अयोध्या पहुंचे पीएम मोदी, इधर सामने आया इसे स्मार्ट सिटी बनाने का मास्टरप्लान, जानिए क्या बातें हैं खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 30 दिसंबर (शनिवार) को अयोध्या पहुंचे हैं. यहां पीएम मोदी 8 किमी लंबा रोड शो कर रहे हैं. पीएम यहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय अयोध्या धाम एयरपोर्ट और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का इनॉगरेशन करेंगे.
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PM in Ayodhya : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 30 दिसंबर (शनिवार) को अयोध्या पहुंचे हैं. यहां पीएम मोदी 8 किमी लंबा रोड शो कर रहे हैं. पीएम यहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय अयोध्या धाम एयरपोर्ट और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का इनॉगरेशन करेंगे. दोनों जगहों को रामकथा थीम पर सजाया गया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी 16 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे. अयोध्या में बन रहा राम मंदिर अब लगभग अंतिम चरण में है.
मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 2024 के जनवरी महीने की 22 तारीख को तय हुआ है. जिसे लेकर देश भर में चर्चा है. अयोध्या को स्मार्ट सिटी के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन स्थल के तौर पर भी विकसित किया जा रहा है. आने वाले 100 सालों को केंद्र में रखकर अयोध्या शहर के लिए आर्किटेक्ट सी पी कुकरेजा ने मास्टर प्लान और विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है.
राम की नगरी अयोध्या में बसेगी 1200 एकड़ में फैली टाउनशिप
85,300 करोड़ रुपए की लागत से 2031 तक अयोध्या के पुनर्विकास का मास्टर प्लान पूरा कर लिया जाएगा. अयोध्या को इस तरह से विकसित किया जा रहा है ताकि वह हर दिन श्रीराम मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले 3 लाख श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार हो सके. इसके साथ ही 1200 एकड़ में एक नई टाउनशिप को बसाने की योजना भी शामिल है. जिसे 2200 करोड़ रुपए की लागत से अगले पांच साल में विकसित किया जाएगा.
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आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ग्रीनफील्ड टाउनशिप की आधारशिला रखेंगे. सूत्रों के अनुसार योजना इस तरह तैयार की गई है ताकि अयोध्या शहर एक वैश्विक पर्यटन स्थल बन सके. यह टाउनशिप पर्यटन के लिहाज से तैयार की जा रही है.
डेवलपमेंट विजन में अयोध्या विकास अथॉरिटी के 875 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में निर्माण के इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यटन विकास का लक्ष्य है. इसमें मौजूदा मास्टर प्लान के मुताबिक 133 वर्ग किलोमीटर के शहरी क्षेत्र और 31.5 वर्ग किलोमीटर का कोर सिटी क्षेत्र शामिल है. 1200 एकड़ की नई टाउनशिप बनाना भी हिस्सा है. इस परियोजना का लक्ष्य पर्यटन को केंद्र में रख कर आर्थिक विकास करना है.
इसे आध्यात्मिक, पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा, आवासीय पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा, व्यावसायिक होटल आदि का निर्माण शामिल है ताकि अगले 100 साल के ग्रोथ पोटेंशिय़ल को ध्यान में रखा जा सके.
वैश्विक सुविधाओं से लैस होगी अयोध्या
जल, सीवर, बिजली, यातायात जैसी सुविधाओं के साथ कुछ बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय शहर जैसे वैटिकन सिटी, वेनिस और कुछ भारतीय शहर जैसे अमृतसर, वाराणसी, मदुरै और तिरुपति आदि के अनुभव के आधार पर योजना को विकसित किया जाएगा. इमारतों के बाहरी हिस्सों के रंग तथा वास्तुकारी को सांस्कृतिक धरोहर के हिसाब से ढाला जाएगा.
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पर्यटकों के लिए आकर्षण के कई केंद्र होंगे जैसे कोर सिटी एरिया और मंदिर के आसपास के क्षेत्र को धरोहर के अनुसार पुनर्विकसित किया जाएगा. 108 एकड़ के श्रीराम मंदिर क्षेत्र पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा ताकि शहर के बाकी हिस्से उसके अनुकूल बन सकें.
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