IREDA का शेयर क्यों बना रॉकेट? अगली तिमाही के रिजल्ट से पहले जानिए इसके पीछे की असली वजह
IREDA का शेयर जनवरी 2024 में अब तक 18.5% बढ़ा है. IREDA के शेयर 111 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 10% बढ़कर 122.10 रुपये पर पहुंच गए.
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IREDA Stock News: शेयर बाज़ार आए दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है. आज बाजार में गजब की तेजी दिखी. Nifty 203 Point ऊपर चढ़कर 22,097 के रिकॉर्ड लेवल पर बंद हुआ. IT और Banking सेक्टर एक साथ चढ़े, लेकिन एक और स्टॉक है जिसमें गजब की रैली देखने को मिली और वो है Mini Ratna कंपनी Indian Renewable Energy Development Agency Ltd.(IREDA ). इसके शेयरों में आज यानी15 जनवरी के ट्रेडिंग सत्र में 10% का ऊपरी सर्किट लगा.
IREDA का परफॉर्मेंस
IREDA का शेयर जनवरी 2024 में अब तक 18.5 फीसदी बढ़ा है. IREDA के शेयर 111 रुपये के पिछले दिन के क्लोजिंग लेवल के मुकाबले 10 फीसदी बढ़कर 122.10 रुपये पर पहुंच गया. अब कंपनी का मार्केट कैप 32,817.61 करोड़ रुपये हो गया है.
निवेशकों को 3.8 गुना प्रॉफिट
IREDA का IPO नवंबर 2023 में आया था और इसका इश्यू साइज 2150.21 करोड़ रुपये का था. IREDA के IPO का इश्यू प्राइस 32 रुपये था और एक्सेंजेज पर इसकी लिस्टिंग 29 नवंबर 2023 को 56.2% प्रीमियम के साथ 50 रु पर हुई थी. अब ये शेयर 121.80 रुपए पर ट्रेड कर रहा है. ऐसे में निवेशकों को इश्यू प्राइस से अब तक हर शेयर पर करीब 90 रुपए का प्रॉफिट हुआ है यानी 3.8 गुना प्रॉफिट.
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शेयर में तेजी क्यों?
हाल में शेयर की तेजी के पीछे 2 बड़ी वजहें हैं. पहली वजह ये है कि कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट्स (कंपनियों) को लोन देने के कारोबार में है. बाजार में पावर फाइनेंसिंग और रिन्यूएबल सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा है. ऊपर से हाल में कंपनी ने रिटेल डिविजन में भी उतरने की घोषणा की है. इससे कंपनी PM-KUSUM स्कीम, Rooftop सोलर और अन्य B2C सेक्टर्स से जुड़े ग्राहकों को टार्गेट करेगी.
दूसरी वजह की बात करें तो Nuvama Alternative & Quatitative Research के मुताबिक MSCI रीबैलेंसिंग में IREDA का शेयर MSCI Smallcap Index में शामिल हो सकता है. 13 फरवरी को MSCI रीबैलेंसिंग की घोषणा होगी और बदलाव 29 फरवरी 2024 से लागू होंगे.
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रीबैलेंसिंग ट्रेडिंग का एक प्रमुख कॉन्सेप्ट है. यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें निवेश पोर्टफोलियो में विभिन्न सेक्टरों के वेटेज को बैलेंस यानी समायोजित किया जाता है. यह कंपनी की परिसंपत्तियों को खरीदने या बेचने से हासिल किया जाता है. रीबैलेंसिंग के पीछे की वजह रिस्क लेवल और पोर्टफोलियो की रिटर्न क्षमता को बनाए रखना होता है. साथ ही यह सुनिश्चित करना भी है कि पोर्टफोलियो निवेशक के लॉन्ग टर्म निवेश लक्ष्यों के मुताबिक बना रहे.
क्या कहती है Research
Nuvama Alternative & Quatitative Research के मुताबिक IREDA, CelloWorld, Honasa Consumer, Signature Global जैसे स्टॉक्स MSCI Smallcap Index में शामिल होने के प्रबल दावेदार हैं. इसका सीधा मतलब है कि, MSCI Smallcap Index में अगर IREDA शामिल होता है, तो पैसिव फंड्स की ओर से इस शेयर में खरीदारी होगी यानी इन फंड्स की ओर से शेयर में इनफ्लो देखने को मिलेगा.
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दूसरी तिमाही के नतीजे
20 जनवरी को IREDA के Q3 रिज्लट आएंगे, लेकिन दूसरी तिमाही के नतीजे की बात करें, तो IREDA का FY24 की दूसरी तिमाही में मुनाफा 54% बढ़ोतरी के साथ 285 करोड़ रुपये था. वहीं Q2FY24 में कुल 1177 करोड़ रुपये रही थी जो FY23 की सितंबर तिमाही में 791.56 करोड़ रुपये थी यानी 49% की सालाना बढ़ोतरी. अब 20 जनवरी यानी Q3 नतीजों की तारीख बेहद नजदीक है इसलिए शेयर में अचानक तेजी देखी जा रही है.
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