Charchit Chehra: कौन हैं बांग्लादेश की टीवी जर्नलिस्ट नाजनीन मुन्नी, जिन्हें कट्टरपंथियों ने बनाया अपना निशाना?
Charchit Chehra: बांग्लादेश की चर्चित टीवी जर्नलिस्ट नाजनीन मुन्नी कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं. सच दिखाने वाली पत्रकारिता के कारण उन्हें नौकरी छोड़ने की धमकी दी गई और चैनल दफ्तर जलाने की चेतावनी दी गई. चर्चित चेहरा में जानिए कौन हैं नाजनीन मुन्नी, क्यों भड़के कट्टरपंथी और बांग्लादेश में पत्रकारों की सुरक्षा पर क्यों उठ रहे गंभीर सवाल.

सलमान खान की मूवी दबंग का एक गाना बड़ा फेमस हुआ था 'मुन्नी बदनाम हुई'. आज मुन्नी किसी गाने में नहीं हकीकत में बदनाम है क्योंकि उसने वो काम किया, जो एक बड़े तबके को पसंद नहीं आया. मुन्नी ने कुछ ऐसा काम किया है, जिसके जरिए वो दुनिया को हकीकत दिखाने की कोशिश करती हैं. ये मुन्नी देश नहीं पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश की है और बदनाम इसलिए हैं क्योंकि इन्होंने कट्टरपंथियों के एक बड़े तबके के मुताबिक काम नहीं किया और अपनी पत्रकारिता के जरिए जनता को सच का आईना दिखाने की कोशिश की. बस इसलिए ही ये मुन्नी बदनाम हुई और लगातार चर्चा में आ गईं. बांग्लादेश के लगातार बिगड़ते हालातों को दिखाने के लिए अब तक कई मीडिया हाउसेज निशाने पर आ चुके हैं और खामियाजा उन्हें जो झेलना पड़ा वो उम्मीद से कहीं ज्यादा था. अब नाजनीन मुन्नी पर बात आई तो भयंकर विवाद हो उठा है.
चर्चित चेहरा के इस खास एपिसोड में आज जानेंगे क्या है पूरा मामला, कौन हैं बांग्लादेश की टीवी जर्नलिस्ट नाजनीन मुन्नी और क्यों मिली नाजनीन को धमकी...
बांग्लादेश में माहौल लगातार हो रहे खराब
एक तरफ भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों में खटास है. मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार भारत से 50,000 टन चावल खरीद रिश्ते बेहतर करने की कोशिश कर रही है. लेकिन दूसरी ओर बांग्लादेश के भीतर हालात लगातार अराजक और डरावने होते जा रहे हैं खासतौर पर मीडिया के लिए. बांग्लादेश में स्वतंत्र पत्रकारिता के इतिहास में एक और काला अध्याय उस वक्त जुड़ गया, जब राजधानी ढाका में देश के दो सबसे बड़े अखबार अंग्रेजी दैनिक द डेली स्टार और बांग्ला दैनिक प्रोथोम आलो के दफ्तरों पर भीड़ ने हमला कर दिया. आगजनी, तोड़फोड़, लूटपाट और पत्रकारों को घंटों तक बंधक बनाए जाने जैसी घटनाओं ने न सिर्फ मीडिया संस्थानों की सुरक्षा, बल्कि अभिव्यक्ति की आजादी पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए.
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नाजनीन को हटाओ, नहीं तो दफ्तर जला देंगे
बांग्लादेश में भड़के इस हिंसा की आग टीवी मीडिया तक भी पहुंची. 21 दिसंबर की शाम ढाका के तेजगांव इलाके में स्थित ग्लोबल टीवी बांग्लादेश के दफ्तर में 7-8 कट्टरपंथी लोग दाखिल होते हैं और चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर से मिल मांग करते हैं कि चैनल की न्यूज हेड नाजनीन मुन्नी को 48 घंटे के भीतर हटाया जाए. मांग के साथ धमकी भी साफ थी अगर नाजनीन मुन्नी को नहीं हटाया गया, तो इस दफ्तर को भी प्रोथोम आलो और द डेली स्टार की तरह जला दिया जाएगा.
नाजनीन मुन्नी उस वक्त दफ्तर में मौजूद नहीं थीं. उन्हें धमकी की जानकारी अगले दिन काम पर लौटने के बाद मिली. नाजनीन के मुताबिक, 21 दिसंबर की शाम युवकों ने ग्लोबल टीवी के मैनेजिंग डायरेक्टर अहमद हुसैन से मुलाकात की. पहले उन्होंने शरीफ उस्मान हादी की मौत से जुड़ी खबरों की कवरेज पर आपत्ति जताई, फिर अचानक नाजनीन मुन्नी को हटाने की मांग रख दी. उन कट्टरपंथी लोगों ने लिखित आश्वासन मांगा कि 48 घंटे में नाजनीन को पद से हटा दिया जाएगा. मैनेजिंग डायरेक्टर ने इस पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया, हालांकि दबाव में मौजूद एक सहयोगी से दस्तख़त करवा लिए गए.
नाजनीन क्यों है कट्टरपंथियों के निशाने पर?
दरअसल, इन कट्टरपंथियों की नाजनीन को लेकर ये मांग इसलिए क्योंकि उन्हें लगता है कि नाजनीन शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग की समर्थक हैं. हालांकि चैनल प्रबंधन ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए साफ कहा नाजनीन मुन्नी का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है. किसी पत्रकार को उसकी कथित राजनीतिक सोच के आधार पर हटाना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है.
वरिष्ठ पत्रकार साहिदुल हसन खोकन ने अपने ट्वीट में इस दावे को और मजबूती दी. उन्होंने लिखा कि नाजनीन मुन्नी 2024 से पहले शेख हसीना सरकार की नीतियों के खिलाफ भी अपने शो में मुखर रही हैं. उन्होंने छात्र आंदोलनों की भूमिका की सराहना तक की है. यानी जिन पर आज सत्ता समर्थक होने का आरोप है, वही पत्रकार कल सत्ता से सवाल कर रही थीं. इसके बावजूद नाजनीन को कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं.
बांग्लादेश में पत्रकारों की स्थिति चिंताजनक
धमकी देने वाले खुद को एंटी-डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट का सदस्य बता रहे थे. ये वही संगठन है जिसने जुलाई 2024 के छात्र आंदोलनों में अहम भूमिका निभाई थी. हालांकि संगठन के अध्यक्ष रिफात राशिद ने इस घटना से दूरी बनाते हुए कहा, यह संगठन की आधिकारिक कार्रवाई नहीं है. इतना तो साफ है कि प्रोथोम आलो और द डेली स्टार पर हमले के बाद अब टीवी चैनलों को जलाने की बांग्लादेश में स्वतंत्र पत्रकारिता पर किसी गंभीर खतरे से कम नहीं. पत्रकार संगठनों और मानवाधिकार समूहों ने दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई और मीडिया कर्मियों की सुरक्षा की मांग की है.
कौन है नाजनीन मुन्नी?
नाजनीन मुन्नी बांग्लादेश की जानी-मानी पत्रकार हैं. ग्लोबल टीवी बांग्लादेश की न्यूज हेड होने के साथ-साथ वो एक मशहूर एंकर और तेज-तर्रार सवाल पूछने वाली पत्रकार हैं. घटना के बाद नाजनीन मुन्नी ने फेसबुक पर लिखा 7-8 लोग दफ्तर आए और खुले तौर पर धमकी दी कि अगर मैंने नौकरी नहीं छोड़ी, तो चैनल के दफ्तर को जला दिया जाएगा. मुझे बताइए, मैं अपनी सुरक्षा के लिए किससे कहूं? यह पोस्ट सिर्फ एक पत्रकार की पीड़ा नहीं थी, बल्कि बांग्लादेश में काम कर रहे हर पत्रकार की सामूहिक चिंता बन गई.
नाजनीन मुन्नी के लिए यह पहली बार नहीं है. जून में उन्हें राजनीतिक दबाव के चलते DBC चैनल छोड़ना पड़ा था. वो कहती हैं कि जामुना टीवी की पत्रकार रोकसाना अंजुमान निकोल समेत कई मीडिया कर्मचारियों को मिल रही धमकियां, मीडिया को डराने की एक संगठित रणनीति है. इस पूरे डर के माहौल में नाजनीन मुन्नी और उनकी पत्रकारिता की लगातार चर्चा हो रही है, जिन्हें लेकर कहा जा रहा है कि वो धमकियों के बावजूद सच छोड़ने को तैयार नहीं.










