मंदसौर: गरबा प्रैक्टिस कर रही युवती को नकली बंदूक दिखाकर फिल्मी अंदाज में किडनैप कर ले गए बदमाश, जानें पूरा मामला

आकाश चौहान

गरबा की प्रैक्टिस के दौरान शादीशुदा युवती को उसके ही परिजनों ने जबरन किडनैप कर लिया. लड़की लिव-इन में रह रही थी, जिससे नाराज परिवारवालों ने नकली बंदूक के दम पर घटना को अंजाम दिया.

ADVERTISEMENT

मंदसौर में रिकॉर्ड हुई किडनैपिंग
मंदसौर में रिकॉर्ड हुई किडनैपिंग
social share
google news

मध्यप्रदेश के मंदसौर में गरबा की रिहर्सल के दौरान एक युवती को उसके ही परिवारवालों ने सबके सामने जबदस्ती उठा लिया. यह चौंकाने वाली घटना मंदसौर के खानपुरा इलाके में हुई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे भीड़ के बीच से युवती को जबरदस्ती खींचते हुए एक गाड़ी में ले जाया गया और बाकी लोग सिर्फ तमाशा देखते रहें. सबसे हैरानी की बात ये रही कि युवती का अपहरण किसी गैंग या बदमाशों ने नहीं, बल्कि उसके अपने ही मायके और ससुराल वालों ने मिलकर किया.

शादी के बाद भी बॉयफ्रेंड के साथ रह रही थी

दरअसल महिला  की शादी पहले हो चुकी थी, लेकिन वह अब मंदसौर में एक युवक यश के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी. यह बात उसके परिवार को नागवार गुजरी और उन्होंने उसे जबरदस्ती वापस ले जाने की योजना बना डाली.

यह भी पढ़ें...

पुलिस को जब इस घटना की जानकारी मिली, तो तुरंत अलग-अलग थानों की टीमें बनाकर गाड़ी की तलाश शुरू की गई. रात्रि चेकिंग प्वाइंट्स को भी एक्टिव किया गया. आखिरकार शामगढ़ थाना क्षेत्र की चंदवासा चौकी में गाड़ी को रोक लिया गया और युवती को सकुशल बरामद कर लिया गया.

पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है. पूछताछ में पता चला कि सभी आरोपी युवती के परिवार से ही जुड़े हैं. दिलचस्प बात यह भी सामने आई कि वीडियो में जो बंदूक दिखाई दे रही थी, वह असली नहीं बल्कि प्लास्टिक की थी. फिर भी, इस मामले में डर फैलाने की नीयत से हथियार लहराने की कोशिश की गई, जिससे पुलिस ने IPC की धारा 25 और 27 के तहत भी मामला दर्ज किया है.

पुलिस ने क्या कहा?

कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि युवती अपनी मर्जी से मंदसौर में रह रही थी और उसे जबरन ले जाना कानूनन गलत है, चाहे अपहरण करने वाले उसके अपने परिवार वाले ही क्यों न हों. अभी सभी आरोपियों से पूछताछ चल रही है और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया है.

सवाल खड़ी करती है ये घटना

इस पूरे मामले ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अगर भीड़ के बीच से एक युवती को नकली पिस्तौल दिखाकर, उसके अपने ही परिजन इस तरह से उठा सकते हैं और कोई कुछ नहीं करता, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या होगा? क्या अब लड़कियों को उनकी मर्जी से रहने के लिए भी डरते रहना पड़ेगा?

फिलहाल, पुलिस की तफ्तीश जारी है लेकिन यह मामला यह जरूर सोचने पर मजबूर कर गया है कि समाज, कानून और भीड़, तीनों की चुप्पी कहीं ज़्यादा डरावनी है.

ये भी पढ़ें: MP: पहले मोमोज खिलाकर किया बेहोश, फिर पति ने दोस्तों संग मिलकर अपनी ही पत्नी का किया गैंगरेप

    follow on google news