रामचरित मानस की प्रतियां जलाने का MP में भी हो रहा विरोध, सतना में समाजवादी पार्टी के खिलाफ हुई नारेबाजी
MP NEWS: उत्तरप्रदेश में कुछ संगठनों द्वारा रामचरित मानस की प्रतियां जलाने को लेकर अब उसका विरोध मध्यप्रदेश में भी होने लगा है. मध्यप्रदेश के सतना में भारतीय शक्ति चेतना पार्टी और भगवती मानव कल्याण संगठन के बैनर तले स्थानीय लोगों ने इस घटना के विरोध में रैली निकाली और सतना कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा, […]
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MP NEWS: उत्तरप्रदेश में कुछ संगठनों द्वारा रामचरित मानस की प्रतियां जलाने को लेकर अब उसका विरोध मध्यप्रदेश में भी होने लगा है. मध्यप्रदेश के सतना में भारतीय शक्ति चेतना पार्टी और भगवती मानव कल्याण संगठन के बैनर तले स्थानीय लोगों ने इस घटना के विरोध में रैली निकाली और सतना कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई है कि प्रतियां जलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई केंद्र और मप्र सरकार द्वारा की जाए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
दरअसल समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते दिनों रामचरित मानस की चौपाईयों को लेकर बयान दिया था, जिसे हिंदू संगठनों, बीजेपी व अन्य राजनीतिक दलों ने आपत्तिजनक माना था. लेकिन इसके बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव अपने नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बचाव में आ गए और उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को रामचरित मानस की उक्त चौपाई को बोलने के लिए चैलेंज कर दिया. जिसके बाद से ही समाजवादी पार्टी को लेकर भी हिंदू संगठन, बीजेपी व अन्य राजनीतिक दल मुखर विरोध कर रहे हैं. इसी क्रम में सतना में यह विरोध प्रदर्शन किया गया और समाजवादी पार्टी के खिलाफ भी नारेबाजी की गई.
पहले की रामचरित मानस की पूजा, फिर कलेक्ट्रेट पहुंचकर सौंपा ज्ञापन
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी एवं भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ताओं ने पहले रामचरित मानस की विधिवत पूजा की. फिर समाजवादी पार्टी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन को देश के प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा. भगवती मानव कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष लोकेश सिंह दिखित ने कहा कि ‘समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा हाल ही में उत्तरप्रदेश में रामचरित मानस की प्रतियां जलाई हैं, जिससे सनातन धर्म के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं ने रामचरित मानस की गलत व्याख्या करके सनातन धर्म को जाति के नाम पर बांटने का प्रयास किया है. इसलिए हम समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हैं’.
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