वोटर अधिकार यात्रा के समापन का अचानक बदला प्लान, अब पटना में नहीं होगी जनसभा, जानें पूरी कहानी

माहिरा गौहर

Rahul Gandhi voter rights yatra: राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का समापन अब पटना में जनसभा से नहीं बल्कि पदयात्रा से होगा. प्रशासनिक दबाव और विपक्ष के आरोपों के बीच यात्रा का बदला प्लान.

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Rahul Gandhi voter rights yatra Bihar padyatra update
वोटर अधिकार यात्रा के समापन का बदला प्लान
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Rahul Gandhi voter rights yatra: बिहार में चल रही वोटर अधिकार यात्रा अब अपने अंतिम चरण में है. 16 दिन की इस यात्रा का आज 12 वां दिन है. इस यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के तमाम नेता शामिल हुए. साथ ही देश भर से तमाम विपक्ष के बड़े नेता भी इस यात्रा से जुड़कर इसे सफल बनाने की कोशिश की है.

इस यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना में जनसभा के साथ होना था लेकिन अब इस प्लान में बदलाव हुआ है. इस यात्रा का समापन पद यात्रा से होगा. मिली जानकारी के अनुसार, नेताओं का मानना है पदयात्रा से जनता में ज्यादा उत्साह और भागीदारी दिखेगी.  

पहले रैली का था प्रोग्राम

पहले इस यात्रा का समापन एक विशाल जनसभा और रैली के बाद होना था. कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने इस संदर्भ में पहले ऐलान किया था कि 1 सितंबर को पटना में एक विशाल वोटर अधिकार रैली होगी, जिससे बिहार की जनता "वोट चोरों" को करारा संदेश देगी. लेकिन अब इस कार्यक्रम की जगह पदयात्रा आयोजित किया जाएगा. बिहार में चुनाव आयोग के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के खिलाफ निकाली जा रही यात्रा में आखरी दिन इंडिया गठबंधन के कई बड़े चेहरे शामिल होंगे और गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से पटना हाई कोर्ट के पास बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर प्रतिमा तक पदयात्रा करेंगे. 

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"यात्रा में प्रशासन खड़ी कर रही मुश्किलें"

महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने 26 अगस्त को वोटर अधिकार यात्रा के दौरान बिहार तक से बातचीत में कहा था कि प्रशासन पर सरकार का दबाव है जिसके वजह से यात्रा में उन्हें काफी परेशानियां आ रही हैं. आगे उन्होंने कहा कभी हैलीपैड के लिए मना कर दिया जाता तो कभी रैली करने से रोका जाता है तो कभी यात्रा के बीच में रूट बदलने का दबाव दिया जाता है. 

क्या है यात्रा का मकसद?

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 'वोट चोरी' के खिलाफ एक महाअभियान है. बिहार में चले रहे (SIR) पर विपक्ष का आरोप है की आयोग मतदाता सूची में धांधली कर रहा है और लाखों मतदाताओं के अधिकार छीने जा रहे हैं. विपक्ष ने ये भी आरोप लगाया कि ये सब कुछ चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर कर रहा है. पटना मार्च के लिए ममता बनर्जी और एमके स्टालिन सहित सभी इंडिया ब्लॉक के शीर्ष नेताओं को निमंत्रण दिया जा रहा है. बता दें 27-28 अगस्त को यात्रा में प्रियंका गांधी भी शामिल रहीं. वहीं 29-30 अगस्त को समाजवादी नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्वमुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल होंगे . 

इन जिलों से होकर गुजरेगी राहुल की यात्रा 

17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा बिहार के 23 जिलों से होकर गुजरेगी. बता दें खबर लिखने तक ये यात्रा सासाराम से शुरू होकर औरंगाबाद, गयाजी, नवादा, शेखपुरा, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा और मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी से होकर गुजर चुकी है. आगे यह यात्रा पश्चिम चंपारण, सारण, भोजपुर और पटना जिलों से होकर गुजरेगी. 16 दिन के इस यात्रा को कुल 1,300 किलोमीटर की दूरी करनी है.

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