देश के सबसे साफ शहर में गंदा पानी पीने से 7 की मौत, अभी तक 115 से ज्यादा बीमार, कांग्रेस पार्टी ने किया प्रदर्शन

Indore News: देश के सबसे साफ शहर इंदौर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 115 से ज्यादा लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं. घटना के बाद शहर में हड़कंप मचा है. कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, वहीं मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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इंदौर में गंदा पानी पीने से हुई मौतों के बाद खोजा गया वो फॉल्ट जहां वाटर लीकेज था.
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देश के सबसे साफ-सुथरे शहरों की सूची में पहले पायदान पर पहुंचने वाले इंदौर से दुखद खबर आ रही है. यहां 7 लोगों की जान गंदा पानी पीने से हो चुकी है. वहीं अलग-अलग अस्पतालों पर करीब 115 से ज्यादा बीमार लोग पहुंचे जिनमें कई प्राथमिक इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए हैं. इस घटना को लेकर शहर में हंगामा मचा हुआ है. घरों में डर का माहौल है. कांग्रेस पार्टी सत्तारुढ़ बीजेपी पर कई आरोप लगा रही है. 

इंदौर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी घरों में आने की जानकारी बीते शुक्रवार को सामने आई. इस पानी को पीने से एक के बाद एक 7 लोगों की जान चली गई है. इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि 3 लोगों के मौत की अधिकृत पुष्टि हुई है. 4 अन्य लोगों के मौत की भी जानकारी मिली है. शहर के प्रथम सेवक होने के नाते मेरी ये जिम्मेदारी है. जो भी जिम्मेदार अधिकारी हैं उनपर कार्रवाई होगी. अरविंदो अस्पताल में 100 एस्क्ट्रा बेड दूषित जल के पीड़ितों के लिए लगाए जा रहे हैं. 

कांग्रेस पार्टी ने किया हंगामा 

 इधर दूषित पानी से हुई मौतों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी सरकार पर कई आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. वे शासकीय डिस्पेंसरी पर पहुंचे. मरीजों के बीच कांग्रेस का प्रदर्शन शुरू हो गया है. कांग्रेस के प्रदर्शन के बीच मंत्री कैलाश विजयवर्गीय घिर गए. उन्हें समर्थकों ने भीड़ से बाहर निकाला. डिस्पेंसरी के भीतर मरीजों का हाल जानने पहुंचे महापौर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उग्र हो गए. महिला प्रदेश अध्यक्ष रीना बोरासी ने महापौर को घेर लिया. काफी मशक्कत के बाद प्रदर्शनकारियों को डिस्पेंसरी से बाहर निकालना पड़ा. इस दौरान महापौर को डिस्पेंसरी में ही रुकना पड़ा. 

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मृतकों को 2 लाख का मुआवजा 

महापौर ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दूषित जल से मरने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है. वहीं पीड़ितों का निशुल्क इलाज करने का निर्देश दिया गया है. कांग्रेस पार्टी के आरोपों का खंडन करते हुए माहापौर ने कहा कि जो डिस्चार्ज हो गए हैं उनके भी पैसे वापस करने की कार्यवाही की जाएगी. 

पत्नी की मौत पर पीड़ित पति ने क्या कहा?  

7 मौतों में से एक मौत यादव परिवार की एक बुजुर्ग महिला उर्मिला यादव की भी हुई है. इनके पति अलगू राम यादव ने एमपी तक को बताया कि शनिवार को दिन में उल्टी हुई और रात में दस्त होने लगे. फिर अस्पताल में भर्ती किया. डॉक्टरों ने जवाब दे दिया. उन्होंने दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. उन्होंने नल का पानी पिया था. दो-ढाई महीने से पानी आ रहा है. हफ्ते में एक-दो बार गंदा पानी आ रहा है. मेरी पत्नी की  20 घंटे में मौत हो गई. 

अभी भी इस परिवार में ण्क बच्चा समेत 3 लोग बीमार हैं. दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं और एक का इलाज घर पर चल रहा है. पीड़ित परिवार ने बताया कि किसी का भी इलाज फ्री में नहीं हुआ है. इलाज फ्री में हो रहा है ये भी किसी ने बताया नहीं. गंदे पानी का आलम ये है कि पानी में काफी बदबू आता है. घर के आसपास के कई घरों में लोग बीमार हैं. गंदे पानी की पार्षद से शिकायत की थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. 

7 मौतों के बाद जागा स्थानीय प्रशासन, लीकेज में हुआ सुधार

भागीरथपुर इलाके में दूषित पानी से 7 मौतों पर जब कोहराम मचा तब जाकर प्रशासन जागा. उस ड्रेनेज लाइन को ढूंढ लिया गया जहां से गंदा पानी वाटर सप्लाई वाले पीने के पानी में मिल रहा था. कुल मिलाकर मौत की उस ड्रेनेज लाइन को सुधार दिया गया है. जहां-जहां पानी और सीवरेज का ज्वाइंट प्वाइंट्स हैं उसे क्लीन भी कराया जा रहा है. जिम्मेदार का कहना है कि ऐसा मान सकते हैं कि यहां के लीकेज से पानी गंदा हुआ. 

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