उगते सूर्य को अर्घ्य देकर मनाया गुड़ी पड़वा पर्व, इसी के साथ शुरू हुआ हिंदू नववर्ष
Indore news: विक्रम संवत 2080 का शुभारंभ आज से हो गया है. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत हो जाती है, जिसे गुड़ी पड़वा के नाम से भी जाना जाता है. पूरे मध्यप्रदेश में गुड़ी पड़वा का त्योहार मनाया जा रहा है. इंदौर के चाणक्य पुरी चौराहे […]
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Indore news: विक्रम संवत 2080 का शुभारंभ आज से हो गया है. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत हो जाती है, जिसे गुड़ी पड़वा के नाम से भी जाना जाता है. पूरे मध्यप्रदेश में गुड़ी पड़वा का त्योहार मनाया जा रहा है. इंदौर के चाणक्य पुरी चौराहे पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर गुड़ी पड़वा व हिन्दू नववर्ष मनाया गया. इसके साथ ही गुना में भी सूर्य को अर्घ्य देकर पुजारियों ने गुड़ी पड़वा व चैत्र प्रतिपदा पर्व मनाया. इंदौर में सांसद शंकर लालवानी एवं महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा राजवाडा पर प्रतिवर्षानुसार होने वाली गुडी पूजा की गई.
ज्योतिष गणना के अनुसार हिंदू नववर्ष की शुरुआत बहुत ही शुभ हो रही है. आज के दिन 4 राजयोग निर्मित हो रहे हैं. पहला गजकेसरी, दूसरा बुधादित्य योग, तीसरा नीचभंग और चौथा हंस राजयोग. आज (22 मार्च) के दिन शुक्ल और ब्रह्मा योग भी बन रहे हैं
उगते सूर्य को अर्घ्य देकर मनाया हिन्दू नववर्ष
हिन्दू नववर्ष आयोजन समिति, स्वदेशी जागरण मंच, श्री नारायण मानव उत्थान समिति एवं महाराष्ट्र मंडल पश्चिम क्षेत्र इन्दौर के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को सुबह 6.30 बजे चाणक्यपुरी चौराहे पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर हिन्दू नववर्ष मनाया गया. हिन्दू नववर्ष के साथ ही आने जाने वाले राहगीरों को गुड़ धनिया भी खिलाया गया. चाणक्य पूरी चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं केशरिया परिधानों में शामिल नजर आईं. वही इस दौरान आने वाले वर्षों में जल का सरक्षंण करने का संकल्प भी दिलाया गया. हिन्दू नववर्ष आयोजन समिति संयोजक मलय बलराम वर्मा ने बताया कि गुड़ी पड़वा का पर्व बडे ही उत्साह और धूमधाम से मनाया गया. चाणक्य पूरी चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में समितियों के सदस्यों के साथ-साथ महाराष्ट्रीयन परिवार की महिलाएं व पुरुष भी बड़ी संख्या में शामिल हुए हैं.
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अगली फसल वर्ष की शुरुआत का प्रतीक गुड़ी पड़वा
गुड़ी पड़वा के त्यौहार को हिंदू नववर्ष का शुभारंभ माना जाता है. गुड़ी का अर्थ होता है विजय पताका और पड़वा का मतलब होता है चंद्रमा का पहला दिन. गुड़ी पड़वा को वर्ष प्रतिपदा और युगादि के नाम से भी जाना जाता है. आज का ये दिन बहुत ही खास होता है, क्योंकि आज से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. मुख्य रूप से गुड़ी पड़वा का त्यौहार महाराष्ट्र राज्य में मनाया जाता है. गुड़ी पड़वा का मतलब अगली फसल वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है.
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