दिल्ली में UPSC एस्पिरेंट रामकेश मीणा हत्याकांड का खुलासा, लिव-इन पार्टनर ही क्यों बनी जानी-दुश्मन? जानें पूरी कहानी

Ramkesh Meena murder case: दिल्ली के गांधी विहार इलाके में UPSC एस्पिरेंट रामकेश मीणा की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि रामकेश की हत्या उसकी लिव-इन पार्टनर अमृता चौहान ने अपने एक्स-बॉयफ्रेंड और दोस्त के साथ मिलकर की थी. प्यार, ब्लैकमेल और बदले की इस कहानी में वेब सीरीज से मिला मर्डर का आइडिया.

Ramkesh Meena murder case
Amrita Chauhan and Rakesh Meena
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राजधानी दिल्ली के गांधी विहार इलाके में 6 अक्टूबर को एक फ्लैट में UPSC की तैयारी कर रहे रामकेश मीणा की जली लाश मिली थी. अब इस मामले की गुत्थी पूरी तरह से सुलझ गई है. यह कोई आम हत्या नहीं बल्कि, प्यार-ब्लैकमेलिंग-हत्या का मामला है. हत्या किसी और ने नहीं बल्कि लिव-इन पार्टनर ने की है और इसके लिए क्राइम वेब सीरीज को देख-देखकर आईडिया  भी लिया गया था. आइए जानते है इस रामकेश मीणा हत्याकांड की पूरी कहानी और साथ ही जानते हैं कैसे हुई ये हत्या और कौन है इसके किरदार. साथ ही इस रिपोर्ट में जानेंगे आखिर क्यों लिव-इन पार्टनर ही बनी जानी-दुश्मन.

पहले जानिए पूरा मामला

6 अक्टूबर को दिल्ली के गांधी विहार इलाके में एक लड़के की गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से उसके ही फ्लैट में मौत हो जाती है, जिससे की इलाके में सनसनी फैल जाती है. जानकारी जुटाने के बाद मालूम चला कि लड़के का रामकेश मीणा है और वह UPSC की तैयारी कर रहा था. पुलिस भी जब मौके पर पहुंचती है तो प्रथम दृष्टया उन्हें यह हादसा ही लगता है, लेकिन वहां मौजूद कुछ साक्ष्य के कारण पुलिस जांच की दिशा बदल देती है और फिर पूरे मामले का खुलासा होता है कि इस हत्याकांड को रामकेश की लिव-इन पार्टनर अमृता चौहान, उसके एक्स-बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त ने मिलकर दी है.

हत्या की मास्टर माइंड अमृता चौहान कौन है?

इस हत्याकांड के पीछे की मास्टरमाइंड है मुरादाबाद की रहने वाली 21 साल की अमृता चौहान. अमृता फॉरेंसिक साइंस में B.Sc की एक छात्रा था और फिलहाल वो B.Sc कंप्यूटर की पढ़ाई कर रही थी. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अमृता को क्राइम वेब सीरीज देखने में काफी दिलचस्पी थी और इसी से उसने आइडिया लेकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया. 

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रामकेश(32) और अमृता की मुलाकात मई 2025 में हुई थी और दोनों के बीच की दोस्ती जल्द ही गहरे रिश्ते में बदल गई. इसके बाद दोनों दिल्ली के गांधी विहार इलाके में एक फ्लैट में लिव-इन में रहने लगे. अमृता से उसके परिवार ने पहले ही रिश्ता तोड़ दिया था और 8 जुलाई 2024 को उन्होंने एक अखबार में उसके परिवार ने विज्ञापन भी दिया था कि वे अपनी सारी जायदाद से अमृता को बेदखल कर दिया है. 

लिव-इन पार्टनर क्यों बनी जानी-दुश्मन?

पुलिस पूछताछ में अमृता ने बताया कि रामकेश और अमृता का रिश्ता कुछ महीनों तक काफी बढ़िया चला और दोनों प्यार में डूबे हुए थे. लेकिन इसी दौरान रामकेश ने उसके कुछ अश्लील वीडियो और फोटो रिकॉर्ड कर लिए और उसे एक हार्ड डिस्क में सेव कर रख लिया था. जब अमृता को इस बात का पता चला तब उसने रामकेश ने डिलीट करने को कहा, मगर उसने बहाना बनाकर टाल दिया. बस यहीं से दोनों की हंसती-खेलती जिंदगी में दरार आ गई और अमृता ने उससे बदला लेने का फैसला किया.

एक्स-बॉयफ्रेंड का लिया सहारा

अमृता पहले ही क्राइम वेब सीरीज देखने की शौकीन थी और उसने अपने एक्स-बॉयफ्रेंड सुमित(27) के साथ मिलकर रामकेश से बदला लेने का फैसला कर लिया. सुमित ने इस काम को अंजाम देने के लिए अपने दोस्त संदीप(29) को भी शामिल कर लिया, जो कि SSC/CGL की तैयारी कर रहा था और पुलिस लाइन में संविदा कर्मचारी था. वहीं सुमित गैस सिलेंडर का डिस्ट्रीब्यूटर था. 

तीनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची क्योंकि अमृता फॉरेंसिक साइंस की स्टूडेंट थी और उसे पता था कि सबूत कैसे मिटाना है, वहीं सुमित को गैस सिलेंडर धमाका कराना का पूरा आइडिया था. संदीप को अपने साथ रखा ताकि वे उससे हार्ड डिस्क छीन ले और रामकेश की जान से मार दे. 

हत्या की रात में कब और क्या-क्या हुआ?

5-6 अक्टूबर की दरमियानी रात तय प्लानिंग के मुताबिक अमृता, सुमित और संदीप रामकेश के गांधी विहार इलाके स्थित फ्लैट पर पहुंचे. तीनों घर में दाखिल होते ही हमलावर हो गए. आरोप है कि इन लोगों ने पहले रामकेश का गला घोंटा और डंडों से मार कर उसकी हत्या कर दी. फिर प्लानिंग के मुताबिक ही सबूत मिटाने की जुगत में जुट गए.

पहले शव पर तेल, घी और शराब डालकर आग लगा दी. फिर सुमित ने किचन से गैस सिलेंडर निकाला और रेगुलेटर का नॉब रामकेश के सिर के पास रख दिया, ताकि ब्लास्ट कुछ देर बाद हो और पूरा वाक्या हादसा जैसा लगे. इसके बाद उन्होंने हार्ड डिस्क, दो लैपटॉप और अन्य सामान लेकर गेट को बाहर से ही बंद कर दिया और फरार हो गए. करीब एक घंटे बाद तेज धमाका हुआ और शव टुकड़ों में बंट गया.

ऐसे पकड़े गए आरोपी

पुलिस को जब हादसे की सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे. वहां पहले उन्हें भी यह हादसा ही लगा लेकिन जब वहां आसपास गैस सिलेंडर के टुकड़ों को देखा और रामकेश के परिवार ने इसे हत्या बताया तो उन्होंने जांच का एंगल ही बदल दिया. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें उन्हें नकाबपोश दो युवक और एक युवती दिखी जो कि पहले बिल्डिंग के अंदर दाखिल होते और कुछ देर बाद बाहर निकलते है.

जांच-पड़ताल करने के बाद युवती की पहचान अमृता चौहान के रूप में हुई. पुलिस ने फिर अमृता के मोबाइल की लोकेशन यानी CDR निकलवाकर जांच की तो पता चला कि घटना के वक्त उसका फोन गांधी विहार के इलाके में ही एक्टिव था और इससे उनका शक और गहरा गया.

मुरादाबाद से गिरफ्तार हुई मास्टरमाइंड

पुलिस ने अमृता के मोबाइल पर जब कॉल किया तो वह लगातार बंद मिल रहा था. तब पुलिस ने मुरादाबाद में छापेमारी की और 18 अक्टूबर को उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का दावा है कि अमृता ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल लिया है और साथ ही सुमित और संदीप का नाम भी बताया है. अमृता के निशानदेही पर हार्ड डिस्क और रामकेश के कुछ सामान बरामद किया है. पुलिस ने 21 अक्टूबर को सुमित और 23 अक्टूबर को संदीप को भी गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है.

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