राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर कितना खर्च हुआ, कांग्रेस ने दिया पूरा हिसाब-किताब
चुनाव आयोग ने कांग्रेस समेत 6 नेशनल पार्टियों की 2022-23 की ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक की है लेकिन बीजेपी की डिटेल सार्वजनिक नहीं हुई है.
ADVERTISEMENT
Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra: लोकसभा चुनाव और 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने जान फूंकने के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी. कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4 हजार किलोमीटर की पदयात्रा करके राहुल गांधी ने देश की राजनीति पलट दी थी. भारत जोड़ो यात्रा हिट हो गई. कांग्रेस चुनाव जीतने लगी. बीजेपी को हराकर सरकारें बनाने लगी और राहुल गांधी पूरे विपक्ष के फेवरेट हो गए. राहुल गांधी फिर से रीलॉन्च हो गए. हालांकि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार से झटका लगा लेकिन राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा का लक फिर से आजमाने निकल पड़े हैं ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ लेकर.
राहुल गांधी के रोज सफेद टीशर्ट और ब्लैक पैंट पहनकर भारत जोड़ने पर कितना खर्च होता है, कांग्रेस ने ये कभी नहीं बताया, लेकिन इस यात्रा के खर्च का हिसाब किसी और तरीके से सामने आई है. रजिस्टर्ड पॉलिटिकल पार्टी होने के नाते कांग्रेस को भी हर साल चुनाव आयोग को अपने कमाई और खर्च के पाई-पाई का हिसाब देना पड़ता है. अब जब चुनाव आयोग ने कांग्रेस के हिसाब-किताब की ऑडिट रिपोर्ट जारी की, तो सामने आया कि, बाकी तमाम खर्च के साथ भारत जोड़ो यात्रा पर कांग्रेस ने कितना खर्च किया.
भारत जोड़ों यात्रा के एक दिन का खर्च 50 लाख!
कांग्रेस ने राहुल की पहली भारत जोड़ो यात्रा पर करीब 72 करोड़ खर्च किए. जो कांग्रेस के कुल खर्च के 15 फीसदी से भी ज्यादा है. इस हियासब से यात्रा के एक दिन का खर्च करीब 50 लाख और एक किलोमीटर पर खर्च करीब 1.59 लाख बैठता है. भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस का पूरा बजट गड़बड़ाने के बाद भी कांग्रेस ने खुलकर खर्च किया. इसके बावजूद कि, जिस साल यानी 2022-23 में भारत जोड़ो यात्रा निकली उसमें कांग्रेस की कमाई कम हुई लेकिन पार्टी का खर्च बेतहाशा बढ़ा.
2022-23 में कांग्रेस की आमदनी-खर्च का हिसाब
साल 2022-23 में कांग्रेस की आमदनी 452 करोड़ रही. लेकिन खर्च 467 करोड़ हुआ. जबकि एक साल पहले 2021-22 में कांग्रेस की आमदनी 541 करोड़ थी. खर्च 400 करोड़ हुआ. साल भर में 90 करोड़ कम आमदनी हुई. भारत जोड़ो वाले साल में कांग्रेस ने चुनावों पर 192 करोड़ खर्च किए जबकि उससे पहले वाले साल में खर्च ज्यादा यानी 279 करोड़ हुआ था. तीसरी बड़ा खर्च चुनाव पूर्व सर्वे पर हुआ जिस पर 40 करोड़ चले गए. ऐसी उम्मीद है कि इस साल कांग्रेस का खर्च भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर और भी ज्यादा बढ़ जा सकता है. न्याय यात्रा ज्यादा ज्यादा दिन के लिए, ज्यादा लंबी दूरी के लिए. और बस, कार से हो रही है जिसमें सबसे ज्यादा शेयर ट्रांसपोर्ट पर खर्च होगा.
ADVERTISEMENT
चुनाव आयोग ने कांग्रेस समेत 6 नेशनल पार्टियों की 2022-23 की ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक की है लेकिन बीजेपी की डिटेल सार्वजनिक नहीं हुई है. ये तो पहले से जगजाहिर है कि इलेक्टोरल बॉन्ड से मिल रहे चुनावी चंदे में कांग्रेस कई साल से बीजेपी से कहीं मैच नहीं कर पा रही है. पिछले 2 साल में कांग्रेस को इलेक्टोरल बॉन्ड से मिलने वाले चंदे में भी भारी गिरावट आई है. 2021-22 में कांग्रेस को इलेक्टोरल बॉन्ड से 236 करोड़ का चुनावी चंदा मिला था लेकिन 2022-23 में चंदा घटकर 171 करोड़ रह गया. सालभर में ही चुनावी चंदा 65 करोड़ घट गया.
लोकसभा चुनाव से पहले SC ने चुनावी चंदे पर लगाई रोक
लोकसभा चुनाव से पहले सुप्रीम कोर्ट ने भले इलेक्टोरल बॉन्ड पर रोक लगा दी हो, लेकिन इससे कांग्रेस को कोई खास फायदा नहीं हुआ. इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले पैसों से बीजेपी की तिजोरी लबालब भरने के बाद बॉन्ड से पैसे लेने का सिस्टम बंद हुआ. कांग्रेस को पहले भी बॉन्ड से चंदा बहुत कम मिला. अब आगे मिलने का रास्ता भी बंद हो चुका है. कांग्रेस ने चंदा जुटाने के लिए अलग-अलग रास्ते निकाल रही है. डोनेट फॉर देश, न्याय डोनेशन, न्याय कलेक्शन जैसे कैंपेन चल रहे हैं. राहुल की यात्रा के दौरान डोनेशन से करीब 5 करोड़ 75 लाख जमा हुए हैं.
वोट जुटाने से लेकर दफ्तर चलाने तक–पैसे कौड़ी के मामले में कांग्रेस जबर्दस्त चैलेंज का सामना कर रही है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टैक्स बकाए के मामले में जब कांग्रेस 9 बैक अकाउंट फ्रीज किए तो कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन को इतना तक कहना पड़ा कि स्टाफ की सैलरी और बिल भरने के लिए भी पैसे नहीं हैं पार्टी के पास. कांग्रेस का चैलेंज और बढ़ रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले इनकम टैक्स से लगातार कांग्रेस के अकाउंट पर स्ट्राइक हो रही है. 210 करोड़ के बकाए टैक्स के विवाद में इनकम टैक्स ने कांग्रेस के बैंक अकाउंट से 65 करोड़ की रिकवरी कर ली है. अजय माकन का दावा है कि पॉलिटिकल पार्टी इनकम टैक्स नहीं देती. बीजेपी भी इनकम टैक्स नहीं देती.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT