MP: बाघ की चहलकदमी से दर्जनभर गांवों में मचा हड़कंप, हाथी बुलाकर रेस्क्यू शुरू, लेकिन...

दीपक शर्मा

ADVERTISEMENT

Tiger_Rescue
Tiger_Rescue
social share
google news

Panna News: पन्ना टाइगर रिजर्व के एक बाघ का जंगलों से मोहभंग हो गया है. शायद इसी वजह से यह बाघ जंगल को छोड़ रिहायशी इलाकों की ओर पहुंचकर दिन और रात डेरा जमाये रहता है. पन्ना टाइगर रिजर्व के पन्ना रेंज अंतर्गत रामपुरा से लगे ग्राम डोभा, इटवांकला और बराछ सहित लगभग दर्जनभर गांवों के लोग बाघ की चहल-कदमी से दहशत में हैं. अब यह बाघ ग्राम डोभा से लगे बड़बीला बांध के दूसरे पार, ग्राम बराछ पहुंच गया है, जहां पंचवटी के पास बड़बीला बांध में लोगों ने इसे पानी पीते देखा, जिससे पूरे गांव में हड़कंप मच गया. 

ग्राम बराछ के आसपास दर्जन भर से अधिक गांव लगे हैं. सूचना मिलते ही पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारी कर्मचारी और हाथियों का दल मौके पर पहुंच गया और बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए शाम होने का इंतजार किया जा रहा है. यहां बाघ की चहल कदमी लगभग महीनेभर से बताई जा रही है. 

अफवाह समझ रहे थे ग्रामीण, फिर हुआ ऐसा

पहले तो ग्रामीण बाघ की चहलकदमी को अफवाह समझते रहे, लेकिन जब 10-11 अप्रैल की रात बाघ ने ग्राम डोभा के पास नाले के बगल में एक किसान के बैल का शिकार किया, जिसे ग्रामीणों ने अपनी आंखों से देखा तब विश्वास हुआ. सुबह तक आसपास के कई ग्रामों में सूचना पहुंच गई. सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए. 

हाथियों को बुलाकर किया रेस्क्यू, लेकिन...

सूचना मिलते ही फॉरेस्ट टीम भी मौके पर पहुंची और हाथियों की टीम बुलाकर शाम होने के बाद बाघ को जंगल की ओर खदेड़ दिया गया. लेकिन दूसरे दिन इस बाघ के फिर गांव के आसपास देखे जाने की खबर मिली, इस प्रकार बाघ के गांव के आसपास मूवमेंट से लोग दहशत में हैं. 

ADVERTISEMENT

बताया जा रहा है कि अब तक यह बाघ ग्रामीणों के लगभग आधा दर्जन पालतू पशुओं बैल, गाय, भैंस आदि को शिकार बना चुका है. साथ ही खेतों की रखवाली एवं पशुओं को हांकने का काम करने वाले ग्रामीणों को बाघ से खतरा हो सकता है.

ये भी पढ़ें: कभी किया है सफेद बाघों का दीदार? MP में यहां है दुनिया की पहली व्हाइट टाइगर सफारी

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT