एल्विश के गांव की रहने वाली राधिका यादव बनना चाहती थी उनकी तरह स्टार, पिता से कहा था- ‘पापा, मेरे दिमाग में..'

न्यूज तक

राधिका यादव, जो एल्विश यादव के गांव से थी, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बनना चाहती थी. लेकिन आत्मनिर्भर बनने की उसकी कोशिश को उसके पिता ने गोलियों से खत्म कर दिया.

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Radhika Yadav and Elvish Yadav
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गुरुग्राम के एक छोटे से गांव से निकली 25 साल की राधिका यादव की ख्वाहिशें बड़ी थीं. वो उसी गांव (वजीराबाद) की रहने वाली थी जहां से मशहूर सोशल मीडिया स्टार Elvish Yadav का नाम उभरा. एल्विश की तरह ही Radhika Yadav भी डिजिटल दुनिया में अपनी पहचान बनाना चाहती थी. खेल की दुनिया से शुरुआत कर वो सोशल मीडिया पर खुद को बतौर इन्फ्लुएंसर साबित करना चाहती थी, लेकिन किसे पता था कि उसके अपने ही घर में उसके सपनों का सबसे बड़ा दुश्मन छिपा बैठा है.

राधिका टेनिस की खिलाड़ी रही थी. खेल के जरिए उसने बहुत कुछ सीखा और अब जब वह चोट के चलते खेल से कुछ दूर हुई, तो उसने अपने अनुभव और फिटनेस को सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाने का फैसला किया. वो अपनी मां को साथ लेकर रील्स बनाती थी, वीडियो तैयार करती थी और यही उसका नया रास्ता बन रहा था आत्मनिर्भरता की ओर.

डिजिटल प्लेटफॉर्म मजबूत करना चाहती थी

उसका सपना था अपनी खुद की टेनिस एकेडमी चलाने का और साथ ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक मजबूत पहचान बनाने का. राधिका का मानना था कि उसके पास बहुत सारा अनुभव और ‘कंटेंट’ है, जिससे वो पैसा और नाम दोनों कमा सकती है.

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लेकिन ये बातें उसके पिता दीपक यादव को पसंद नहीं थीं. गुरुग्राम में अच्छा खासा रेंटल बिज़नेस चलाने वाले दीपक चाहते थे कि राधिका सिर्फ घर की बनी-बनाई राह पर चले. उन्हें उसकी सोशल मीडिया की तरफ बढ़ती रुचि, वीडियो बनाना, बाहर जाना ये सब खटकता था. गांव में हो रही बातें और ताने भी उनके मन पर असर कर रहे थे.

पिता बेटी में था मतभेद

पुलिस की शुरुआती जांच में ये सामने आया है कि यह मामला न ऑनर किलिंग का है, न ही किसी प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। दरअसल, यह एक पिता और बेटी के बीच मतभेद का अंत था, जिसमें पिता ने बेटी के आत्मनिर्भर बनने की चाह को गोली मार दी.

गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, आरोपी पिता पिछले कई दिनों से तनाव में था। वह चाहता था कि बेटी एकेडमी बंद कर दे क्योंकि घर में पैसे की कोई कमी नहीं थी, लेकिन राधिका कुछ अलग करना चाहती थी अपनी मेहनत और पहचान के दम पर.

जिस गांव से एल्विश यादव जैसे बड़े डिजिटल स्टार ने उड़ान भरी, उसी गांव की राधिका यादव के सपनों को सोशल मीडिया से जोड़ने की सजा इतनी भयानक होगी, किसी ने सोचा भी नहीं था. इस समय राधिका की मौत की जांच जारी है और आरोपी पिता पुलिस हिरासत में है. पुलिस अब राधिका के सोशल मीडिया अकाउंट्स और उसके फोन की भी जांच कर रही है, ताकि यह समझा जा सके कि आखिर उस दिन क्या हुआ होगा जब एक पिता ने अपनी बेटी को हमेशा के लिए खामोश कर दिया.

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