2 लाख देकर IPS बना, वर्दी पहनकर घर से निकला ही था कि यूं खुली पोल, बिहार का चौंका देने वाला मामला

ललित यादव

Jamui Fake IPS News: बिहार के जमुई में एक फर्जी IPS पकड़ा गया. मामला उस वक्त खुला जब वह शख्स IPS की वर्दी पहनकर बाहर घूम रहा था. लोगों की शख्स पर शक हुआ तो पुलिस को जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी शख्स से जानकारी मांगी तो पूरा मामला खुल गया. पूरा केस धोखाधड़ी का बताया जा रहा है.

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BIHAR FAKE IPS
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Jamui Fake IPS News: बिहार के जमुई में एक फर्जी IPS पकड़ा गया. मामला उस वक्त खुला जब वह शख्स IPS की वर्दी पहनकर बाहर घूम रहा था. लोगों की शख्स पर शक हुआ तो पुलिस को जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी शख्स से जानकारी मांगी तो पूरा मामला खुल गया. पूरा केस धोखाधड़ी का बताया जा रहा है. जहां एक युवक से दो लाख रुपए लेकर IPS बनाने का दावा किया गया. आरोपी के पास से एक पल्सर बाइक और नकली पिस्टल बरामद की गई है. अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

जमुई की सिकंदरा पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ के बाद जो तथ्य सामने आए वो बेहद चौकाने वाले हैं. अब जमुई पुलिस उस गिरोह का भंडाफोड़ करने में जुटी है, जो भोले-भाले युवकों को ठगी का शिकार बनाकर आईपीएस बना देती है.

कौन है फर्जी IPS युवक

आरोपी युवक का नाम मिथिलेश कुमार (18) है, लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गोबर्धनबीघा गांव का रहने वाला है. लेकिन अब सिकंदरा थाना के हवालात में बंद है. 

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कैसे पकड़ा गया फर्जी IPS

आरोपी मिथिलेश को शुक्रवार सुबह ही वर्दी मिली थी और उसी दिन पुलिस ने पकड़ लिया. युवक पल्सर बाइक पर आईपीएस की वर्दी लगाकर सिकंदरा चौक पर किसी काम से रूका ही था कि उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. सिकंदरा के आमजन को युवक हुलिया देखकर कुछ अटपटा लगा. फिर क्या था..किसी ने सिकंदरा थानाध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह को इसकी सूचना दी. उसके बाद पुलिस ने युवक को सिकंदरा चौक से धर दबोचा. जमुई पुलिस अब इससे गहन पूछताछ कर रही है. मिथिलेश कुमार से बातचीत में जो बातें सामने आयी वो बेहद गंभीर और चौकाने वाली है.

युवक को किसने दी IPS की वर्दी 

युवक मिथिलेश कुमार ने बताया कि खैरा इलाके के मनोज सिंह नाम के एक व्यक्ति ने उसे पुलिस में नौकरी लगाने का ऑफर दिया था और इस एवज में उससे दो लाख तीस हजार रुपए की मांग की थी. मिथिलेश ने अपने मामा से दो लाख रुपए लेकर मनोज सिंह को दिए थे ताकि उसकी नौकरी पुलिस में लग जाए. मनोज सिंह ने उसके शरीर का नाप लिया और उसके दूसरे दिन बुलाकर उसे आईपीएस की वर्दी, आईपीएस का बैच और पिस्टल दी. 

मिथिलेश वर्दी पहनकर खुशी-खुशी घर गया और अपनी मां से आशीर्वाद लेकर फिर मनोज सिंह से मिलने निकल पड़ा. मिथिलेश ने कहा कि उसे वर्दी पहनकर मनोज सिंह ने बुलाया था और बाकी के तीस हजार रुपए की मांग कर रहा था. मिथिलेश मनोज सिंह से ही मिलने जा रहा था और कुछ देर के लिए सिकंदरा चौक पर रुका तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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