कांग्रेस का अल्टीमेटम! लालू-तेजस्वी का दिल्ली दौरा, महागठबंधन में सीट बंटवारे पर पेंच कहां फंसा?
बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर भारी तनाव है. कांग्रेस ने 13 अक्टूबर तक अंतिम फैसला लेने का समय दिया है. लालू और तेजस्वी यादव सीट संकट सुलझाने के लिए दिल्ली में राहुल गांधी से मिल सकते हैं.

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर रस्साकशी थमने का नाम नहीं ले रही. राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) जैसे सहयोगी दलों के बीच कई सीटों पर सहमति नहीं बन पाई है. इस बीच, RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव दिल्ली रवाना हो रहे हैं, जहां उनकी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात संभावित है.
सीट बंटवारे में फंसा पेंच
सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन में कुछ सीटों पर गहरे मतभेद हैं. कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि अगर 13 अक्टूबर तक सीटों का फॉर्मूला तय नहीं हुआ, तो वह अपनी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा स्वतंत्र रूप से कर सकती है. दूसरी ओर, RJD ने पहले चरण के लिए अपने उम्मीदवारों को नामांकन की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए हैं. इससे साफ है कि पार्टी अपनी तैयारियों में कोई ढील नहीं देना चाहती.
मुख्यमंत्री चेहरा भी बना मुद्दा
सीट बंटवारे के साथ-साथ महागठबंधन में मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर भी असमंजस बना हुआ है. VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने उपमुख्यमंत्री पद की मांग दोहराई है, लेकिन RJD सूत्रों का कहना है कि बिना मुख्यमंत्री चेहरे के ऐलान के इस मांग को स्वीकार करना मुश्किल है.
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दिल्ली दौरा आखिरी कोशिश?
लालू और तेजस्वी की दिल्ली यात्रा को महागठबंधन की एकता के लिए अहम माना जा रहा है. माना जा रहा है कि इस दौरान उनकी कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात होगी. अगर यह चर्चा सफल रही, तो अगले हफ्ते तक सीट बंटवारे की घोषणा हो सकती है. लेकिन अगर बातचीत विफल रही तो गठबंधन में दरार गहरा सकती है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस अलग से अपनी सूची जारी कर सकती है, जिससे विपक्षी एकता को झटका लगेगा.
AIMIM की एंट्री से नया ट्विस्ट
महागठबंधन की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हो रही हैं. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) बिहार में 32 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. पार्टी ने सीमांचल और मुस्लिम बहुल इलाकों में अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमाम ने 16 जिलों की 32 सीटों की सूची जारी की है, हालांकि उम्मीदवारों के नाम अभी घोषित नहीं किए गए हैं.
पिछले विधानसभा चुनाव में AIMIM ने पांच सीटें जीती थीं, लेकिन चार विधायक बाद में RJD में शामिल हो गए थे. इस बार ओवैसी की रणनीति महागठबंधन के वोट बैंक में सेंधमारी कर सकती है, खासकर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में.