MPPSC Result 2024 Topper: 11वीं फेल प्रियल यादव ने MPPSC में टॉप कर चौंकाया, मिले इतने नंबर!
MPPSC Result 2024 Toppers Story: टॉप टेन में जगह बनाने वाली प्रियल यादव की कहानी गजब की है, जिसने सबको चौंका दिया है. एक किसान की बेटी, लगातार तीन बार राज्य सिविल सेवा परीक्षा क्रेक किया और इस बार डिप्टी कलेक्टर बन गई हैं.
ADVERTISEMENT

MPPSC Result 2021 Toppers: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने MPPSC 2021 बैच का फाइनल रिजल्ट जारी हो गया है. टॉप 10 की लिस्ट में 7 बेटियों हैं, जिन्होंने शानदार अंक लाकर सूची में जगह बनाई है. इन सभी टॉपर्स के बीच प्रियल यादव की कहानी ने सबको चौंका दिया है. एक किसान की बेटी, लगातार तीन बार राज्य सिविल सेवा परीक्षा क्रेक किया और इस बार डिप्टी कलेक्टर बन गई हैं. प्रियल यादव के फाइनल एग्जाम में 1500 में से 910.25 अंक थे, जिसकी वजह से उन्होंने टॉप टेन में जगह बनाई. जानिए कभी हार न मानने वाली प्रियल यादव की कहानी... जो हर तैयारी करने वाले छात्र के लिए एक इंस्पिरेशन हैं.
11वीं में फेल हुईं तो पीछे मुड़कर नही देखा
मध्य प्रदेश की प्रियल यादव ने लगातार तीसरी बार राज्य सिविल सेवा परीक्षा में बड़ी सफलता हासिल की है. बता दें कि ये वही प्रियल है जो 11वीं में एक बार फेल हो गई थीं. प्रियल 10वीं तक अपनी कक्षा में टॉप करती थीं, मगर पारिवारिक दबाव में 11वीं में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और मैथ्स सब्जेक्ट चुन लिया. प्रियल को इन विषयों में कोई रुचि नहीं थी, जिसकी वजह से वह 11वीं में भौतिक विज्ञान में फेल हो गईं.

ये भी पढ़ें-देखें- रजिस्ट्रार, असिस्टेंट कमिश्नर...अब बनीं डिप्टी कलेक्टर, कौन हैं MPPSC Rank-6 प्रियल यादव?
एक बार सफल हुईं, लेकिन फिर दी परीक्षा
11वीं में फेल होने की इस घटना ने प्रियल को झकझोर कर रख दिया. इसके बाद प्रियल यादव ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने 2019 में राज्य सेवा परीक्षा दिया, जिसमें 19वीं रैंक हासिल की और डिस्ट्रिक्स रजिस्ट्रार बनीं. वह इतने पर खुश नहीं थीं और फिर से तैयारी शुरू कर दी. अगले ही साल राज्य सिविल सेवा परीक्षा 2020 में 34वीं रैंक लेकर आईं. इस बार उन्हें सहकारिता विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर के पद के लिए चुना गया. प्रियल यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने फिर से 2021 में परीक्षा दी और नतीजे सबके सामने हैं.
यह भी पढ़ें...

इस बार जब रिजल्ट आया तो उन्होंने 6वां रैंक हासिल किया, जिसके बाद आखिरकार उन्होंने डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल कर लिया जो की उनका सपना था.
ये भी पढ़ें: Ankita Patkar Exclusive: MPPSC Rank-1 अंकिता पाटकर ने बताए सफलता के 3 राज, डायरी में कर लें नोट
किसान की बेटी, मगर जज्बा गजब का
प्रियल के पिता एक किसान हैं और मां गृहिणी. वह हरदा की रहने वाली हैं. प्रियल कहती हैं कि वह उस क्षेत्र से आती हैं, जहां पर लड़कियों की शादी को उनके सपनों के ऊपर रखा जाता है, मगर प्रियल के माता-पिता इस गांव में एक उदाहरण हैं, जिन्होंने अपनी बेटी के सपने को साकार करने में पूरी मदद की और जी जान से जुटे रहे. प्रियल यादव जिले के खिरकिया की रहने वाले किसान विजय यादव की बेटी हैं. डिप्टी कलेक्टर बनी प्रियल यादव का तीसरी बार PSC में चयन हुआ है.
इससे पहले प्रियल यादव पीएससी 2019 में डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार और 2020 में असिस्टेंट कमिश्नर कॉपरेटिव विभाग के लिए चुनी जा चुकी हैं.
ये भी पढ़ें: MP PSC Result: लड़कियों ने मारी बाजी, टॉप 10 में 7 बेटियां, उज्जैन के भाई-बहन की सबसे अधिक चर्चा
अगला सपना UPSC
प्रियल यादव का बचपन से सपना था कि वे प्रशासनिक सेवा में जाकर देश और जरूरतमंद देशवासियों की सेवा करे. उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद 2018 से सिविल सर्विसेस परिक्षा के लिए तैयारी शुरू की थी.

डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार का पद क्यों छोड़ना चाह रही है आप?
प्रियल यादव से इंटरव्यू पैनल ने ऐसा सवाल पूछा, जो आपका दिल जीत लेगा. सवाल था कि डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार का पद क्यों छोड़ना चाह रही है आप? बचपन से मेरा सपना और पसंद डिप्टी कलेक्टर बनना रहा है. प्रियल इंदौर में महिलाओं के धारिणी नाम से एनजीओ चलाती है, जिसमें में वे निराश्रित बच्चों के लिए काम भी करती हैं.
देखें प्रियल का ये वीडियो...
इनपुट- एमपी तक के लिए वरुल चतुर्वेदी.