने अभी किसी कारण विशेष से जॉइन नहीं किया है. तो अब सभी डॉक्टरों को जॉइन करने का अवसर मिला है.
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क्या सभी 12 नुसरत के कॉलेज से है?
जब उनसे पूछा गया कि क्या सारे डॉक्टर नुसरत के कॉलेज से है तो सिविल सर्जन अविनाश ने कहा कि, नहीं...इसमें हर तरह के डॉक्टर है. उन्होंने कहा कि इसमें आयुर्वेदिक, होम्योपैथी के डॉक्टर भी है और नुसरत यूनानी पद्धति वाली थी, जिन्होंने राजकीय तिब्बती कॉलेज से पास किया है.
झारखंड सरकार का ऑफर और नुसरत की जॉइनिंग
जब उनसे पूछा कि नुसरत झारखंड जा सकती है, तो सिविल सर्जन ने कहा कि, ये तो उनकी मर्जी है, उनका निर्णय होगा वो कहां जाना चाहती हैं और क्यों जाना चाहती हैं? सैलरी को लेकर सिविल सर्जन ने कहा कि यह सब कहने की बातें है, जितना पैसा कहा जा रहा है वह लगभग असंभव है. अविनाश कुमार से एक बात साफ कहा है कि वह निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है और हमारा उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं है. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि, हमें पूरी उम्मीद है कि वह जल्द ही जॉइन करेंगी.
यहां देखें सिविल सर्जन से खास बातचीत
विवाद की पूरी कहानी
दरअसल 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में 1283 आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र देने के कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान जब नुसरत परवीन हिजाब लगाकर नियुक्ति पत्र लेने पहुंची तो नीतीश कुमार ने उन्हें कहा कि- 'ये क्या है' और फिर उन्होंने उनका हिजाब नीचे की ओर खींच दिया. जब तक पीछे खड़े डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी उन्हें रोकते तब तक देर हो चुकी थी. इसी पूरी घटना का क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और विपक्ष ने तब से ही उनपर निशाना साधना शुरू कर दिया.
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