बुजुर्ग दलित महिला ने सरकारी स्कीम के बारे में पूछा सवाल, तो गुस्साए सरपंच पति ने कर दी पिटाई, वीडियो वायरल
मध्य प्रदेश के निवाड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना पर सवाल पूछने पर सरपंच के पति ने एक बुजुर्ग दलित महिला की बीच सड़क पर पिटाई कर दी. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी को एससी-एसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया.

मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला निवाड़ी जिले के मनेथा गांव से सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग दलित महिला को सिर्फ इतना पूछने पर बेरहमी से पीटा गया कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ क्यों नहीं मिल रहा है.
बताया जा रहा है कि पीड़िता का नाम शांति अहिरवार है. वह सरपंच के घर पहुंचकर यह सवाल पूछने गई थीं, लेकिन आरोप है कि सवाल सुनते ही सरपंच के पति राजकुमार साहू आगबबूला हो गए और बीच सड़क पर ही महिला की बेरहमी से पिटाई कर दी.
महिला गिड़गिड़ाती रही आरोपी पीटता रहा
महिला बार-बार गिड़गिड़ाती रही, रहम की भीख मांगती रही लेकिन आरोपी ने उस पर दया नहीं दिखाई. इस दौरान उसने गालियां भी दीं और धमकी भी दी कि अगर उसने पुलिस में शिकायत की तो अंजाम बुरा होगा.
यह भी पढ़ें...
इस घटना का वीडियो किसी ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने हरकत में आकर आरोपी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि मामला मारपीट और एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
पुलिस अधिकारी के अनुसार, “आवेदिका शांति अहिरवार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है. आरोपी राजकुमार साहू को हिरासत में लिया गया है और जांच जारी है."
हैरानी की बात यहै कि यह घटना 10 सितंबर की बताई जा रही है, जबकि पीड़िता ने 11 सितंबर को ही थाने में शिकायत कर दी थी. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. अब जब वीडियो वायरल हुआ, तब जाकर पुलिस ने आरोपी को पकड़ा.
इस घटना से दलित संगठनों में भारी आक्रोश है. उनका आरोप है कि पुलिस और प्रशासन ने जानबूझकर लापरवाही बरती. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश में दलित उत्पीड़न के कई मामले सामने आए हैं.
- भिंड में एक दलित युवक के साथ मारपीट कर उसके ऊपर पेशाब करने का आरोप लगा था.
- कटनी में अवैध खनन रोकने पर सरपंच के गुर्गों ने दलित व्यक्ति को पीटा और उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया.
- दमोह में एक युवक को पैर धोकर वह पानी पीने पर मजबूर किया गया, जिसके बाद हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया और आरोपियों पर **एनएसए लगाने के निर्देश दिए.
इन घटनाओं ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं और प्रशासन कब सख्त कदम उठाएगा?
ये भी पढ़ें: MP: बीजेपी नेता ने की सफाई की शिकायत, तो सीएमओ ने घर पर भिजवा दिया कचरा, वीडियो वायरल