Vladimir Putin :पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेकर राष्ट्रपति पुतिन ने बनाया रिकॉर्ड, पश्चिमी देशों के लिए बोली बड़ी बात

अजीत सिंह

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President Putin Oath Ceremony : पांचवी बार रुस के राष्ट्रपति के तौर पर व्लादिमीर पुतिन ने क्रेमलिन में शपथ ले लिया, औरअब वो सबसे लंबे समय तक रूस की सत्ता पर काबिज रहने वाले राष्ट्राध्यक्ष बन गए हैं. व्लादिमीर पुतिन अपने पुराने अंदाज में  क्रेमलिन पहुंचे और वहां हर कोई उनके स्वागत में ताली बजा रहा था. 

inauguration ceremony as President of Russia

शपथ लेने के बाद पुतिन ने कई बातों का जिक्र किया जिसमें रूस की सभ्यता से लेकर रूसी समाज को कैसे मजबूत किया जाए इस पर जोर दिया गया. अपने संबोधन के शुरुआत में पुतिन ने रूस के लोगों का धन्यवाद किया.

Vladimir Putin took the oath of loyalty to the people

स्पेशल मीलिट्री ऑपरेशन पर बोले पुतिन

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पुतिन ने रूस की तरफ से लड़ रहे सैनिकों के साथ-साथ पूरे रूस की जनता को धन्यवाद किया और कहा कि आपने अपना भरोसा मुझपर दिखाया उसके लिए शुक्रिया. पुतिन ने कहा कि रूस और रूस की जनता उनके लिए सबसे पहले है. साथ ही रूस के मित्र देशों के साथ सबंधों को और मजबूत करने का आह्वान किया.

Vladimir Putin sworn in as President of the Russian Federation

पश्चिमी देशों पर क्या बोले पुतिन


पुतिन ने साफ-साफ बोला कि वो पश्चिमी देशों के साथ बातचीत को नाकार नहीं रहे हैं. पर अब पश्चिमी देशों को फैसला करना है कि वो रूस के साथ कैसा संबंध चाहते हैं. वो अपने पुराने तरीकों से रूस के विकास में बाधा बनेंगे जैसा वो पहले रूस के खिलाफ आजमाते रहे हैं. हम सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता के लिए बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन ताकत  से बातचीत के लिए नहीं. हम अहंकार, दंभ या असाधारणता के बिना बातचीत के लिए तैयार हैं - समान स्तर पर और एक-दूसरे के हितों के सम्मान के साथ बातचीत होनी चाहिए.

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रूस के लोगों से पुतिन की अपील 

आप, रूस के नागरिकों, ने पुष्टि कर दी  है कि देश सही रास्ते पर है. यह अभी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. मैं इसे हमारे साझा ऐतिहासिक लक्ष्यों के प्रति आपकी गहरी जागरूकता और हमारी पसंद, हमारे मूल्यों, हमारी स्वतंत्रता और रूस के राष्ट्रीय हितों की रक्षा के अटूट संकल्प के रूप में देखता हूं.मुझे विश्वास है कि हम इस कठिन निर्णायक दौर से गरिमा के साथ गुजरेंगे और और भी मजबूत होकर उभरेंगे. हमने लंबी अवधि के लिए जो भी योजना बनाई है, हम निस्संदेह उन सभी दूरगामी परियोजनाओं को पूरा करेंगे जिनका उद्देश्य हमारे विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना है. हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों का संरक्षण है. मुझे विश्वास है कि सदियों पुराने पारिवारिक मूल्यों और परंपराओं का समर्थन सार्वजनिक और धार्मिक संघों, राजनीतिक दलों और सरकार के सभी स्तरों को एकजुट करता रहेगा.

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