सरकार बनने से पहले अचानक मंत्रालय क्यों पहुंच गए CM शिवराज? एक्शन मोड में आए नजर
सीएम शिवराज सिंह चौहान वोटिंग के तीन दिन बाद वल्लभ भवन पहुंच गए. आखिर वे आचार संहिता के बीच मंत्रालय क्यों पहुंचे, इसे लेकर चर्चाएं होना शुरू हो गई हैं.
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MP Election 2023: मध्य प्रदेश में वोटिंग हो चुकी है, नतीजों का इंतजार है. 3 दिसंबर को चुनावी परिणाम घोषित किए जाएंगे, इसके बाद साफ होगा कि प्रदेश में किसकी सरकार बन रही है. सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) वोटिंग के तीन दिन बाद वल्लभ भवन पहुंच गए. दरअसल, वल्लभ भवन पहुंचकर सीएम शिवराज ने किसानों को उर्वरक की उपलब्धता को लेकर बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए.
मध्य प्रदेश में लगी आचार संहिता के बीच सीएम शिवराज ने मंगलवार दोपहर वल्लभ भवन पहुंचकर सहकारिता विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में खाद वितरण की समुचित व्यवस्था हो सके इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. सीएम शिवराज ने कहा कि भलें ही प्रदेश में आचार संहिता लागू है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि जनता से जुड़े जो काम हैं वो रुक जाएं और अधिकारी इस पर ध्यान न दें.
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किसानों को लाइन से बचाने व्यवस्था
प्रदेश में उर्वरकों की कमी से किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है, इसीलिए खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीएण शिवराज ने आचार संहिता के बीच अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस सीजन में इस साल 5 फीसदी ज्यादा बौनी हो चुकी है. अधिकारियों ने सीएम शिवराज को बताया कि उर्वरकों का पर्याप्त स्टॉक मध्य प्रदेश सरकार के पास उपलब्ध है. विपरण संघ के 422 विपरण केंद्र चल रहे हैं. 154 वितरण केंद्रों से नकद उर्वरक बेचना शुरू कर दिया है. 92 अतिरिक्त वितरण केंद्र शुरू किए गए हैं. किसानों को लाइन से बचाने के लिए टोकन व्यवस्था की गई है.
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बारिश का पूर्वानुमान
सीएम शिवराज के मुताबिक मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अगले 2-3 दिनों में बारिश का पूर्वानुमान है. जब बारिश होगी तो बौनी बढ़ेगी. ऐसे समय में किसानों को उर्वरक की जरूरत पड़ेगी. आचार संहिता के बीच वोटिंग के बाद शिवराज सिंह चौहान एक्शन मोड में नजर आए. किसानों को कोई समस्या न हो इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए.
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