113 लाख करोड़ के कर्ज में डूबे भारतवासी, संसद में पेश हुआ चौंकाने वाला डेटा, RBI के रेपो रेट कट से किसको कितना फायदा?
संसद सत्र के दौरान सरकार ने एक बड़ा डेटा पेश किया है. सरकार ने ये डिटेल दी कि देश के लोगों ने कितना होम लोन, पर्सनल लोन कितना लिया हुआ है. इस खबर में ये भी जानेंगे कि रेपो रेट के कट होने से किसको और कितना फायदा होने वाला है.

महंगाई के दौर में एक तो अच्छी खबर आई कि आरबीआई ने रेपो रेट 0.25 परसेंट सस्ता कर दिया. इससे होगा ये कि आरबीआई से लोन लेने वाले बैकों को लोन सस्ते में मिलेगा. उनको लोन सस्ता पड़ेगा तो वो अपने कस्टमर को लोन पर लगने वाले इंटरेस्ट कम करके देंगे. अगर बैंकों ने पूरी ईमानदारी दिखाई तो होम लोन 0.25 परसेंट सस्ता होगा, लेकिन ये लाभ केवल उनको ही मिलेगी जिन्होंने फ्लोटिंग पर लोन लिया हुआ है.
संसद सत्र के दौरान सरकार ने एक बड़ा डेटा पेश किया. सरकार ने ये डिटेल दी कि देश के लोगों ने होम लोन, पर्सनल लोन ने कितना लोन लिया हुआ है. डेटा में ये चौंकाने वाली बात ये निकली कि होम लोन से ज्यादा लोगों ने पर्सनल लोन, ऑटो लोन ले रखा है. 2023-24 में लोगों ने 39 लाख करोड़ का हाउसिंग लोन लिया हुआ है. इस लोन में अच्छी बात ये है कि चलिए लोग घर बनाने या खरीदने के लिए लोन ले रहे हैं और बदले में किस्तों में पैसे चुका रहे हैं. नॉन-हाउसिंग लोन का डेटा और ज्यादा हैरान करने वाला है. दोनों को मिलाने से ये डेटा 113 लाख करोड़ का बनता है.
74 लाख करोड़ का ये डेट हैरान करने वाला
Personal Loan, Credit Card वाला लोन, Education Loan, Vehicle Loan-ये सब मिलाकर लोगों के सिर पर 74 लाख करोड़ का लोन है. यानी EMI पर चल रहा है. लोन लेकर पढ़ाई हो रही है. लोन लेकर जरूरी खर्चे पूरे किए जा रहे हैं. लोन से ही कार-बाइक खरीदी जा रही है. ऐसे लोगों के लिए 0.25 परसेंट का रेट कट भी मायने रखता है. आरबीआई के रेट कट का ऐसे लोन पर फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि पर्सनल, ऑटो जैसे लोन फिक्स रेट पर मिलते हैं. फर्क उनको पड़ेगा जो नया लोन लेने के लिए अप्लाई करेंगे.
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0.25 रेट कट से लोन पर क्या फर्क पड़ेगा?
0.25 रेट कट से क्या फर्क पड़ेगा, ईएमआई पर इसे भी समझिए. अगर 40 लाख का लोन 20 साल के लिए 9 परसेंट इंटरेस्ट रेट पर लिया हुआ तो रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती होगा. आपका बैंक ने कटौती कर दी कि इंटरेस्ट रेट होगा 8.75%. हर महीने की ईएमआई में बचत होगी 641 रुपये. मंथली EMI घटकर करीब 35,348 रुपये हो जाएगी. 20 साल में आपकी कुल बचत करीब 1 लाख 53 हजार 746 रुपये होगी.
20 लाख रुपए के लोन पर कितनी होगी बचत?
20 लाख रुपए के 20 साल वाले लोन पर EMI लगभग 310 रुपए घटेगी. 30 लाख के 20 साल वाले लोन पर EMI करीब 465 रुपए कम होगी. अगर 20 साल के होम लोन की EMI 25 हजार हर महीने जा रही तो रेपो रेट में 0.25% की कटौती के बाद EMI में औसतन प्रति लाख 18 रुपए की कमी आती है.
अब सवाल ये है कि ईएमआई कम हो रही है तो क्या करना चाहिए. इसमें दो ऑप्शन हैं. या तो ईएमआई कम करा लिया जाए या लोन का टेन्योर कम कराया जाए. एक्सपर्ट लोन टेन्योर कम कराने की सलाह देते हैं.
लोन का टेन्योर कम कराने के क्या हैं फायदे?
जब ब्याज दरों में कटौती होती है, तो बैंक आपको EMI कम करने या लोन के टेन्योर को कम करने का ऑप्शन देते हैं. अगर आप EMI को कम करने की जगह लोन के टेन्योर को घटाने का फैसला करते हैं, तो आपका लोन जल्दी खत्म हो सकता है, जिससे पूरी अवधि के दौरान आपका कुल इंटरेस्ट पेमेंट कम हो जाता है और आप ज्यादा पैसे बचा सकते हैं.
आरबीआई का रेपो रेट घटाना बैंकों के लिए सीधी सुविधा और राहत है, लेकिन लोन लेने वाले हर व्यक्ति को फायदा नहीं मिला. सीधा और फौरन फायदा सिर्फ उनका मिलता है जिनका होम लोन रेपो रेट से कनेक्टेड होता है. ज्यादातर लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) से लिंक होते हैं. ऐसे लोन में रेट कट का फायदा मिलने में समय लगता है.
लोगों पर लोन का बोझ
- होम लोन: 39 लाख करोड़
- पर्सनल-ऑटो जैसे लोन: 74 लाख करोड़
- कुल: 113 लाख करोड़
EMI घटने का असर
- लोन अमाउंट: 40 लाख
- लोन टेन्योर: 20 साल
- इंटरेस्ट रेट: 9%
- EMI कट: प्रति लाख 641 रुपये
- 20 साल में बचत: 1.53 लाख
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