इंदौर में भगवामय हुआ पितृ पर्वत, 51 हजार भक्तों ने एक साथ किया हनुमान चालीसा का पाठ
Indore News: इंदौर के पितृ पर्वत पर शनिवार को शाम अलग नजारा देखने को मिला. यहां पर श्री श्री रविशंकर के आह्वान पर 51 हजार भक्त जुटे और एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया. आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के साथ कई संत और महात्माओं की इस कार्यक्रम में मौजूदगी रही. […]
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Indore News: इंदौर के पितृ पर्वत पर शनिवार को शाम अलग नजारा देखने को मिला. यहां पर श्री श्री रविशंकर के आह्वान पर 51 हजार भक्त जुटे और एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया. आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के साथ कई संत और महात्माओं की इस कार्यक्रम में मौजूदगी रही. गायक सुरेश वाडेकर ने हनुमान चालीसा को गाने की शुरुआत की और उनके साथ हजारों भक्तों ने सुर मिलाया और एक साथ गाया. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भक्तों को हाथ में जल लेकर अपने ऊपर छिडक़ने को कहा जिसके बाद विधि-विधान से हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करवाया गया.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे आज के नौजवानों में एक विकृति दिखाई दे रही है. अधिकतर युवा किसी न किसी तरह का नशा करने लग गए है. हम युवाओं को नशे से दूर करने के लिए ही यह आयोजन कर रहे हैं. इस तरह के आयोजनों से युवाओं के मन में भगवान के प्रति समर्पण की भावना जागती है. हनुमान जी एक पावर हाउस है, जब नौजवान पावर हाउस से जुड़ जाएगा और भक्ति के नशे में डूब जाएगा, तो बाहर का नशा नहीं करेगा.
अब इंदौर में बनेगा हनुमान चालीसा क्लब
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हर मोहल्ले में हनुमान चालीसा क्लब बनाना है. हम मिलकर ये संकल्प लेना चाहिए कि हर मोहल्ले में एक हनुमान चालीसा क्लब बने. लोग रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें. यदि हम अपने घर से शुरुआत करेंगे तो यह बात हर घर तक पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि इंदौर अब पहचान का मोहताज नहीं है, लेकिन मैं हनुमान चालीसा हर नौजवान के पास पहुंचाना चाहता हूं.
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इस आयोजन के लिए पूरी व्यवस्था जनता ने ही संभाली. एक सप्ताह से लोग यहां पर व्यवस्था में लगे हैं. आयोजन स्थल पर हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए विशाल रेड कॉरपेट बिछाया गया तथा कई हाई मास्ट लगे, जिससे पूरा परिसर सफेद रोशनी में जगमगा गया. यह पहला मौका है कि शहर में हनुमान चालीसा के लिए इतनी तादाद में भक्तजन उमड़े हैं. इस दौरान हजारों कार्यकर्ताओं ने ऊपर आयोजन स्थल से लेकर सडक़ तक व्यवस्था संभाली.
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